मशीनें समाचार तो लिख सकती है लेकिन संवेदनाओं को व्यक्त
नहीं कर सकतीं - अयोध्या प्रसाद गौड़
पत्रकारिता को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से खतरा -
पत्रकारिता को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से खतरा -
पत्रकार बंधुओ का किया सम्मान
नारद जयंती के उपलक्ष में विश्व संवाद केंद्र जोधपुर की संगोष्ठी
दीप प्रज्जवलन करते हुए मुख्य वक्ता अयोध्या प्रसाद गौड़ |
मुख्य वक्ता अयोध्या प्रसाद गौड़ उध्बोधन देते हुए |
लघु उद्योग भारती के सभागार में हुई संगोष्ठी में मुख्य वक्ता गौड़ ने देवर्षि नारद से लेकर आज तक की पत्रकारिता के तौर-तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि नारद, जिन्हें हमें एक प्रखर शोधार्थी और सृष्टि के प्रथम संवाद विशेषज्ञ के रूप में जानना चाहिए था, उन्हें सामान्यतया हम एक विदूषक की तरह जानते हैं। वस्तुतः नारद हमारे वर्तमान समाज मे सार्थक संवाद की कमी के चलते अधिक प्रासंगिक हो जाते हैं। तथ्यों का संकलन, उनका विश्लेषण, समाज के हित के लिए उसका निरूपण और सहज - सटीक प्रस्तुतिकरण; नारद के व्यक्तित्व से मीडिया जगत के लोग बहुत सीख सकते हैं। आज जब सोशल मीडिया, पेड न्यूज और फेक न्यूज़ के कारण मीडिया की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह महसूस होता है, नारद हमें राह दिखाते हैं।
डॉ नरेंद्र मिश्र विचार व्यक्त करते हुए |
संगोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार राजस्थान पत्रिका के जोनल सम्पादकीय प्रभारी श्री आशीष जोशी तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से राजीव गौड़ को शॉल पहना कर और श्रीफल तथा भारत माँ का चित्र भेंट कर कर सम्मानित किया गया।
नारद जयंती के अवसर पर दो दर्जन से अधिक मीडिया के बंधुओ का भगवा दुप्पटा पहना कर और भारत माता का चित्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
विश्व संवाद केंद्र न्यास जोधपुर के अध्यक्ष खूबचंद खत्रीअध्यक्षीय उध्बोधन देते हुए |
अंत में विश्व संवाद केंद्र न्यास जोधपुर के सचिव प्रफुल्ल मेहता ने धन्यवाद ज्ञापित किया, कार्यक्रम का संचालन सुधांशु टाक ने किया।
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