सोमवार, 11 मई 2015

देवर्षि नारद का जीवन दर्शन वर्तमान में व्यापार बनती जा रही पत्रकारिता के लिए अनुकरणीय और प्रासंगिक - जे. नन्द कुमार

 देवर्षि नारद का जीवन दर्शन वर्तमान में व्यापार बनती जा रही पत्रकारिता के लिए अनुकरणीय और प्रासंगिक - जे. नन्द कुमार

जे. नन्द कुमार उध्बोधन देते हुए

सम्मानित पत्रकारों से संग

पत्रकार सम्मान करते हुए


नोएडा। प्रेरणा मीडिया नैपुण्य संस्थान द्वारा आदि पत्रकार एवं नारद जयन्ती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम नोएडा स्थित कैलाश सभागार में किया गया जिसमे देवर्षि नारद को आदि पत्रकार के रूप में याद करते हुए मीडिया एवं पत्रकारिता में रचनात्मक समाजोपयोगी और निर्भीक पत्रकारिता  में नारद जी के व्यक्तित्व की प्रासांगिकता पर विषद चर्चा हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता जी टीवी के सम्पादक वसिन्द्र ने की। 

कार्यक्रम के मुख्यवक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख श्री जे. नंदकुमार ने अपने उद्बोधन में बताया कि देवर्षि नारद का जीवन दर्शन किस तरह से वर्तमान में व्यापार बनती जा रही पत्रकारिता के लिए अनुकरणीय और प्रासंगिक है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जाने माने स्वतंत्र पत्रकार और टीवी बहसों के पैनालिस्ट अवधेश कुमार ने अपने विशेष अंदाज़ में पत्रकारिता में हो रहे क्षरण और उसमे अर्थतंत्र की प्रधानता और उसके दुष्परिणाम पर बेबाक टिप्पणी की। 

कार्यक्रम में संघ के प्रान्त प्रचार प्रमुख श्री कृपाशंकर तथा प्रेरणा समिति के अध्यक्ष मधुसूदन दादू भी मन्च पर उपस्थित थे। नारद जयन्ती कार्यक्रम में राष्ट्रवादी और समाजोपयोगी कार्य करने वाले पत्रकारों को सम्मानित किया गया। समानित होने वाले पत्रकार श्री हरीश चन्द्र बरनवाल, संदीप कुमार सेठ, देवेन्द्र कुमार, अखिलेश सिंह सुशील पाण्डेय, बिशन पपोला, विक्रम शर्मा और माखन लाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय की रजनी नागपाल हैं। कार्यक्रम के अध्यक्ष वासिन्द्र मिश्र ने मीडिया की स्थिति और समाज की भूमिका पर बेबाक टिप्पणी की। 

कार्यक्रम में संघ के क्षेत्र व्यवस्था प्रमुख श्री ललित, प्रचार प्रमुख श्री पद्म सिंह, श्यामकिशोर, विभाग संपर्क प्रमुख सुरेन्द्र सिंह तथा डा. अनिल त्यागी आदि उपस्थित थे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित