देश में आर्दश नागरिक बनाने की भूमिका निभायें -- इन्द्रेश कुमार
भारत को विश्व गुरू बनने से कोई रोक नहीं सकता -- गजेन्द्रसिंह शेखावत
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद की 33 वीं प्रबन्धक कारिणी सभा का समापन
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद की 33 वीं प्रबन्धक कारिणी सभा को उध्बोधन देते हुए इन्द्रेश कुमार जी |
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद की 33 वीं प्रबन्धक कारिणी सभा का दृश्य |
जोधपुर २० जुलाई २०१४। अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद की 33 वीं प्रबन्धक कारिणी सभा का समापन भारतमाता एवं नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के चित्रों पर माल्यापर्ण व दीप प्रज्ज्वलन एवं सुश्री सोनिका शर्मा के वन्देमातरम् प्रस्तुति से हुआ।
प्रबन्धक कारिणी सभा का समापन समारोह के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य तथा पूर्व सैनिक सेवा परिषद के मार्गदर्शक माननीय इन्द्रेश कुमार जी मुख्य अतिथि, जोधपुर सांसद श्री गजेन्द्रसिंह शेखावत व अध्यक्षता मेजर जनरल एन एन गुप्ता तथा विशिष्ट अतिथि श्री अमृत जी जैन अधिवक्ता अध्यक्ष श्री नाकोडा जैन तीर्थ थे .
माननीय इन्द्रेश कुमार जी बताया कि देश के नागरिको में जब सांस्कृतिक व चारित्रिक पतन होता है तब देश में बलात्कार, नशाखोरी व देशद्रोह की मांनसिकता बढ़ जाती है जिससे राष्ट्र में अशान्ति व असुरक्षा का वातावरण निर्माण होता है . उन्होंने सैनिक परिवारों की मातृशक्ति से आग्रह किया कि वर्तमान राष्ट्रीय भावना को कुंठीत करने वाले नशा, भ्रष्टाचार, बलात्कार एवं देशद्रोह को समाप्त करने के लिए देश में आर्दश नागरिक बनाने की भूमिका निभायें।
माननीय इन्द्रेश कुमार जी ने अपने उद्बोधन में बोलते हुए कहा कि पूर्व सैनिक सेवा परिष द एक अनुशाषि त व राष्ट्र को समर्पित व्यक्तियों का संगठन हैं, जिसके अनुभव व योग्यता से राष्ट्र की अनेको समस्यायें सुलझाई जा सकती हैं। माननीय इन्द्रेश जी ने धारा 370, एक प्रधान एक निशान व एक विधान तथा पंचशील समझोते जैसे विषयों पर बोलते हुए कहा कि हमें खुले दिमांग से इन मुद्दों पर लाभ हानि के आधार पर सकारात्मक चर्चा करनी चाहिए। माननीय इन्द्रेश जी ने वर्तमान सरकार से अपेक्षा रखते आशान्वित किया कि यह सरकार राष्ट्रहित को सर्वेापरि रखकर अपने वादो पर खरा उतरेगी।
मुख्य अतिथि जोधपुर के सांसद श्री गजेन्द्रसिंह शेखावत ने कहा कि सैनिक अपने योवन काल में देश की सीमाऐं पर अपने ऐशों आराम त्याग कर व जान की बाजी लगाकर देश की रक्षा करता है। जब देश का सैनिक जगा रहता हैं तब देश वासी को आराम की नींद आती हैं तथा सेवा निवृति के पश्चात पूर्व सैनिक अपने अनुभव एवं अनुशासन के द्वारा राष्ट्र कार्य में अपना योगदान दे तो भारत को विश्व गुरू बनने से कोई रोक नहीं सकता।
विशिष्ट अतिथि श्री अमृत जी जैन ने कहा कि सैनिको के प्रति समाज में बहुत सम्मान हैं तथा हमें गर्व महसूस हो रहा हैं कि पूर्व सेवा परिषद का अखिल भारतीय आयोजन भुंवाल माता मंदिर परिसर में सम्पन्न होने जा रहा हैं।
पूर्व सैनिक सेवा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लेफ्टि जनरल वी.एम. पाटील ने कहा कि हमें अपना लक्ष्य निर्धारित करते हुए अपनी पहचान को बनाये रखकर राष्ट्रहित में कार्य करना चाहियें तथा ईमानदारी,वफादारी,व कर्तव्यनिष्टा के साथ अपने संगठन को मजबूत करने के लिए समर्पित रहना चाहियें।
सभी प्रदेशों के महासचिवो ने अपने-अपने प्रदेश का वृत प्रस्तुत किया व राष्ट्रीय कोषाध्य्क्ष विंग कमान्डर एन.के.सिंह ने लेखा अनुदान प्रस्तुत किया । अन्त में आगामी कार्यक्रम की खुली चर्चा हुई।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों को परिचय एवं मारवाड़ की परम्परा अनुसार साफा पहनाकर स्वागत किया गया। स्वागत भाषण में बोलते हुए जोधपुर जिला अध्यक्ष केप्टन उम्मेद सिंह राठौड़ ने कहा कि हम अपने आप को सौभाग्यशाली समझते हैं कि वीरवर दुर्गादास राठौड़ की धरा पर इस पवित्र स्थल पर यह तीन दिवसीय क्रार्यक्रम राष्ट्रीय विभूतियों का सानिध्य हमें प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम के अन्त में अतिथियों को परिषद का प्रतिक चिन्ह भेट किया गया तथा राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राजस्थान क्षेत्रिय प्रचारक प्रमुख माननीय दुर्गादास जी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राजस्थान क्षेत्रिय प्रचार प्रमुख माननीय श्रीवर्द्धन, पूर्व सैनिक सेवा परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री माननीय विजय कुमार जी, सेन्य मातृशक्ति राष्ट्रीय संयोजिका श्रीमति प्रभा यादव व सभी प्रदेशों के प्रदेश अध्यक्ष महासचिव तथा कोषाध्यक्ष परिषद के अखिल भारतीय महासचिव ब्रिगेडियर एस सी सरीन, वायस एयर मार्शल डी के दिक्षित, ब्रिगेडियर गोविन्द मि़श्रा, ग्रुप केप्टन मेहेन्द्रु ,राष्ट्रीय संगठन महामंत्री महेश गांघी, सेन्य सन्देश पत्रिका के संपादक कर्नल डी बी सिंह, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ग्रुप केप्टन एन के सिंह, कर्नल भाद्वाज, कर्नल पांडा, कर्नल फर्निकर, कर्नल के शेखावत, कमाडन्ट हनुवंत सिंह खिचीं, कप्टेन राम सिंह चांदावत, केप्टन राम सिंह धाधल, केप्टन सायर सिंह, केप्टन चतर सिंह, केप्टन डूंगरसिंह, आनन्दसिंह, चतरसिंह, फ्लाइग ओफिसर नारायण सिंह, केप्टन आम्ब सिंह, के हनुमान सिंह, नरपत सिंह, श्याम सिंह, रधुराजसिंह, राजेन्द्रसिंह राठौड़, नेताजी सुभाष युवा केन्द्र के जिला सयोजक श्याम पालिवाल, भरत सिंह, धमेंन्द्र चैधरी एवं मातृशक्ति संगठन की सदस्य श्रीमति रतन कंवर एवं सैकड़ो पूर्व सैनिक स्थानीय गणमान्य नागरिक एवं मातृशक्ति उपस्थित थी।