बुधवार, 3 सितंबर 2014

केरल की राजनीतिक हत्याओं की केन्द्रीय एजेंसी से जांच का संघ का अनुरोध

केरल की राजनीतिक हत्याओं की केन्द्रीय एजेंसी से जांच का संघ का अनुरोध

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहसरकार्यवाह माननीय डा. कृष्णगोपाल तथा अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नन्द कुमार जी प्रतिनिधि मंडल के संघ गृह मंत्री राजनाथ सिंह जी को ज्ञापन  देते हुए

नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहसरकार्यवाह डा. कृष्णगोपाल ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय से केरल में पिछले 50 वर्ष से हो रही राजनीतिक हत्याओं की केन्द्र सरकार की किसी सक्षम एजेन्सी द्वारा जाँच कराने का अनुरोध किया है,जिससे अपराधियों को दण्ड दिया जा सके.

डा. कृष्णगोपाल ने मंगलवार, 2 सितंबर को यहां जारी अपने वक्तव्य में कन्नूर में गत 1 सितंबर को संघ कार्यकर्ता के. मनोज की मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के गुण्डों द्वारा  नृशंस हत्या की कड़ी भर्त्सना करते हुए कहा कि यह उनकी हताशा का परिचायक है. उन्होंने कहा कि गत कुछ समय से माकपा के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में संघ के साथ जुड़ रहे हैं. इससे हताश होकर ही माकपा के लोगों ने ऐसा डरपोक हिंसात्मक कृत्य किया है.

वक्तव्य में यह भी कहा गया है “यहाँ यह भी ध्यान देने योग्य बात है कि स्थानीय माकपा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ इनके राष्ट्रीय नेताओं द्वारा केरल तथा कन्नूर के अपने प्रवास के दौरान संघ विचार परिवार के प्रति घृणा फैलाने वाले जो वक्तव्य इधर कुछ दिनों से लगातार दिये जा रहे थे, वे भी इस घटना के पीछे मुख्य रूप से उत्तरदायी हैं. उन्होंने ‘कन्नूर मॉडल’ को एक सफल मॉडल बताकर अन्य भागों में भी लागू करने की बात की है.”

सहसरकार्यवाह ने आरोप लगाया कि राज्य की काँग्रेस सरकार का इन सब कुकृत्यों को समर्थन प्राप्त है. इन परिस्थितियों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का यह मानना है कि पिछले 50 वर्ष से केरल में हो रही इन घटनाओं में संलिप्त अपराधियों की राज्य सरकार की किसी भी एजेन्सी द्वारा निष्पक्ष जाँच और कार्यवाही नहीं हो सकती, केवल केन्द्र सरकार की कोई निष्पक्ष एजेन्सी ही इस राजनीतिक संरक्षण, आतंकवाद तथा हत्या के षड्यन्त्रों से पर्दा उठा सकती है. अतः हम भारत सरकार के गृहमंत्रालय से यह विनम्र अनुरोध करते हैं कि केन्द्र सरकार की किसी सक्षम एजेन्सी द्वारा जाँच करवाये, जिससे अपराधियों को दण्ड दिया जा सके.
source:vskbharat.com

 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित