बुधवार, 22 नवंबर 2017

बौद्धिक संपदा से परिपूर्ण युवा पीढ़ी के सक्रिय योगदान की आवश्यकता : चंद्रशेखर

वेटरनरी विश्वविद्यालय में “सोशल मीडिया” पर कार्यशाला

बौद्धिक संपदा से परिपूर्ण युवा पीढ़ी के सक्रिय योगदान की आवश्यकता :  चंद्रशेखर 

  
कार्यशाला में उध्बोधन देते हुए चंद्रशेखर जी

बीकानेर, 20 नवम्बर। वर्तमान में एक सशक्त माध्यम के रूप में उभर रहे सोशल मीडिया को राष्ट्र निर्माण में उपयोग के लिए हमें अपनी पूरी जिम्मेदारी के साथ कार्य करने की जरूरत है। ये विचार वेटरनरी ऑडिटोरियम में सोमवार को “राष्ट्र निर्माण में सोशल मीडिया की उपयोगिता” विषय पर आयोजित कार्यशाला में व्यक्त किये गए। 

 विश्व संवाद केन्द्र बीकानेर और वेटरनरी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में कार्यशाला के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जोधपुर  प्रांत प्रचारक  चन्द्रशेखर जी ने कहा कि इस देश का सतत् स्वाभिमान और सतत् संघर्ष का इतिहास रहा है। भारतीय संस्कृति, मानवीय संवेदनाओं और जीवन मूल्यों के मूल विचारों की पुर्नस्थापना का अनुकूल समय है। मीडिया का राष्ट्र के पुर्ननिर्माण में अहम योगदान है। 

चन्द्रशेखर जी ने  अपने उध्बोधन में कहा कि अब सोशल मीडिया एक खुला मंच है जिसमें बौद्धिक रणनीति अपनाने की जरूरत है। मीडिया सकारात्मक, तथ्यपरक समाचार, जीवन मूल्यों की स्थापना और श्रम का सम्मान करने वाली खबरों से राष्ट्र जागरण में अपना अहम योगदान कर सकती है जिसमें बौद्धिक संपदा से परिपूर्ण युवा पीढ़ी के सक्रिय योगदान की आवश्यकता है। 

चंद्रशेखर जी विषय को विस्तार से रखते हुए कहा कि  देश में अच्छे कार्यों की संख्या ज्यादा है लेकिन उसका प्रचार कम होता है। टी.आर.पी. बढ़ाने की होड़, व्यावसयिक प्रतिस्पर्द्धा, राजनीतिक झुकाव, पूर्वाग्रह ग्रसित समाचार और परिवार का विखण्डन करने वाली नकारात्मक खबरों से पूरी व्यवस्था प्रभावित होती है और समाज दिग्भ्रमित होता है। सनसनीखेज, मसालेदार और नकारात्मक खबरों के जंजाल से समाज और देश का नुकसान होता है। सोशल मीडिया की विश्वसनीयता को बनाए रखना हम सबकी जिम्मेवारी है। तथ्यात्मक बातों के साथ विचारवान लोगों को इसका उपयोग करने के लिए सचेष्ट रहना होगा।

 प्रांत प्रचारक चंद्रशेखर जी ने कहा कि देश में शहरी माओवाद युवाओं को दिग्भ्रमित कर लोगों का उकसाने का कार्य कर रहा है। ऐसे प्रयासों को नाकाम करने के लिए मीडिया माध्यमों का पारंपरिक मूल्यों और हिन्दुत्व की जीवन शैली जो कि हमारी रीढ़ है, को बचाए रखना और राष्ट्रहित को सर्वोपरि बनाने में इसका योगदान है। 

कार्यशाला के मुख्य अतिथि वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. छीपा ने वर्तमान परिवेश में इस कार्यशाला में चिंतन और संवाद को महत्वपूर्ण बताया। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए वेटरनरी कॉलेज के अधिष्ठाता प्रो. त्रिभुवन शर्मा ने कहा कि राष्ट्र निर्माण और लोक जागरण में सोशल मीडिया की महत्ता भूमिका के मद्देनजर हमें उसके अनुकूल कार्य और आचरण करना है।

 इस अवसर पर श्री हेम शर्मा ने राष्ट्र निर्माण में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया की उपयोगिता और उसके प्रभावों के बारे में बताया। कार्यशाला में उच्च शिक्षा के सहायक निदेशक श्री दिग्विजय सिंह भी मंचासीन थे। 

कार्यशाला में विभाग प्रचार प्रमुख श्री एस.एल. राठी ने पावर प्रजेन्टेशन द्वारा सोशल मीडिया के विभिन्न घटकों और उपयोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला में बडी संख्या में राजुवास के शिक्षकों अधिकारियों कर्मचारियों और विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने शिरकत की। 

सोमवार, 13 नवंबर 2017

संघ शाखा व्यक्ति निर्माण का तंत्र - पराग जी अभ्यंकर, अखिल भारतीय सेवा प्रमुख

गुणवत्ता पथ संचलन सम्पन्न
संघ शाखा व्यक्ति निर्माण का तंत्र  - पराग जी अभ्यंकर, अखिल भारतीय सेवा प्रमुख 


 
पाली 12 नवम्बर | राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ  द्वारा आज नगर में पाली विभाग का गुणवत्ता पथ संचलन निकाला गया। जिसमे पूर्ण गणवेश में सैकड़ों स्वंयसेवकों ने कदम से कदम मिलाकर भाग लिया।

एक लय में बजते घोष की ताल पर एक साथ उठते कदम, घोष दंड के हरकतों से ही पूरी कतार पर नियंत्रण और समय की पाबंदी देख लोग आश्चर्य चकित हो गए। यह नजारा शहर में दिखाई दिया। जब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयंसेवकों ने शहर में गुणवत्ता पथ संचलन निकाला। पूर्ण गणवेश पहने घोष की आवाज के साथ सैकड़ों स्वयंसेवक कदम से कदम मिलाकर सीना ताने दंड धारण किए पूर्ण उत्साह के साथ शहर की गलियों से गुजरे तो हर कोई देखता रहा गया। 

घोष की ध्वनि ने शहर वासियों में जोश भर दिया जहाँ जहाँ से भी संचलन निकला पूरे रास्ते मे माहौल जय शिवा सरदार की....., बोलो रे बेलियो....., वंदे मातरम....., भारत माता की जय....., राष्ट्र भक्ति के उद्घोषों से गूंज उठा। संचलन का जगह जगह भारी पुष्पवर्षा से स्वागत किया गया। बालिकाओं और महिलाओं ने संचलन मार्ग पर स्वंयसेवकों के स्वागत हेतु अनेको जगह रंगोलियां सजाई। हर कोई नागरिक अति उत्साह से संचलन का स्वागत कर रहा था।

संघ के विभाग संघ चालक माननीय कमल गोयल ने बताया कि नए गणवेश में नगर में यह तीसरा संचलन है इस बार पूरे पाली विभाग का गुणवत्ता संचलन निकाला गया है पूर्व में पाली नगर का गुणवत्ता संचलन निकाला गया था। गुणवत्ता पथ संचलन प्रातः 10 बजे दुर्गादास नगर स्थित लोढ़ा स्कूल से प्रारंभ होकर नगर के मुख्य मार्गो सूरजपोल, सोमनाथ मंदिर, सराफा बाजार, रामद्वारा, खोडिया बालाजी, गोकुल वाड़ी से होते हुए सरस्वती स्कूल पहुँच कर समाप्त हुआ।

- कदम से कदम मिलेंगे तभी दिल मिलेंगे -
संचलन के बाद कार्यक्रम के बौद्धिक सत्र में अखिल भारतीय सेवा प्रमुख पराग जी अभ्यंकर ने कहा कि कदम से कदम मिलाकर चलना यह हमारा संस्कार है वेदों में भी कहा गया है साथ मे चलते हुए साथ मे बैठकर के विचार करते हुए साथ में कर्म करने के लिए जो समूह प्रबुद्ध होता है वो हमेशा विजयी हासिल करता है। पूर्व काल मे देवताओं ने भी जो विजय प्राप्त की वो साथ मे मिलकर काम करने से की। कदम से कदम मिलाकर साथ चलने से एक दूसरे के प्रति आत्मीयता का भाव जाग्रत होता है। संचलन तो एक माध्यम है मूल उद्देश्य तो कदम से कदम मिलते हुए हमारे ह्रदय से ह्रदय मिले और साथ मिलकर समाज व राष्ट्र निर्माण का कार्य करें। उन्होंने कहा कि 1925 में संघ की एक घंटे लगने वाली शाखा की स्थापना हुई। वह संघ का मूल आधार है। पिछले 92 वर्ष में संघ में समय-समय पर अनेक परिवर्तन हुए लेकिन शाखा के कार्यक्रमों में कोई परिवर्तन की आवश्यकता नही पड़ी क्योंकि शाखा व्यक्ति निर्माण का तंत्र है। संघ की प्रेरणा से चलने वाले अनेक संगठनों में समाज के बंधुओं को सक्रिय करने का कार्य सतत चल रहा है।

- जगह-जगह हुआ स्वागत -
गुणवत्ता पथ संचलन का जगह-जगह स्वागत किया गया। इसमें जनप्रतिनिधियों के साथ ही विभिन्न संगठनों द्वारा ध्वज पर पुष्पवर्षा कर संचलन का स्वागत किया गया। रास्ते में जगह-जगह नागरिकों ने स्वयंसेवकों का पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया। बालिकाओं और महिलाओं ने भी मार्ग में जगह-जगह रंगोली व पुष्प सज्जा से पथ संचलन का स्वागत किया। लोढ़ा स्कूल से सूरजपोल, सोमनाथ मंदिर, सराफा बाजार, रामद्वारा, खोडिया बालाजी, गोकुल वाड़ी, सरस्वती स्कूल तक विशेष स्वागत किया गया। कई स्थानों पर मुस्लिम समाज के लोगो ने भी पथ संचलन का स्वागत किया।

शनिवार, 14 अक्तूबर 2017

ग्राम विकास एवं कुटुंब प्रबोधन के कार्यों को गति देगा संघ -सरकार्यवाह श्री सुरेश भैय्याजी जोशी

शुक्रवार, 13 अक्तूबर 2017

जुड़ रहे हैं युवा, तेजी से बढ़ रहा है संघकार्य -श्री दत्तात्रेय होसबाले

जुड़ रहे हैं युवा, तेजी से बढ़ रहा है संघकार्य

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की तीन दिवसीय बैठक के उद्घाटन अवसर पर सह सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले ने दी जानकारी







भोपाल, 12 अक्टूबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्य लगातार बढ़ रहा है। पिछले वर्ष संघ की शाखा के स्थान में लगभग 550 की वृद्धि हुई है। वर्तमान में 34 हजार से अधिक स्थानों पर प्रतिदिन शाखा और 15 हजार से अधिक स्थानों पर साप्ताहिक मिलन संचालित हो रहे हैं। अर्थात् लगभग 49 हजार 493 स्थानों पर शाखा और मिलन के माध्यम से समाज में संघकार्य चल रहा है। इसके साथ ही 1600 शाखाओं और 1700 साप्ताहिक मिलन की संख्या में भी वृद्धि हुई है। सह सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले ने भोपाल स्थित शारदा विहार में संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक के औपचारिक शुभारंभ के बाद पत्रकारों को यह जानकारी दी। गुरु गोविंद सिंह सभागार में भारत माता की प्रतिमा पर पुष्पार्चन कर संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत और सरकार्यवाह श्री सुरेश भैयाजी जोशी ने कार्यकारी मंडल की बैठक का शुभारंभ किया। इस अवसर पर देशभर से आए लगभग 350 संघ के कार्यकर्ता बैठक में उपस्थित हैं। बैठक में 11 क्षेत्रों एवं 42 प्रांतों के पदाधिकारी शामिल हुए हैं। अखिल भारतीय पदाधिकारी, क्षेत्रों एवं प्रांतों के संघचालक, कार्यवाह, प्रचारक आगामी तीन दिन में संघ की तीन वर्ष की कार्य योजना, कार्य विस्तार और दृढ़ीकरण पर विचार-मंथन करेंगे। 

सह सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले ने बताया कि समाज में संघ कार्य बढ़ा है। संघ कार्य के विस्तार में युवाओं की बड़ी भूमिका है। संघ का एक प्रकल्प है ज्वाइन आरएसएस, इसके माध्यम से बड़ी संख्या में टेक्नोसेवी युवा संघ से जुड़ रहे हैं। ज्वाइन आरएसएस के माध्यम से जुड़ने वाले युवाओं की संख्या में 2015 की तुलना में 2016 में 48 प्रतिशत और 2017 में 52 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह सभी आंकड़े जनवरी से जून तक के हैं। इनमें 20 से 35 आयु वर्ग की संख्या अधिक है। उन्होंने बताया कि संघ ग्राम विकास, कुटुम्ब प्रबोधन और सामाजिक समरसता जैसी गतिविधियां संचालित कर रहा है। संघ के कार्यकर्ताओं के प्रयास से लगभग 450 गाँवों में उल्लेखनीय बदलाव आया है। श्री होसबाले ने बताया कि संघ मानता है कि परिवार समृद्ध और सुदृढ़ होंगे तो राष्ट्र भी समर्थ बनेगा। इस विचार को लेकर संघ के कार्यकर्ताओं ने 15 वर्ष पूर्व कर्नाटक में कुटुम्ब प्रबोधन का प्रयोग प्रारंभ किया। आज यह प्रयोग पूरे देश में चलाया जा रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। कुटुम्ब प्रबोधन का महत्त्व समझने के लिए सबको डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की एक पुस्तक पढ़नी चाहिए, जो कुटुम्ब प्रबोधन के विषय पर उनके और जैन संत आचार्य  महाप्रज्ञ के साथ संवाद पर आधारित है। इस पुस्तक में पारिवारिक मूल्यों और राष्ट्र निर्माण पर अच्छा मार्गदर्शन है।

श्री होसबाले ने बताया कि अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की इस बैठक में संघ की आगामी तीन वर्ष की कार्ययोजना तैयार की जाएगी। कार्यकारी मंडल की रचना तीन वर्ष के लिए होती है। मार्च-2018 में यह तीन वर्ष पूरे हो रहे हैं। इसलिए कार्यकारी मंडल की रचना के संबंध में भी विचार किया जाएगा, जिसे मार्च-2018 में होने वाली प्रतिनिधि सभा की बैठक में अंतिम स्वरूप दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बैठक में संघ के कार्य विस्तार, वर्तमान में चल रहे कार्यों का वृत्त एवं कार्यों की उपलब्धि का वृत्त प्रस्तुत किया जाएगा। पिछले छह माह के कार्य की समीक्षा होगी। बैठक में संघ शिक्षा वर्ग (कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग) के संबंध में भी चर्चा होगी।

सह सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले ने बताया कि मध्यप्रदेश में संघ का कार्य प्रारंभ से ही अच्छा है। मध्यप्रदेश ने संघ को अनेक प्रामाणिक कार्यकर्ता दिए हैं। लम्बे समय के बाद अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक भोपाल में हो रही है। उन्होंने कहा कि विजयादशमी पर सरसंघचालक का उद्बोधन संघ की नीति को दर्शाता है। संघ ने देश के लगभग 20 स्थानों पर बुद्धिजीवियों के बीच उद्बोधन में आए विभिन्न विषयों पर चर्चा का आयोजन किया है। सरसंघचालक ने विभिन्न विषयों को लेकर जो अभिप्राय प्रकट किया, उसके प्रति प्रबुद्ध वर्ग ने भी सहमति एवं समर्थन जताया है। श्री होसबाले ने कहा कि सबको अपने मत को लेकर दृढ़ रहना चाहिए, परंतु समाज के बीच स्वस्थ संवाद होना चाहिए। संघ के कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमलों के संबंध में उन्होंने बताया कि केरल, पश्चिम बंगाल, पंजाब और कर्नाटक सहित कुछ अन्य स्थानों पर संघ के कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमलों की संख्या बढ़ी है। संघ के कार्यकर्ताओं पर हमले हमलावरों की वैचारिक पराजय का प्रदर्शन करते हैं। एक विशेष विचारधारा का अस्तित्व बचाने के लिए हताशा में उसके कार्यकर्ता संघ के स्वयंसेवकों पर हमले कर रहे हैं। 

प्रदर्शनी 'धरोहर' का उद्घाटन 
महापुरुषों के जीवन दर्शन पर केंद्रित प्रदर्शनी 'धरोहर' का उद्घाटन गुरुवार प्रात: 8:15 बजे सह सरकार्यवाह श्री सुरेश जी सोनी ने किया। प्रदर्शनी में पद्मभूषण कुशोक बकुल रिनपोछे के जीवन दर्शन को दिखाया गया है। यह उनका जन्मशताब्दी वर्ष है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में शिक्षा के प्रसार और समाज सुधार के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया। इसके साथ ही 350वीं जयंती के उपलक्ष्य में गुरु गोविंद सिंह और 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में भगिनी निवेदिता के जीवन दर्शन को भी प्रदर्शित किया गया है। संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के संबंध में भी चित्र प्रदर्शित किए गए हैं।

सोमवार, 2 अक्तूबर 2017

थार संवाद - विजयादशमी २०१७

जोधपुर प्रान्त - समाचार पत्रों से विजयादशमी उतसव की खबरे

जोधपुर प्रान्त - समाचार पत्रों से विजयादशमी उतसव की खबरे









साभार : राजस्थान पत्रिका , दैनिक भास्कर

गो विज्ञान एवं सामान्य ज्ञान परीक्षा 3 अक्टुबर को

गो विज्ञान एवं सामान्य ज्ञान परीक्षा 3 अक्टुबर को
राजस्थान प्रांत में बैठेगें 3 लाख विद्यार्थी

30 सितम्बर 2017 जोधपुर . परम् पूज्य माधव गो विज्ञान अनुसंधान एवं सामान्य ज्ञान परीक्षा 2017 के प्रथम चरण की परीक्षा 3 अक्टूबर को राजस्थान के 1375 परीक्षा केेन्द्रो पर आयोजित होगी।
राजस्थान परीक्षा प्रभारी ओमप्रकाश गौड़ ने बताया कि यह परीक्षा विद्यालयों में 3 अक्टूबर को  सुबह 11 बजे से 12 बजे तक आयोजित होगी।
उन्होनें बताया इस बार राजस्थान से लगभग 3 लाख विद्यार्थी इस परीक्षा में सम्मलित होंगे। यह परीक्षा गत 7 वर्षों से सफलता पूर्वक आयोजित की जा रही है।
यह परीक्षा बाल वर्ग और किशोर वर्ग में आयोजित की जाएगी। कक्षा 6 से 8 तक के विद्यार्थी बाल वर्ग एवं कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थी किशोर वर्ग में परीक्षा देंगे।
जोधपुर महानगर संयोजक अशोक गुप्ता के अनुसार इस बार  जोधपुर महानगर में कुल 185 केन्द्रों पर 40 हजार विद्यार्थी परीक्षा में  भाग लेंगे। परीक्षा की सभी तैयारियां पूर्ण की जा चुकी हैं।
सभी जिला एवं तहसील केन्द्रों पर ओएमआर शीट एवं प्रश्नपत्र पहँुचाए जा चुके हैं एवं उक्त परीक्षा विद्यालयों बनाये गए परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित होगी।
परीक्षा में सभी प्रश्न बहुवैकल्पिक होंगे जिनके उत्तर विद्यार्थियों को ओएमआर शीट पर देने होंगे।  प्रथम चरण में विद्यालय में प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करनें वाले विद्यार्थी द्वितीय चरण की परीक्षा में भाग ले सकेगे। परीक्षा में भाग लेनें वाले सभी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किये जाएगें।

शनिवार, 5 अगस्त 2017

आरएसएस के कार्यकर्ताओं की केरल में हत्या: माकपा का लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला



राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले द्वारा नई दिल्ली में अगस्त 4 को  आयोजित एक संवादददता सम्मेलन में जारी किया गया वक्तव्य

आरएसएस के कार्यकर्ताओं की केरल में हत्या: माकपा का लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला
नई दिल्ली 4 अगस्त 17 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बस्ती कार्यवाह एस. एल. राजेश (34) की निर्मम हत्या ने एक बार पुन: माकपा द्वारा की जा रही हत्याओं की राजनीति की ओर सबका ध्यान आकर्षित किया है।  राजेश जी  तिरुवनंतपुरम के निकट एडवाकोड के बस्ती कार्यवाह थे। पिछले 12 महीनों में यह संघ के 13वें कार्यकर्ता की हत्या है, इसके अलावा भाजपा की एक महिला कार्यकर्ता को जिंदा जलाया गया।
माकपा की हत्या की राजनीति का लंबा इतिहास है। वर्ष 1969 में पहली बार केरल में संघ के कार्यकर्ता की हत्या की गई थी जब मार्क्सवादी नेताओं को लगा कि राष्ट्रीयता से परिपूर्ण इस संगठन का प्रभाव क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है। तब से अब तक लगभग 300 स्वयंसेवकों की माकपा कार्यकर्ताओं द्वारा हत्या की जा चुकी है। कम्युनिस्टों के बीच इसे 'कन्नूर मॉडल' का नाम दिया गया है।
आपातकाल (1975-77) के बाद जब बड़ी संख्या में कम्युनिस्ट कार्यकर्ता संघ की ओर आ रहे थे, उस समय इन हत्याओं में  कई गुना वृद्धि हुई। इतिहास इस बात का गवाह है कि  हिंसा और हत्याओं का यह दौर केवल संघ बनाम माकपा नहीं है, जैसा कि कई बुद्धिजीवियों ने प्रदर्शित करने का प्रयास किया है; बल्कि  यह संघर्ष माकपा बनाम सभी अन्य है। जो कोई भी माकपा के अत्याचार और अन्याय के खिलाफ खड़ा होने का प्रयास करता है, फिर भले ही वह माकपा का कार्यकर्ता, क्यों न हो, उसे हिंसा का शिकार होना पड़ता है।
संघ के खिलाफ इतनी हिंसा होने के बाद भी हमने हमेशा बातचीत से मामला सुलझाने का प्रयास किया, अब तक तीन बार हम ऐसा प्रयास कर चुके हैं। हर बार इसकी प्रतिक्रिया में यां तो किसी स्वयसंवेक की निर्मम हत्या कर दी जाती है यां हमारा  उपहास किया जाता है। दुख की बात ये है कि केरल की पुलिस भी मार्क्सवादी यूनियन की तरहं काम करती है। ऐसे किसी भी मामले में निष्पक्ष जांच नहीं करने दी जा रही है। केरल में कम्युनिस्टों के प्रभुत्व के मूल में 'पार्टी के गांव' हैं। ये वे गांव हैं जहां माकपा का एकछत्र आधिपत्य है, कोई अन्य राजनीतिक दल यहां अपनी कोई गतिविधि नहीं कर सकता है, यहां तक कि चुनावों में यहां प्रचार करना भी संभव नहीं हो पाता है। मुख्यमंत्री श्री पिणराई विजयन स्वयं कन्नूर से हैं तथा उन पर राजनीतिक हत्याओं का आरोप है। जब से उन्होंने राज्य में कमान संभाली है तब से यह हिंसक राजनीतिक चरमोत्कर्ष पर पहुंच गई है।  केरल में माकपा के राज्य सचिव के. बालाकृष्णन भी कन्नूर से हैं और ऐसे  आपराधिक तत्वों को प्रश्रय दे रहे हैं जो कन्नूर से बाहर निकलकर तिरूवनंतपुरम में जा पहुंचे हैं और अब पूरे राज्य में हिंसा फैला रहे हैं।
हमारे ऐसे स्वयंसेवकों पर हमला किया जा रहा है जो अत्यंत सामान्य परिवारों  व पिछड़ी जातियों से हैं। यह केवल संघ पर ही हमला नहीं है बल्कि मानवाधिकारों का उल्लंघन और देश में लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला है। इस मामले में सभी संबद्ध पक्षोंकेंद्र सरकार, मीडिया, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं तथा राजनीतिक दलोंको गंभीरता से इस विषय को लेना चाहिए और उपयुक्त कार्यवाही कर संविधान के दायरे में रहते हुए 'ईश्वर के इस अपने स्थान (गॉड्स ओन कंट्री)' को असहिष्णु कम्युनिस्ट व इस्लामिक विचारधाराओं से बचना चाहिए।

बुधवार, 26 जुलाई 2017

ढोला गांव में बाढ़ पीड़ितों के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भोजन पैकेट तैयार करवाये और गांव में वितरित किये।

सेवा है यज्ञ कुंड-समिधा सम हम जले ।
 


ढोला गांव में बाढ़ पीड़ितों के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ,(पाली ,रानी,और सांडेराव) से  भोजन पैकेट तैयार करवाये और गांव में वितरित किये।
 

बरलूट ग्राम के संघ के कार्यकर्ताओं ने प्रस्तुत  की मानवता की अद्भुत मिशाल-  

भारी बारिश से फँसे क़रीब 500 यात्रियों के भोजन की व्यवस्था की गई आज .. संघ की सेवा के इस भगीरथ कार्य में समस्त बरलूट के ग्रामवासी भी बड़े भावसे जुड़े- एवं रात्रि उन्हें विश्राम के लिए भी पूरी व्यवस्था की गई।

(बरलूट-जावाल के बीच  आबूजी नदी रोड से क़रीब ३ फूट ऊपर बह रही होने के कारण बरलूट से आगे यात्री नहीं जा पाने से उन्हें बरलूट में रुकना पड़ा है)





राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक कर्तव्य निर्वाहन करते हुए


पाली जालोर सिरोही में  अतिवृष्टि एवं बाढ़ के हालात में राष्ट्रीय  स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक़ो ने  भिन्न भिन्न स्थानों पर अतिवृष्टि एवं बाढ़ से ग्रस्त   लोगों को भोजन पैकेट एवं अन्य सामग्री का वितरण किया। 

 

भुला क्षेत्र के वनवासी रोहिड़ा नदी के कारण घर नही जा सके ऐसे 70 पुरुषो एवम 10 महिला की 2 दिन से रोहिड़ा (सिरोही) के स्वयंसेवको ने रहने व भोजन की व्यवस्था की ।
 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
आबूरोड (सिरोही) के स्वयंसेवको द्वारा बाढ़ पीड़ितों को भोजन एवं ठहराने की उत्तम व्यवस्था 
की गई।
 
 
 


 

विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित