शैक्षिक महासंघ राष्ट्र के हित मे शिक्षा, शिक्षा के हित मे शिक्षक और शिक्षक के हित मे
समाज ध्येय को लक्ष्य बनाकर शिक्षा, शिक्षक एवं समाज तीनों को साथ लेकर चलता - महेन्द्र जी कपूर
विश्वविद्यालय और महाविद्यालय शिक्षक मंच तथा रुक्टा(रा.) के सयुक्त तत्वाधान में सम्पन्न हुआ दीपावली स्नेह मिलन समारोह
महेन्द्र जी कपूर उध्बोधन देते हुए |
दिनांक २२, नवम्बर , को M.B.M. इंजीनि यरिंग कॉलेज के ८५ इंटरनेशनल हॉल मे
विश्वविद्यालय और महाविद्यालय शिक्षकों ने दीपावली स्नेह मिलन समोराह आयोजित किया। इस अवसर पर अखिल
भारतीय शैक्षिक महासंघ के संगठन मंत्री श्रीमान महेन्द्र जी कपूर तथा वाणिज्य संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर ललित जी
गुप्ता का मार्ग दर्शन प्राप्त हुआ।
मंच का एक दृश्य |
श्रीमान
महेन्द्र जी कपूर ने शैक्षिक महासंघ के स्वरुप पर प्रकाश डालते हुए शिक्षक हित एवं
सौहार्द के लिए शिक्षको से सहयोग का आह्वान किया। विकास मे बाधक बनने से संगठन की
हानि होती हैं। शैक्षिक महासंघ राष्ट्र के हित मे शिक्षा, शिक्षा के हित मे शिक्षक और शिक्षक के हित मे
समाज ध्येय को लक्ष्य बनाकर शिक्षा, शिक्षक एवं समाज तीनों को साथ लेकर चलता है।
समाज हित के लिए शिक्षा की गुणवत्ता, सशक्तता एवं उत्कृष्टता आवश्यक है।
शिक्षा की गुणवत्ता के लिए निरन्तर प्रयत्नशील रहना ही शिक्षक का नैतिक
दायित्व है। इस नैतिक दायित्व को पूरा किये बिना शिक्षक समाज मे अपना उचित स्थान
प्राप्त नहीं कर सकता। विभिन्न माध्यमो का प्रयोग करते हुए चरित्रवान, विद्वान लोक कल्याण हेतु समर्पित विद्यार्थी व नागरिक
तैयार करना शैक्षिक महासंघ के सदस्यों का संकल्प होना
आवश्यक है। संगठन के सदस्यों को निष्ठापूर्वक शिक्षा एवं समाज हित मे अधिक से अधिक
कार्य करने का अवसर मिले तभी सम्पूर्ण देश मे संगठन को गतिमान बनाया जा सकता है।
इसी भाव को ध्यान मे रखते हुए शैक्षिक महासंघ कर्तव्य बोध, गुरुवन्दन एवं सम-सामयिक विषयों से
सम्ब्द्द जन-जागरण के कार्यक्रम प्रतिवर्ष ब्लॉक एवं राष्ट्र स्तर पर निरन्तर
आयोजित कर रहा है।
श्रीमान
महेन्द्र जी कपूर ने विश्वविधालय और महाविद्यालय शिक्षक मंच तथा रुक्टा(रा.)
द्वारा आयोजित दीपावली स्नेह मिलन मे आपने विचार व्यक्त करते हुए शिक्षकों को समाज
मे जीवन्तता एवं निष्ठा से कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
जोधपुर इकाई के
अध्यक्ष प्रोफेसर ललित गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन किया। प्रोफेसर कैलाश डागा
ने स्वागत भाषण एवं डॉ. सुनील परिहार ने कार्यक्रम का संचालन किया।
इस अवसर पर
संगठन का नाम परिवर्तन कर जयनारायण व्यास विश्वविधालय शैक्षिक मंच कर
दिया है।
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