सामाजिक समरस्ता से दूर होगा छुआछूत- इंद्रेश कुमार जी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य इंद्रेश कुमार जी उध्बोधन देते हुए |
जोधपुर, 14 अप्रेल। छुआछूत एक गंभीर राष्ट्रीय समस्या हैं,। सामाजिक समरसता के माध्यम से ही इसे दूर किया जा सकता है। यह विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य इंद्रेश कुमार जी ने उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। अवसर था राष्ट्रीय जन चेतना न्यास एवं नगर निगम जोधपुर द्वारा बाबा साहेब भीमराव अबेडकर की 126वीं जयन्ति पर आयोजित कार्यक्रम का। खचाखच भरे जोधपुर के टाउन हॉल में बाबा साहेब के जीवन के कई पहलुओ को इस कार्यक्रम को रेखाकिंत किया गया।
मुख्य वक्ता इंद्रेश कुमार जी ने कहा देश मे छुआछुत क्रूरता की चरम सीमा पर था तब भीमराव अम्बेडकर का जन्म हुआ था। बाबा साहेब ने हिन्दुओ का धर्मान्तरण न हो इसलिए हिन्दुत्व पंथ के भारतीय संस्कार एवं संस्कृति से जुड़े बौद्ध धर्म को स्वीकार कर करोड़ो हिन्दुओ को धर्मान्तरण से बचाया। क्योंकि बाबा साहेब जानते थे कि अस्पर्शयता को कभी धार्मिक ,नैतिक व सामाजिक अनुमति नहीं थी। जाति से पुकारने की परम्परा भी पुरातन भारत में नहीं थी। जातिवाचक पुकारने की परम्परा षडयंत्र पुर्वक अग्रेजों द्वारा चलाई थी जिसका मूल उद्धेश्य हिन्दू समाज का विभाजन करना था। जातिवाद छुआछुत को मिटाना ही सच्ची ईश्वर की भक्ति हैं।
उन्होने बताया संघ का सामाजिक, समरसता जनचेतना के प्रयास रंग ला रहे है, एक कुआ, एक मंदिर, एक शम्शान का अभियान राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ चला रहा है।
डॉ अम्बेडकर भारत के विभाजन के पक्ष में नहीं थे
इंद्रेश कुमार जी ने अपने उध्बोधन में बताया कि डॉ अम्बेडकर भारत के विभाजन के पक्ष में नहीं थे इसलिए उन्होंने समझौते की बैठक से दुरी बनाये रखी. भारत को आज़ादी बाद में मिली पहले विभाजन मिला।
छुआछुत मुक्त भारत के निर्माण का दिलाया संकल्प
सभी समाजो से आये समाज प्रतिनिधियों को इस अवसर पर छुआछुत मुक्त भारत बनाने का संकल्प दिलवाया समाज में खुशहाली हो, कोई भी बिना कपड़ा नहीं रहें, कोई भी भुखा नहीं रहे ऐसी हमारी ग्राम की रचना बननी चाहिये ।
सभी समाजो से आये समाज प्रतिनिधियों को इस अवसर पर छुआछुत मुक्त भारत बनाने का संकल्प दिलवाया समाज में खुशहाली हो, कोई भी बिना कपड़ा नहीं रहें, कोई भी भुखा नहीं रहे ऐसी हमारी ग्राम की रचना बननी चाहिये ।
जाति, बिरादरी के प्रतिनिधियों की रही सहभागिता
क्रार्यक्रम में सभी जातिबिरादरी के मुखिया एवं प्रतिनिधियों ने भाग लिया जिससे कार्यक्रम का वातावरण सामाजिक समरसता , समानता और समता बना हुआ नजर आ रहा था।
क्रार्यक्रम में सभी जातिबिरादरी के मुखिया एवं प्रतिनिधियों ने भाग लिया जिससे कार्यक्रम का वातावरण सामाजिक समरसता , समानता और समता बना हुआ नजर आ रहा था।
मंच पर राष्ट्रीय जन चेतना न्यास के सत्यपाल हर्ष, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त संघचालक ललित कुमार शर्मा , महापौर घनश्याम औझा एवं नगर निगम जोधपुर के आयुक्त शिव प्रसाद मदन नकाते भी विराजमान थे।
कार्यक्रम के समापन पर जन चेतना न्यास के सचिव हरदयाल वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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