मंगलवार, 22 फ़रवरी 2011

आरएसएस ने एक लाख से ज्यादा घरों में संपर्क किया



जोधपुर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत जोधपुर महानगर में संघ कार्यकर्ताओं का संपर्क अभियान रविवार की देर रात समाप्त हुआ।

इस अभियान में लगभग 1 लाख 10 हजार घरों तक संघ कार्यकर्ता पत्रक वितरित किए। महानगर संघ चालक कांतिलाल ठाकुर ने बताया कि हिन्दू विरोधी दुष्प्रचार की राजनीति, कश्मीर समस्या व राम जन्मभूमि के बारे में विस्तृत जानकारी देने के उदेश्य से दस फरवरी से अभियान प्रारंभ किया गया था। इसमें स्वयंसेवकों ने महानगर की 92 बस्तियों में 352 टोलियों में घर-घर जाकर लोगों को पत्रक बांटे । ठाकुर ने बताया कि आरएसएस की इस मुहिम को लोगों का समर्थन मिला। उन्होंने बताया कि लोग अब सरकार की दोहरी नीतियों को अच्छी तरह जानने लगे हैं और समय आने पर सबक भी सिखाएंगे।
source: http://epaper.bhaskar.com/epapermain.aspx?edcode=17&eddate=2/22/2011&querypage=5


संघ के कार्यकर्ताओं ने गांवों में किया जनसंपर्क

जैसलमेर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा चल रहा संपूर्ण देश में संपर्क अभियान जोर शोर से चल रहा है। जिले में उमेश बिस्सा, मनोज कुमार, देवीसिंह व आईदानसिंह के नेतृत्व में एक दल ने दुर्ग बस्ती में संपर्क किया।

इसी प्रकार तहसील के खुहड़ी खण्ड में संपर्क किया गया। बेरसियाला के पूर्व सरपंच खुमाणसिंह के नेतृत्व में गांव में जनसंपर्क किया गया वहीं काठा में पदमसिंह द्वारा सपंर्क किया गया। सत्तो व म्याजलार में उम्मेदसिंह, डूंगरसिंह, तखेन्द्रसिंह, भंवरूराम, अभय सेठ, पवन कुमार मोखमसिंह, भीखूसिंह, प्रदीप, दलपतराम, सुरेश ने संपर्क किया। दव व हटार में मानसिंह व दादूराम ने संपर्क किया। इन सभी गांवों में तहसील के धर्म जागरण प्रमुख अलसगिरी, जिला प्रचारक बाबूलाल, सीमांत कल्याण समिति के जिला संगठन मंत्री श्रीराम राईका ने संपर्क का उद्देश्य बताया।

गांवों में नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए बाबूलाल ने कहा कि हिंदू आतंकवाद या भगवा आतंकवाद का नाम देना राजनीतिक चालबाजी के सिवाय और कुछ नहीं है। संघ के प्रति हिंदू समाज के विश्वास व सहकार से यह स्पष्ट है कि ऐसे षडयंत्रों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मार्ग अवरुद्ध नहीं किया जा सकता। इस अवसर पर तीनों ही विषयों पर पत्रक वितरित किए गए।
source : http://epaper.bhaskar.com/epapermain.aspx?eddate=2%2f22%2f2011&edcode=147



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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित