शुक्रवार, 28 नवंबर 2014

RSS का प्लान, हर गांव में लहराए हिंदुत्व का झंडा

ग्रामीणों में ही नेतृत्व तलाशें

भैयाजी जोशी ने कहा कि खुद जाकर वहां शाखाएं शुरू कराएं। फिर उन्हीं में से किसी को इसकी जिम्मेदारी दे दें। आवश्यक हो तो अगल-बगल के स्थानों के प्रमुख लोगों को यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। जब नियमित रूप से साप्ताहिक शाखाएं चलने लगें तो उन्हें प्रतिदिन करने की कोशिश की जाए।

नए लोगों को जोड़ने पर जोर
सरकार्यवाह ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में कई नए लोग संघ की विचारधारा के नजदीक आए हैं। जिलों के लोग उनसे संपर्क करके उन्हें शाखाओं से जोड़ें।

इससे आगे चलकर एक ऐसा बड़ा वर्ग हमारे साथ होगा, जिसके सहारे समाज में विचारधारा की पकड़ व पैठ ज्यादा मजबूत बनाई जा सकेगी तक काम पूरा करने का दिया आदेश

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश जोशी भैयाजी के प्रवास के तीसरे दिन भी उनकी चिंता शाखाओं का विस्तार और उनकी सक्रियता को लेकर रही। भैयाजी ने आदेश दिया कि मार्च तक मुख्य मार्ग से जुड़े हर गांव में संघ की शाखा स्‍थापित हो जाए।

उन्होंने संघ की जिला टोली में शामिल पदाधिकारियों से बातचीत में दो दिन के विचार-विमर्श की बातें दोहराने के साथ ही बंद हो चुकी शाखाओं को शुरू करने पर सबसे पहले ध्यान देने की नसीहत दी।

उन्होंने कहा कि इसके लिए जिले के लोग संबंधित स्थानों पर जाएं। पुराने लोगों से मिलें। उनकी कठिनाइयां जानें और उन्हें सक्रिय करें।

राजधानी के सीतापुर रोड पर आईआईएम के पास ग्रामीण क्षेत्र के एक स्कूल में गुरुवार को हुई बैठक में जिलों के लोगों को शाखाओं का लक्ष्य सौंपकर मार्च तक पूरा करने का आग्रह किया गया प्लान, हर गांव में लहराए हिंदुत्व का झंडा!

इस तरह संघ से जोड़ा जाएगा ग्रामीणों को

भैयाजी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर पहले संघ की शाखाएं नियमित लगती थीं और उन पर काफी संख्या में लोग जुटते थे। धीरे-धीरे ये शाखाएं अनियमित हुईं और फिर बंद हो गईं। इसलिए नया काम शुरू करने से पहले पुराने काम को दुरुस्त करने पर ध्यान दिया जाए।

कोशिश हो कि मार्च तक उन सभी स्थानों पर प्रभावी तरीके से संघ की शाखाएं शुरू हो जाएं जहां कुछ वर्षों पहले लगती थीं। उन्होंने जिले के लोगों को शाखाओं के साथ-साथ सामाजिक कार्यों व वहां की समस्याओं के समाधान में सक्रिय भागीदारी के साथ ही सामाजिक बुराइयों के खिलाफ अभियान चलाने, गरीबों की समस्याओं के समाधान में हाथ बंटाने का सुझाव भी दिया।

जानकारी के मुताबिक, जोशी ने कहा कि मार्च तक कम से कम मुख्य मार्गों के किनारे स्थित उन गांवों और कस्बों में संघ की शाखाएं हर हालत में नियमित हो जाएं, जहां पहले संघ का अच्छा काम था।

उन्होंने सुझाव दिया कि गांव वालों को जोड़ने के लिए शुरुआत में साप्ताहिक शाखाओं का प्रयोग शुरू किया जा सकता है। इसके लिए जिले के पदाधिकारी सुविधानुसार कोई दिन तय कर लें

साभार अमर उजाला

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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित