सोमवार, 27 फ़रवरी 2012

स्वयंसेवकों ने दी अनुशासन की सीख



स्वयंसेवकों ने दी अनुशासन की सीख

बाड़मेर

निर्माणों के पावन युग में चरित्र निर्माण ना भूलें...इन्हीं पंक्तियों के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सैकड़ों स्वयंसेवकों ने शहर में पथ संचलन किया। कदम से कदम मिलाते स्वयंसेवकों ने अनुशासन की सीख दी तो उठो जवानों बढ़ो जवानों, मां ने हमें पुकारा है...से देशभक्ति का जज्बा भरा।

स्थानीय सरदारपुरा संघ स्थान से सुबह 11.30 बजे पथ संचलन शुरू हुआ। पुरानी सब्जी मंडी, जवाहर चौक, गंगा मैया मंदिर, सुभाष चौक, अहिंसा सर्किल, कोतवाली, पांच बत्ती चौराहे से होते हुए माहेश्वरी चौक पर संचलन संपन्न हुआ।

इससे पूर्व एकत्रीकरण में प्रांत संघचालक ललित शर्मा ने कहा कि प्रामाणिक कार्यों के साथ संघ समाज को भ्रष्टाचार, जातिवाद से बचाकर संगठित करने का कार्य कर रहा है। उन्होंने स्वयंसेवकों से संघ को बढ़ाने का आह्वान किया।

छह सौ से ज्यादा स्वयंसेवक हुए शामिल

पथ संचलन में नगर के छह सौ से अधिक स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में शामिल हुए। ध्वज वाहिनी व तीन घोष वाहिनियों समेत तेईस वाहिनियों ने पथ संचलन में भाग लिया। संचलन कोतवाली से पांच बत्ती सर्किल की ओर मुड़ा तब तक अहिंसा सर्किल से स्वयंसेवक कतारबद्ध चले आ रहे थे। लोगों को एक ही स्थान से पूरा संचलन देखने के लिए सात मिनट तक खड़ा रहना पड़ा।

पुष्पवर्षा से किया स्वागत

पथ संचलन के निर्धारित पथ व समयानुसार कई संगठनों, संस्थाओं एवं आम लोगों ने पुष्पवर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत किया। इससे सड़कें फूलों की पंखुडिय़ों से अट गईं।

घोष ने बढ़ाया उत्साह

पथ संचलन में तीन अलग-अलग घोष के ताल व लय के साथ स्वयंसेवक कदम मिलाकर चल रहे थे। संचलन के दौरान जिला संघचालक पुखराज गुप्ता समेत कई वरिष्ठ स्वयंसेवकों ने उत्साहवर्धन किया।

आरएसएस का पथ संचलन, जगह-जगह फूल बरसाकर लोगों ने किया स्वागत

पथ संचलन में दिखा उत्साह

बाड़मेर। २७ फ़रवरी २०१२ . राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने रविवार को शहर पथ संचलन किया। कदम से कदम मिलाकर जब पथ संचलन शहर के मार्गो से गुजरा तो वातावरण राष्ट्रभक्तिमय हो गया। अनुशासन व पंक्तिबद्ध चल रहे स्वयंसेवकों का जगह-जगह स्वागत किया गया। पथ संचलन स्थानीय सरदारपुरा से सुबह साढ़े ग्यारह बजे आरम्भ हुआ।

पुरानी सब्जी मण्डी, जवाहर चौक, गंगा मैया मंदिर, सुभाष चौक, अहिंसा सर्किल, कोतवाली, पांच बत्ती चौराहा से होकर पंथ संचलन माहेश्वरी चौक पहुंच सम्पन्न हुआ। इससे पूर्व एकत्रीकरण को संबोधित करते हुए प्रांत संघ चालक ललित शर्मा ने कहा कि संघ रूपी पौधे को 1925 मे बोया और आज यह वट वृक्ष बन गया है। संघ समाज को भ्रष्टाचार, जातिवाद से बचाकर संगठित करने का कार्य कर रहा है। उन्होंने स्वयंसेवकों से अंधकारमय वातावरण को प्रकाशित कर वट वृक्ष की जड़े गहरी करने का आह्वान किया।

पंथ संचलन में छह सौ से अधिक स्वयंसेवकों ने गणवेश के साथ भाग लिया। ध्वजवाहिनी व तीन घोष वाहिनियों समेत 23 वाहिनियों का लम्बा संचलन जिधर से भी गुजरा लोगों ने स्वागत किया। जगह-जगह इस पर पुष्प वर्षा की गई। जिला संघ चालक पुखराज गुप्ता ने उत्साहवर्द्धन किया।

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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित