शुक्रवार, 30 सितंबर 2011
‘सीमा पर चीन कर रहा अवांछनीय गतिविधियां’
जनजाति छात्रावास स्कूल में जिला कार्यवाहक अशोक चतुर्वेदी ने कहा कि चीन हमारे देश की आंतरिक व बाहरी सुरक्षा के लिए लगातार संकट खड़ा कर रहा है। चीन की कूटनीति व राजनीति हमेशा भारत की विरोधी रही है। इसे भारत के वर्तमान राजनीतिज्ञ नहीं समझ पा रहे हैं। इसके लिए भारत की जनता को सचेत होकर आने वाले संकट से निपटने के लिए अभियान चलाना होगा। चीन की धमकियों पर भारत सरकार आंखें मूंदे हुए हैं। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में चीन की ओर से 5183 वर्ग किलोमीटर व 1962 की लड़ाई में 38 हजार वर्ग किलोमीटर पर किए गए कब्जे को वे नहीं छोड़ रहे हैं। चीन अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा कर रहा है। बैठक को संस्था प्रधान नारायण सिंह सिसोदिया ने संबोधित करते हुए चीन के खतरे के प्रति आगाह किया।
स्त्रोत: http://epaper.bhaskar.com/epapermain.aspx?edcode=93&eddate=9/30/2011&querypage=३
गुरुवार, 29 सितंबर 2011
स्वदेशी जागरण मंच ने बांटे परचे
मंगलवार, 27 सितंबर 2011
‘भारत के लिए संकट बन रहा है चीन’ |
तहसील संयोजक गुलाबसिंह ने आभार व्यक्त किया। जबकि महिपालसिंह राव द्वारा काव्य गीत के माध्यम से स्वदेशी अपनाने और देश को बचाने की अपील कर श्रौताओं की जमकर तालियां बटौरी। मंच का संचालन भावेश ने किया।
इस अवसर पर जिला संघ चालक श्रवणकुमार मोदी, भाजपा पशुपालन प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष खेमराज देसाई, पूर्व प्रधान मुरारदान चारण, अधिशाषी अभियंता बीएल सुथार, भाजपा मंडल महामंत्री आंबाराम चौधरी, जोरावरसिंह राव, भाजपा नगरध्यक्ष दिनेश दवे नेता, पूर्व नगरध्यक्ष गुमानसिंह राव, प्रताप पुरोहित, एबीवीपी प्रदेश प्रतिनिधि अशोकसिंह ओपावत, वचनाराम मेघवाल, अशोक सोनी, मफाराम, रमेश रावल, नरेन्द्र आचार्य, चेलाराम, संजीव माथुर, सतीश दुआ, घनश्याम दवे, सूर्यप्रकाश शर्मा, भरतसिंह राव सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे।
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सोमवार, 26 सितंबर 2011
सांप्रदायिक हिंसा बिल घातक - डा. मोहनराव भागवत
चीन एक सुरक्षा संकट - खबरे इधर उधर से
रोहट स्वदेशी जागरण मंच रोहट द्वारा सोमवार को रात आठ बजे आदर्श विद्या मंदिर मठ में ‘चीन एक सुरक्षा संकट’ विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इसमें मुख्य अतिथि एसडीएम चुन्नीलाल विश्नोई व मुख्य वक्ता बैंक अधिकारी ललित शर्मा होंगे।
शनिवार, 24 सितंबर 2011
चीन एक सुरक्षा संकट - खबरे अभियान की
इस दौरान आदर्श विद्या मंदिर माध्यमिक के छात्र प्रद्युमन कंसारा ने काव्य गीत की प्रस्तुति दी। गोष्ठी में मुख्यवक्ता राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख संजयकुमार ने कहा कि भारत को लेकर चीन का रवैया आक्रामक होता जा रहा है। चीन ने 1962 में आक्रमण करके भारत की 3800 वर्ग किमी भूमि पर कब्जा किया था। इसके अतिरिक्त पाक अधिकृत कश्मीर का काफी बड़ा भू-भाग पाकिस्तान ने चीन को दे दिया था। जिस पर वह पाकिस्तान के साथ मिलकर भारत विरोधी षड्यंत्रों को अंजाम दे रहा है। केंद्र सरकार इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने कहा कि चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी को रोककर बांध बनाया है। भविष्य में भारत के ब्रह्मपुत्र नदी क्षेत्र में भीषण अकाल की संभावनाएं बन रही है। युद्ध की स्थिति में ब्रह्मपुत्र नदी पर बने बांध का पानी एक साथ छोड़े जाने पर उत्तरी भारत में बाढ़ की संभावना भी बढ़ जाएगी। भारत में चीनी वस्तुओं का बाजार काफी बढ़ा है। जिससे भारतीय उद्योग बंद होने के कगार पर हैं। भारत में रोजगार के संकट पैदा हो रहे हैं। चीन को रोकने के लिए देशवासियों को जागरूक होना पड़ेगा। साथ ही चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करना होगा। विचार गोष्ठी में कार्यक्रम संयोजक के.एन. भाटी ने भी विचार व्यक्त किए।
नागौर स्वदेशी जागरण मंच की ओर से 27 सितंबर को शाम 8 बजे रामपोल में ‘चीन एक सामरिक व आर्थिक सुरक्षा संकट’ विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। आयोजन समिति की संयोजक सुखवंत खत्री ने बताया कि कार्यक्रम में स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक नंदलाल जोशी व संघ के प्रांत कार्यवाह जसवंत खत्री अपने ज्वलंत मसले पर विचार रखेंगे। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए केशव कृपा भवन में बैठक रखी गई। इसमें कार्यकर्ताओं को अलग-अलग व्यवस्थाएं सौंपी गई। बैठक में रुद्रकुमार जांगिड़, हेमंत जोशी, जयवीर छाबा, कैलाश, काकड़, पुखराज सांखला, सहित अनेक सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता मौजूद थे।
सूरतगढ़। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के तत्वावधान में 25 सितम्बर को स्वदेशी जागरण यात्रा यहां भारत माता चौक से शुरू होगी। स्वंय सेवक मोटर साइकिल रैली के जरिए लोगों से चीनी सामान के बहिष्कार की अपील करेंगे। यात्रा के दौरान आमजन को चीन की साम्राज्यवादी नीतियों की जानकारी दी जाएगी तथा सरकार को ठोस कदम उठाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
नगर कार्यवाह महेन्द्रसिंह राठौड़ के अनुसार यात्रा शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए मानकसर, अमरपुरा, सिलवानी, 2 पीपीएम, जानकीदासवाला, 10 सरकारी, जैतसर से होकर 9 जीबी स्थित राधास्वामी डेरे पर सम्पन्न होगी।
भादरा। यहां के श्री श्याम बीएड कॉलेज में गुरूवार को राष्ट्र सुरक्षा के विरूद्ध चीन का षड़यंत्र एवं इसके समाधान में नागरिक कर्तव्य विषय पर विचार गोष्ठी हुई।
इसमें मुख्य वक्ता गंगाबिशन जोधपुर ने अरूणाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर राज्यों पर चीन की दोहरी नीति पर चिंता जताते हुए संभावित खतरे से सावधान रहने का आह्वान किया। प्राचार्य डॉ. सत्यपाल शर्मा ने चीनी उत्पादों को नहीं खरीदकर स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा देने पर बल दिया। संस्था संचालक अमरनाथ शर्मा, प्राचार्य राजसिंह सोम आदि ने भी विचार व्यक्त किए।
शुक्रवार, 23 सितंबर 2011
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बुधवार, 21 सितंबर 2011
मंगलवार, 20 सितंबर 2011
चीन एक संकट - स्वदेशी जागरण मंच के कार्यक्रमों की खबरे
जैसलमेर फतेहगढ़ कस्बे में सोमवार को स्वदेशी जागरण मंच के तत्वावधान में विदेशी वस्तुओं की होली जलाई गई। मंच के तहसील संयोजक स्वरूपसिंह ने बताया कि कस्बे के भवानी बस स्टैंड पर विदेशी वस्तुओं की होली जलाकर बहिष्कार किया गया। इस अवसर पर धर्म जागरण के सह संयोजक धेवरसिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में भारतीय बाजार में चीनी माल की भरमार है। जिसमें कपड़े, दूध पाउडर, इलेक्ट्रोनिक्स, पटाखें, राखियां, जूते सहित कई वस्तुएं चीन से आयात हो रही है। ये माल सस्ता व भरपूर मात्रा में उपलब्ध होने व विक्रेताओं के लिए लाभप्रद होने के कारण हर जगह उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि चीन से आने वाले खिलौनों ने में सीसे की मात्रा 900 गुणा अधिक होने से वह बच्चों के लिए नुकसान देह भी है।
उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों से विदेशी को छोड़ स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग की अपील की। इस अवसर पर चतुराराम, रमेशकुमार, कानसिंह, लजपतसिंह, सुरेशकुमार सहित कई ग्रामीण उपस्थित थे।
जालोर स्वदेशी जागरण मंच की ओर से सोमवार को एक निजी होटल में चीन एक सुरक्षा संकट विषय पर जनजागरण अभियान को लेकर प्रेसवार्ता हुई। प्रेसवार्ता में विभाग संयोजन विक्रम सिंह ने कहा कि चीन का भारत की सीमा में दिनों दिन अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। वर्तमान में चीन अरुणाचल प्रदेश समेत देश की 90 हजार वर्ग किमी भूमि पर अवैध कब्जा कर दबाव बना रहा है। भारतीय बाजारों में चीन का व्यापार बढऩे से एक तिहाई तक पहुंच गया है। व्यापार साथ ही बेरोजगारी फैल रही है। जिला संयोजक आवड़दान चारण ने बताया कि मंच की ओर से 15 से 30 सितंबर तक देश कोने-कोने में चीन एक सुरक्षा संकट विषय को लेकर व्यापक जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत आम सभाएं, गोष्ठियां, परिसंवाद आयोजित जनता को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही लोगों को स्वदेशी अपनाने पर जोर दिया जा रहा है। वार्ता में कार्यक्रम संयोजक के.एन. भाटी ने भी संबोधित किया।
गांव खेदासरी में स्वदेशी जागरण मंच ने की बैठक
सोमवार, 19 सितंबर 2011
गुरुवार, 15 सितंबर 2011
25 साल, 145 हत्याएं, ज्यादातर स्वयंसेवक
कोलकाता, 14 सितंबर : वह विख्यात मामला जिसके कारण सीपीएम के पूर्व मंत्री सुशांत घोष जेल में बंद हैं, की वजह से पार्टी के दो पूर्व सांसदों के बीच कटु शब्दों की लड़ाई शुरू हो गई है। सीपीएम के टिकट पर कन्नूर (केरल) से दो बार सांसद रह चुके अब्दुल्ला कुट्टी ने आरोप लगाया कि केरल और पश्चिम बंग में विपक्ष के खिलाफ मार्क्सवादी कार्यक्रम चलाया जाता है। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करने के कारण कुट्टी को पार्टी छोड़नी पड़ी थी। उन्होंने बताया कि हैदराबाद में पिछले सप्ताह हुए एक सेमिनार में आरामबाग से सीपीएम सांसद अनिल बसु ने उन्हें बताया कि बंगाल के वामपंथी नेता विपक्षी दलों के नेताओं से किस प्रकार छुटकारा पाते हैं।
बाद में इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कुट्टी ने कहा संसद की कैंटीन में हम चाय पीते थे। इस दौरान बसु ने उन्हें बताया कि उन लोगों ने तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों के साथ क्या किया। उन्होंने बताया कि उन समर्थकों की हत्या करने के बाद शव को वैज्ञानिक तरीके से जमीन में गहरा गड्ढा करके दबा दिया गया। कुट्टी, जो अब कांग्रेस विधायक हैं, ने बताया पिछले 25 सालों में केवल कन्नूर में सीपीएम ने 145 विपक्षी समर्थकों की हत्या की है जिनमें ज्यादातर आरएसएस से जुड़े सदस्य शामिल थे। सीपीएम एक कट्टरपंथी पार्टी है।
इसी बीच, अनिल बसु ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कुट्टी के दावों का खंडन किया है। वह (कुट्टी) पागल हो गए हैं। वे मुझसे काफी जूनियर हैं और हमारे बीच इस तरह की वार्तालाप नहीं हुई। मैं सात बार सांसद रह चुका हूं जबकि वह केवल दो बार सांसद बने हैं। वे मेरी छवि बिगाड़ने के लिए इस तरह की बातें कह रहे हैं।source : http://www.newsbharati.com/%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%96%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%AA%E0%A5%83%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%A0.aspx
भारत को घरेलू इस्लामी आतंक से खतरा : सीआरएस
वाशिंगटन, 14 सितंबर : भारत को घरेलू इस्लामी आतंकवाद से खतरा है। भले ही नई दिल्ली इसे खुले तौर पर स्वीकार करने में हिचकिचाहट महसूस करे। कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस (सीआरएस) की एक रिपोर्ट में यह बातें कही गई हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि इस ग्रुप का नाम इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) है।
रिपोर्ट में कहा गया कि आईएम को स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया (सिमी) की ईकाई माना जा रहा है। हाल के दिनों में कई बम विस्फोटों में आईएम का नाम आया है। यहां तक कि सरकारी नेताओं ने भी पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि वह इस तरह की गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है। अमेरिकी कांग्रेस से जुड़े सीआरएस ने 1 सितंबर को 94 पृष्ठों वाली यह रिपोर्ट जारी की। फेडरेशन आफ अमेरिकन साइंटिस्ट (एफएएस) ने मंगलवार को इसकी एक प्रति सार्वजनिक की।
रिपोर्ट के मुताबिक नई दिल्ली सरकार ने 2010 में आईएम पर प्रतिबंध लगा दिया था। कुछ महीनों बाद आईएम ने वाराणसी में दिसंबर विस्फोटों की जिम्मेदारी लेने का दावा किया। उक्त विस्फोट में एक बच्चे की मौत हो गई थी और करीब 20 लोग घायल हुए थे।
जुलाई 2011 में मुम्बई में हुए तीन बम विस्फोटों में 17 लोग मारे गए और करीब 130 लोग गंभीर रुप से घायल हुए। आज तक इस धमाके की किसी संगठन ने विश्वसनीय जिम्मेदारी नहीं ली। भारतीय अधिकारियों ने भी इसके लिए किसी विदेशी अथवा घरेलू संगठन का नाम संदिग्ध के तौर पर नहीं लिया। इन धमाकों से साफ पता चलता है कि इसके लिए प्रशिक्षण दिया गया था (पाकिस्तान के दो प्रमुख नेताओं ने तत्काल इन विस्फोटों की निंदा की थी)।
प्रारंभिक संकेत बताते थे कि विस्फोट करने वाले संभवतः सिमी से जुड़े भारतीय थे न कि पाकिस्तान से जुड़े किसी संगठन के सदस्य। भारत के कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि आईएम के प्रमुख संचालकों को पाकिस्तान में प्रशिक्षण दिया जाता है।
2008 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने स्वीकार किया था कि आतंकी हमलों में स्थानीय तत्वों की संलिप्तता ने भारत के घरेलू आतंकवाद की समस्या को और भी बढ़ा दिया है।
स्त्रोत: स्रोत: PTI तारीख: 9/14/2011 5:26:02 पम, http://www।newsbharati।com/%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%96%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%AA%E0%A5%83%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%A0.aspx
बुधवार, 14 सितंबर 2011
ABVP condemns the land deal with Bangladesh and hoists tricolor near disputed land (Lathitila-Domabaroi, Karimganj, Assam)
Karimganj, September 9th ,2011: Chalo Lathitila- Dumabari - A movement to protest against the deal of the Indian land to Bangladesh. ABVP opposes the decision of the Govt. Of India and will be marched to the disputed place.
Around one thousand activists of Akhil Bharitiya Vidyarthi Parishad (ABVP) of different units of Cachar, Karimganj and Hailakandi district assembled at Kukithal village of Patharkandi circle, Karimganj to condemn land deal with Bangladesh and hoisted Tricolour near Lathitila-Domabaroi, a bordering village and the actual site of dispute.
On reaching the Kukithal BPO of BSF, the security man detained the activists but allowed a four member student delegates to go to the no-mans land ad hoists the national flag (the tricolour) near the disputed land.
Addressing a gathering there, ABVP’s northeast organizing secratory Manoj Nikra criticized Priminister Manmohan Singh and Chief minister Tarun Gogoi for giving nod to the agreement without consulting the owners of the land in question.
According to Apangshu Shekher Seal, organizing secretary of the valley, the benefits of Assam as stated by Tarun Gogoi from the controversial and unaccepted deal “remaining vague and undefined”. He wanted to know would the endemic influx of Bangladeshis come to end ? Did the agreement get any assurance from Bangladesh prime Minister that the detected and deported people of their country after pushback be taken back? It was also not clear, as he said , What would be the quantum of the land to be returned by Bangladesh as India does not have any land of that country it it’s adverse possession. Nothing was also clear about trade and transit facilities that would pace up the economic and social development of the North-East.
The student delegates of Akhil Bharitiya Vidyarthi Parishad (ABVP) including Sumit Paul (State Joint Secretary), Anupam Acharjee (Bibhag Pramukh) , Sailashwer Mishra (Saha-Bibhag Pramukh), Sabyasachi Das (Unit President), Rupam Dutta (Cachar Zilla Joint Incharge), Bijaya Chakraborty (State Joint Secretary) and other Pramukh karyakarta.
Lastly, if the land deal is not scraped, then ABVP would launch nation wide agitation and sought the co-operation of students communities, youths and common people throughout the country.
‘लक्षित हिंसा अधिनियम विखंडनकारी’ - संजय कुमार
आरएसएस के राजस्थान क्षेत्र प्रचार प्रमुख संजय कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय सलाहकार समिति के निर्देश पर केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित सांप्रदायिक लक्षित हिंसा अधिनियम 2011 अराजकता फैलाने व समाज को तोडऩे का षड्यंत्र है। इसका विरोध किया जाना आवश्यक है। राष्ट्रीय एकता परिषद की प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में देश के विभिन्न मुख्यमंत्रियों ने भाग लिया, जिसमें कई ने इस अधिनियम को समाज को तोडऩे व कमजोर करने वाला बताकर इसका विरोध भी किया। अधिनियम की धारा 8 के अनुसार लक्षित हिंसा की बात जिसमें बोलकर, लिखित, संकेत अथवा चित्र द्वारा किसी अल्पसंख्यक को ठेस पहुंचती है, तो उसके विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा। इसी प्रकार धारा 9 के अनुसार लक्षित हिंसा के लिए किसी प्रकार का आर्थिक सहयोग भी अपराध की श्रेणी में आएगा। धारा 12 से 17 के अनुसार सरकारी कर्मचारी, प्रशासनिक अधिकारी भी दोषी माने जाएंगे, साथ ही कार्रवाई नहीं करने वाले अधिकारी के विरुद्ध 3 से 5 वर्ष की सजा एवं 3 से 5 लाख का जुर्माना की सजा भी दी जाएगी। अधिनियम के तहत कानून बन जाने पर कोई भी अल्पसंख्यक व्यक्ति किसी भी व्यक्ति या संगठन के विरुद्ध झूठी रिपोर्ट देकर निशाना बना सकेगा। इससे समाज में अल्पसंख्यकों द्वारा ब्लैकमेलिंग का धंधा शुरू हो जाएगा। इसके तहत अनुसूचित जाति व जनजाति के व्यक्ति को भी अल्पसंख्यकों के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज कराने का अधिकार नहीं होगा।
इससे पूर्व अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर गोष्ठी का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर जिला संघ चालक डॉ। श्रीलाल, विहिप के जिला अध्यक्ष भंवरलाल जोशी, क्षेत्रीय विधायक संजना आगरी, विहिप के जिला मंत्री नरेंद्र टांक, अरविंद कुमार द्विवेदी, भाजपा मंडल अध्यक्ष मांगीलाल चौहान, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष घीसू सिंह राजपुरोहित, अविनाश जांगिड़, सुगन सिंह, सोहन मेवाड़ा, शारीरिक प्रमुख मनोहरलाल सोलंकी, गोविंदराम सांवलानी, जिला प्रचार प्रमुख रामकिशोर, तहसील कार्यवाहक सुरेश कुमार, ललित कातरेला, मोहन जाट, कैलाश चावला आदि उपस्थित थे।
स्त्रोत : http://epaper.bhaskar.com/epapermain.aspx?edcode=201&eddate=9/14/2011&querypage=१४