हिन्दू समाज देश की रीढ़ : दुर्गादास
नागौर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गत 87 साल से संगठन के माध्यम से हिन्दू समाज में राष्ट्रीय चेतना जगाने का काम कर रहा है। देश का हिन्दू संगठित व शक्तिशाली होगा तो देश मजबूत व शक्तिशाली होगा और हिन्दुओं के कमजोर होने पर देश भी कमजोर होगा। राजस्थान क्षेत्र प्रचारक दुर्गादास ने यह बात कही। वे शनिवार शाम को शारदा बाल निकेतन में 20 दिवसीय संघ शिक्षा वर्ग (प्रथम वर्ष) के समापन समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। दुर्गादास ने कहा कि हिन्दू समाज देश की रीढ़ है, देश की राष्ट्रीयता है। संघ देश को बल, वैभव व गुण संपन्न बनाने के कार्य में जुटा है। राष्ट्रीय चेतना को देश की आत्मा बताते हुए उन्होंने कहा कि इसके अभाव में देश में गंभीर परिस्थिति खड़ी हो जाती है।
हाल ही चीनी सेना की ओर से भारत की सीमा में घुसपैठ को चिंताजनक व देश की संप्रभुता के लिए खतरा बताते हुए कहा कि केन्द्र की कमजोर नीतियों के चलते यह स्थिति उत्पन्न हुई है। नदियां किसी एक देश की संपत्ति नहीं होती। ब्रह्मपुत्र नदी पूर्वोत्तर भारत की जीवन रेखा है और इस पर बांध बनाकर चीन पूर्वाेत्तर के लोगों को पानी से वंचित करने की चाल चल रहा है। उन्होंने कहा कि राम सेतु का मामला हो या अमरनाथ श्राइन बोर्ड का मुद्दा, हिन्दू समाज ने हर जगह जागरूक होकर इस पर विजय पाई है। संघ को बदनाम करने की तमाम कोशिशें हुई। मनगढंत आरोप लगाकर इस पर प्रतिबंध लगाने का दुस्साहस किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली।
उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति व परंपराओं पर चोट करने के लिए बड़ी कंपनियां धन देकर प्रायोजित तरीके से ऎसे कार्यक्रम तैयार करवाती है जिसका सीधा प्रभाव देश की संयुक्त परिवार की परंपरा पर पड़ता है। लिव इन रिलेशनशिप को कानून सम्मत बनाया जा रहा है उन्होंने कहा कि आज देश का हिन्दू समाज संगठित होकर अधिकारों प्रति जागरूक हो रहा है। यह संघ की कई सालों की साधना का परिणाम है। इससे पूर्व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बालकिशन काकड़ा ने कहा कि युवा शक्ति को देखकर लगा कि इसकी शक्ति सही दिशा में लग रही है।
संत हेतमराम महाराज ने कहा कि मनुष्य देह राष्ट्र व संस्कृति की रक्षा के लिए मिली है। जीवन में वास्तव में जो कार्य किया जाना चाहिए उस कार्य की झलक यहां मिली है। वर्ग कार्यवाह रामचन्द्र ने वर्ग का प्रतिवेदन पढ़ा। इससे पूर्व स्वयंसेवकों ने योगासन, व्यायाम, सूर्य नमस्कार, दण्ड प्रदर्शन, नियुद्ध ,सामूहिक समता व्यायाम आदि का प्रदर्शन किया। घोष वर्ग के प्रशिक्षणार्थियों ने भारतीय राग व ताल पर आधाारित रचनाओं का प्रदर्शन किया। मंचस्थ बीकानेर विभाग के संघ संचालक वर्गाधिकारी नरोत्तम व्यास, सह संघ संचालक नंद किशोर सोनी के अलावा संज जाानकी दास, स्वामी रामनिरंजन तीर्थ, संघ के राष्ट्रीय ग्राम विकास प्रमुख दिनेश कुमार, मोहन राम चौधरी, भोजराज सारस्वत, सम्पतमल लूणावत, संघ के पदाधिकारी, शहर के गणमान्य लोग मौजूद थे।
'प्रतिभाओं को ही कुंठित किया जा रहा है'
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