संघ देश, धर्म और समाज पर न्यौछावर होने वाले राष्ट्र भक्त तैयार करता है - ओमप्रकाश
पाली १९ जनवरी १४। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देश, धर्म और समाज पर न्यौछावर होने वाले राष्ट्र भक्त तैयार करता है। जो समस्याओं से भागता नहीं, बल्कि साहस एवं सकारात्मक सोच के साथ उसका मुकाबला करता है। यह बात रविवार दोपहर को धर्मपुरा केरिया दरवाजा स्थित गोशाला मैदान में मकर संक्रान्ति उत्सव एवं सभा में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए संघ के क्षेत्र प्रचार प्रमुख ओमप्रकाश जी ने कही।
उन्होंने कहा कि लोग जिम्मेदारी लेने से बचते है। इस बात को संघ ने समझा और शाखा शुरू कर खेलकूद के माध्यम से स्वयंसेवकों में सकारात्मक सोच, साहस, निर्भिकता का विकास करने की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने भारत-चीन युद्ध के दौरान घायल हुए भारतीय सैनिकों के लिए रक्त देने के लिए तैयार हुए सैकड़ों स्वयंसेवकों का प्रसंग सुनाया।
इसके साथ ही उन्होंने सुभाषचंद्र बोस द्वारा बचपन में मां काली को खून से तिलक लगाने का प्रसंग सुनाया। उसके बाद प्रार्थना एवं ध्वज प्रणाम किया गया। अंत में रेवड़ी का प्रसाद बांटा गया।
उन्होंने कहा कि लोग जिम्मेदारी लेने से बचते है। इस बात को संघ ने समझा और शाखा शुरू कर खेलकूद के माध्यम से स्वयंसेवकों में सकारात्मक सोच, साहस, निर्भिकता का विकास करने की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने भारत-चीन युद्ध के दौरान घायल हुए भारतीय सैनिकों के लिए रक्त देने के लिए तैयार हुए सैकड़ों स्वयंसेवकों का प्रसंग सुनाया।
इसके साथ ही उन्होंने सुभाषचंद्र बोस द्वारा बचपन में मां काली को खून से तिलक लगाने का प्रसंग सुनाया। उसके बाद प्रार्थना एवं ध्वज प्रणाम किया गया। अंत में रेवड़ी का प्रसाद बांटा गया।
पाली।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देश, धर्म और समाज पर न्यौछावर होने वाले राष्ट्र
भक्त तैयार करता है। जो समस्याओं से भागता नहीं, बल्कि साहस एवं सकारात्मक
सोच के साथ उसका मुकाबला करता है। यह बात रविवार दोपहर को धर्मपुरा केरिया
दरवाजा स्थित गोशाला मैदान में मकर संक्रान्ति उत्सव एवं सभा में
स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए संघ के क्षेत्र प्रचार प्रमुख ओमप्रकाश ने
कही।
उन्होंने कहा कि लोग जिम्मेदारी लेने से बचते है। इस बात को संघ ने समझा और शाखा शुरू कर खेलकूद के माध्यम से स्वयंसेवकों में सकारात्मक सोच, साहस, निर्भिकता का विकास करने की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने भारत-चीन युद्ध के दौरान घायल हुए भारतीय सैनिकों के लिए रक्त देने के लिए तैयार हुए सैकड़ों स्वयंसेवकों का प्रसंग सुनाया।
इसके साथ ही उन्होंने सुभाष्ाचंद्र बोस द्वारा बचपन में मां काली को खून से तिलक लगाने का प्रसंग सुनाया। उसके बाद प्रार्थना एवं ध्वज प्रणाम किया गया। अंत में रेवड़ी का प्रसाद बांटा गया। - See more at: http://rajasthanpatrika.patrika.com/news/patriotism-and-courage-to-learn-the-association/1218805.html#sthash.dEexs0w2.dpuf
उन्होंने कहा कि लोग जिम्मेदारी लेने से बचते है। इस बात को संघ ने समझा और शाखा शुरू कर खेलकूद के माध्यम से स्वयंसेवकों में सकारात्मक सोच, साहस, निर्भिकता का विकास करने की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने भारत-चीन युद्ध के दौरान घायल हुए भारतीय सैनिकों के लिए रक्त देने के लिए तैयार हुए सैकड़ों स्वयंसेवकों का प्रसंग सुनाया।
इसके साथ ही उन्होंने सुभाष्ाचंद्र बोस द्वारा बचपन में मां काली को खून से तिलक लगाने का प्रसंग सुनाया। उसके बाद प्रार्थना एवं ध्वज प्रणाम किया गया। अंत में रेवड़ी का प्रसाद बांटा गया। - See more at: http://rajasthanpatrika.patrika.com/news/patriotism-and-courage-to-learn-the-association/1218805.html#sthash.dEexs0w2.dpuf
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इससे पूर्व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 2 हजार से ज्यादा स्वयं सेवकों ने रविवार को शहर के मुख्य मार्गों
पर द्वि-धारा पंथ संचलन निकाला। घोष की करतल ध्वनि के साथ स्वयं सेवकों के
सधे कदमों के साथ अनुशासन एकता का संदेश दिया। यह पथ संचलन दोपहर एक बजे
पिंजरापोल गोशाला से द्वि-धारा में रवाना हुआ। पंथ संचलन जैसे-जैसे आगे बढ़
रहा था, तो स्वयं सेवकों का उत्साह भी बढ़ता जा रहा था। शहर के अलावा
जोधपुर से आए घोष दल के साथ हर स्वयं सेवक अनुशासित तरीके से अपने कदम
बढ़ा रहा था। दोपहर 2.52 बजे द्वि-धारा पंथ संचलन का सूरजपोल पर समागम हुआ।
इस रोचक नजारे को देखने के लिए सूरजपोल पर बड़ी संख्या में शहरवासी जमा
थे। यहां से होते हुए यह संचलन 3.25 बजे फिर से पिंजरापोल गोशाला पहुंच कर
विसर्जित हुआ। सूरजपाेल चोराहे पर द्वि धारा पथ संचलन का संगम हुआ। जगह-जगह शहरवािसयों ने पुष्पवर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत किया।
हर उम्र के स्वयं सेवकों ने की शिरकत
संचलन में जिले की 35 शाखाओं के बाल, तरुण प्रौढ़ स्वयं सेवकों ने भाग
लिया। दो धाराओं में निकले स्वयं सेवकों ने इस इस संचलन में शरीक होकर
अनुशासन दिखाया। संचलन में विधायक ज्ञानचंद पारख नगर परिषद चेयरमैन महेंद्र
बोहरा भी शरीक हुए।
6 घोष दलों ने भरा जोश
पथ संचलन में 6 घोष दल ने अपने करतल ध्वनि कार्यकर्ताओं सहित शहरवासियों में देश के लिए एक जोश पैदा कर दिया।
पुष्पवर्षा से हर चौराहे पर हुआ स्वागत
पथसंचलन जिस मार्ग से गुजरा वहां शहरवासियों ने पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया। इस दौरान द्वि-धारा संगम स्थल सूरजपोल पर बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने पथ संचलन का स्वागत किया। यहां से दो धारा में आये पथ संचलन एक होकर फिर से अपनी मंजिल की ओर चल पड़ा। पथ संचलन का रामदेव रोड, सिंधी कॉलोनी, भैरूघाट, जंगीवाड़ा, गोल निंबड़ा, सोमनाथ मंदिर, सर्राफा बाजार, बादशाह का झंडा कुमारों का बास सहित कई स्थानों पर स्वागत हुआ।
स्वागत को दिखाई उत्सुकता
पथ संचलन का प्यारा चौक में पुष्प वष्ााü कर सैकड़ों मुस्लिम समाजबंधुओं ने स्वागत किया। इस दौरान पाष्ाüद अयूब गुडलक, अजीज कोहिनूर, सलीम घोसी, लियाकत गौरी, वसीम खोखर, इकबाल छीपा, नौसाद खान आदि उपस्थित रहे। इसी तरह संत सुरजनदास के नेतृत्व में केरिया दरवाजा रामद्वारा के निकट एवं पानी दरवाजा क्षेत्र में सिरेघाट विकास समिति द्वारा पुष्पा वष्ााü से स्वागत किया गया। सूरजपोल सहित रास्ते में कई जगह भी पुष्प वष्ााü से शहरवासियों ने पथ संचलन का स्वागत किया। - See more at: http://rajasthanpatrika.patrika.com/news/patriotism-and-courage-to-learn-the-association/1218805.html#sthash.dEexs0w2.dpuf
पथ संचलन का प्यारा चौक में पुष्प वष्ााü कर सैकड़ों मुस्लिम समाजबंधुओं ने स्वागत किया। इस दौरान पाष्ाüद अयूब गुडलक, अजीज कोहिनूर, सलीम घोसी, लियाकत गौरी, वसीम खोखर, इकबाल छीपा, नौसाद खान आदि उपस्थित रहे। इसी तरह संत सुरजनदास के नेतृत्व में केरिया दरवाजा रामद्वारा के निकट एवं पानी दरवाजा क्षेत्र में सिरेघाट विकास समिति द्वारा पुष्पा वष्ााü से स्वागत किया गया। सूरजपोल सहित रास्ते में कई जगह भी पुष्प वष्ााü से शहरवासियों ने पथ संचलन का स्वागत किया। - See more at: http://rajasthanpatrika.patrika.com/news/patriotism-and-courage-to-learn-the-association/1218805.html#sthash.dEexs0w2.dpuf
स्वागत को दिखाई उत्सुकता
पथ संचलन का प्यारा चौक में पुष्प वर्षा कर सैकड़ों मुस्लिम समाजबंधुओं ने स्वागत किया। इस दौरान पार्षद अयूब गुडलक, अजीज कोहिनूर, सलीम घोसी, लियाकत गौरी, वसीम खोखर, इकबाल छीपा, नौसाद खान आदि उपस्थित रहे। इसी तरह संत सुरजनदास के नेतृत्व में केरिया दरवाजा रामद्वारा के निकट एवं पानी दरवाजा क्षेत्र में सिरेघाट विकास समिति द्वारा पुष्पा वर्षा से स्वागत किया गया।
यह रहा द्वि धारा का प्रवाह
पथ संचलन शहर में दो धाराओं में निकला। इसमें पहला पथ संचलन 2.30 पिंजरापोल से रवाना होकर, शांतिनाथ जैन मंदिर, दीप विद्या स्कूल, गोल निंबडा, चूड़ीघर बाजार प्यारा चौक होते हुए सूरजपोल पहुंचा। वहीं दूसरा पथ संचलन पिंजरापोल गौशाला से रवाना होकर रामदेव रोड, हेमू कालानी चौराहा, पानी दरवाजा, भैरूघाट भलावतों का बास होते हुए 2.52 पर सूरजपोल पहले पथ संचलन में शामिल हुआ। पथ संचलन का समागम होने के बाद स्वयं सेवकों का यह कारवां धौला चौतरा, सोमनाथ मंदिर, सर्राफा बाजार, बादशाह को झंडा केरिया दरवाजा होते हुए पिंजरापोल गोशाला पहुंचा।
कर्म,धर्म समर्पण ही हमें हिंदू बनाता है
पथसंचलन के बाद गोशाला में पाली विभाग के संघ चालक कमलकिशोर गोयल नगर संघ चालक नेमीचंद अखावत ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए जीवन में अनुशासन का अपना महत्व बताया। साथ ही कहा कि हिंदू जाति से नहीं, अपने कर्म, धर्म समर्पण के भाव से हिंदू कहलाते हैं। इस मौके पर क्षेत्रीय प्रचारक ओमप्रकाश ने भारत-चीन के युद्ध में स्वयंसेवकों की भूमिका पर प्रकाश डाला।
भारतीय जनता युवा मोर्चा की आेर से पंथ संचलन का प्यारा चौक पर पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया। इस दौरान पार्षद अयूब गुडलक, युवा मोर्चा के महामंत्री सलीम घोसी, अजीज कोहिनूर, लियाकत गौरी, वसीम खोखर, इकबाल छीपा, हाफिज छीपा नौशाद खान सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे। जंगीवाड़ा में भाजपा नेेता मुन्ना मकरानी की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।
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