सोमवार, 30 जनवरी 2012

समाज को देश की धुरा संभालनी होगी- डॉक्टर मोहन भागवत


समाज को देश की धुरा संभालनी होगी- डॉक्टर मोहन भागवत

स्रोत: News Bharati

हुबली, जनवरी २९ : हुबली में संपन हो रहे तीन दिनों के हिन्दू शक्ति संगम-2012 के समारोप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉक्टर मोहन भागवत ने कहा कि अब समय आ गया है कि समाज देश की धुरा आपने हाथ में लेले और उसे संभाले।

उन्होंने कहा कि इस हिन्दू शक्ति संगम के बारे में बोलने से अधिक इसका दर्शन ही सब कुछ कह देता हैं। देश में विचार भरपूर है तत्त्वज्ञान भी है परन्तु साधना नहीं है ।

डॉक्टर मोहन भागवत ने इस अवसर पर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की एक बात को दोहराया कि हम लोग शक्ति की उपासना को भुला चुके हैं यही वजह की आज हम पिछड़ रहे हैं, समाज में उस शक्ति की उपासना को बढाने का काम आरएसएस कर रहा है । उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति प्रयास करता है उसे मिलता है। उन्होंने देश की वर्तमान में विद्यमान समस्याओं को देखते हुए कहा कि ये समस्याएं शतकों पुरानी है हमारे लिए कोई शक्ति असाध्य नहीं हैं सिर्फ शील के साथ शक्ति साधना होनी चाहिए हैं । तभी जाकर इन समस्यों का निवारण होगा।

गौरतलब है कि इस हिन्दू शक्ति संगम में २२ हजार लोगों ने शिरकत की थीं । डॉ भगवात ने कहा कि हमें शील संपन्न भारत निर्माण करने की जरुरत हैं । हमने संपत्ति अपार अर्जित की है लेकिन समस्या रत्ती भर नहीं मिटी है । डॉ भागवत ने कहा, "दुनिया में केवल शक्ति संपन्न लोग ही जीतते हैं। " इस देश को एक सूत्र में पिरोंने का काम हिन्दू करता हैं। संघ देश के हित में कम करने वालों का संगठन हैं आज पुरे देश में १.५७ लाख जगहों पर संघ के लोग अपने पैसों से समाज के उत्थान का काम कर रहे हैं ।

अंतत : उन्होंने कहा कि मातृभूमि, संस्कृति और पूर्वजों का गौरव से देश को एक बंधन में बांधा जा सकता हैं ।

बुधवार, 25 जनवरी 2012

गुण संपन्न बनो संघटित बनो स्वार्थ हटा दो, आपस के भेदों को भुला दो - मोहन भागवत










स्वंय के लिए नहीं समाज राष्ट्र के लिए कार्य करने का आव्हान
स्वयं को जाने अपनी शक्ति को पहचाने
समाज में जाग्रति आना आवश्यक
केवल में और मेरा परिवार इस स्वार्थ से बाहर निकाल कर देश के लिए जीने मरने वाला कार्यकर्त्ता बनो
भारत में सक्रांति कि प्रतीक्षा है एक अहिंसक क्रांति कि आवश्यकता है
संघ नाम के लिए नहीं देश के लिए कार्य करता है
मातृशक्ति को राष्ट्रीय सेविका समिति से जुड़ने का आव्हान
भारतवर्ष को विश्वगुरु बनना है
- परम पूजनीय सर संघचालक मोहन जी भागवत

बीकानेर २२ जनवरी २०१२। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बीकानेर द्वारा सक्रांति- महोत्सव परा पूजनीय सर संघचालक मोहन जी भागवत के सानिध्य में रेलवे स्टेडियम में हर्षोउल्लास के साथ सम्पन्न हुआ।
मुख्य कार्यक्रम के पूर्व विविध धारा पथ संचलन का आयोजन किया गया, जिसका शहर के लोगो ने बड़े ही उत्साह से विभिन्न स्थानों पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।
द्विधारा संचलन राजरतन बिहारी पार्क में १२.५८ पर प्रारंभ होकर ठीक १.०६ मिनिट पर लव पथक तथा कुश पथक दो धाराओ में परिवर्तित होकर मुख्य मार्गो से गुजरता हुआ तोलियासर भेरूजी पर बाल संगम में परिवर्तित हुआ। यह दृश्य देखकर शहरवासियों ने दातों तले अंगुली दबा ली।
इसी तरह त्रिधारा संचलन गंगा, जमुना तथा सरस्वती अपने निर्धारित स्थानों पर समय से प्रारंभ हुए तथा आंबेडकर सर्किल पर ठीक १.५१ पर त्रिवेणी संगम में परिवर्तित हुए। भारी तादाद में उपस्थित जनता ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया तथा वन्देमातरम के जयघोष से स्वयंसेवको का उत्साहवर्धन किया।
रेलवे स्टेडियम में मुख्य कार्यक्रम सामूहिक गीत "शुद्ध सात्विक प्रेम अपने कार्य का आधार है, दिव्य ऐसे प्रेम में इश्वर स्वयं साकार है " से प्रारंभ हुआ। ध्वजारोहण के पश्चात शारीरिक प्रदर्शन तथा घोष वादन हुआ।
मंच पर परम पूजनीय सर संघचालक मोहन जी भागवत के साथ श्री कैलाश भसीन, प्रान्त सह संघचालक, श्री नंदकिशोर सोनी, सह विभाग संघचालक , श्री किशन लाल पारीक, जिला संघचालक तथा नरोत्तम व्यास , महानगर संघचालक विराजमान थे।
काव्यगीत "अंतर्मन में भाव समझ कर राष्ट्र प्रेम का ध्यान करे" के पश्चात परम पूजनीय सर संघचालक मोहन जी भागवत ने उपस्थित स्वयंसेवको तथा नागरिक गणों का मार्गदर्शन किया। सक्रांति क्या है और उसके महत्व को समझाते हुए उन्होंने कहा कि स्वयं को जाने अपनी शक्ति को पहचाने। सक्रांति अँधेरा काम करने तथा सक्रियता बढ़ाने का पर्व है। क्रियाशील रहने से ही सक्रांति आती है। उन्होंने आगे कहा कि साधनों का महत्व नहीं सूर्य के सामान नियमितता महत्वपूर्ण है । भारत में सक्रांति कि प्रतीक्षा है एक अहिंसक क्रांति कि आवश्यकता है। सक्रांति स्वत्व में आती है। स्वंय का परिचय आवश्यक है ।
हनुमान जी का उदहारण देते हुए माननीय भागवत जी ने कहा कि जामवंत ने ही हनुमान को शक्ति का अहसास करवाया था।
माननीय भागवत जी ने अपने उधबोधन में आगे कहा कि भारत का परिचय हिन्दू है, हमारे देश में रहने वाले सब हिन्दू है। सब भारतमाता के पुत्र है। Unity is not necessarily Uniformity अर्थात एक होने के लिए एक जैसा होना आवश्यक नहीं है
सर संघचालक जी ने कहा कि समाज में जाग्रति आना आवश्यक है । इस समाज को कैसे जगाये ? इतना बड़ा समाज है आधे लोग भी पढ़े लिखे नहीं है रोजी रोटी की मारा मरी में घूम रहे हैं। निराशा आती है। निराशा से काम चलता है क्या ? विपत्तियों से डरने से काम चलता है क्या? अपने देश की इस स्तिथि इन सारी समस्याओ के लिए जिम्मेदार कौन है ? अपने समाधान के लिए किसी व्यक्ति को हम दोषी ठहराएंगे और उसको फांसी दे देंगे तो समस्या जाएगी क्या ? हमने तो कर के देख लिया ६४ साल , नेता बदल दिए , पार्टी बदल दी सरकारे बदल बदल कर देख लिया पर स्थति तो वही है जिम्मेदार कौन है ?

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन जी भागवत ने जन समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश जिसने हजारो संकट ५०० वर्षो कि सुल्तानी झेली है उसे परास्त किया है उस देश का समाज यह क्यों सोचता है कि अब तो कुछ संभव नहीं है ? इस देश ने अपने इतिहास में इतने सरे संकट झेले है और फिर भी अमर देश है। इकबाल को भी कहना पड़ा कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी। उस देश के लोगों को चिंता क्यों ? अपना कर्तव्य करना चाहिए। अपने आप सूर्योदय होगा। रात के बाद दिन निश्चित है। दिन की तय्यारी करो । गुण संपन्न बनो संघटित बनो स्वार्थ हटा दो, आपस के भेदों को भुला दो। भारतमाता के प्रत्येक पुत्र को अपना हिन्दू भाई माँ कर उसके अपने संस्कृति के मूल्यों के आधारित गुण संपदा को जगाओ। इस काम के लिए समय दो, परिश्रम करो। केवल में और मेरा परिवार इस स्वार्थ से बाहर निकाल कर देश के लिए जीने मरने वाला कार्यकर्त्ता बनो। यह कर्तव्य है सक्रांति के लिए।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की चर्चा करते हुए माननीय भागवत जी ने कहा कि सम्पूर्ण हिन्दू समाज को देश के लिए संघठित करने कि कार्य पद्वति है जिसे डॉक्टर हेडगेवार जी ने हमें दिया है। संघ कि प्रार्थना - पवित्र साधना में कही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का नाम तक नहीं है। संघ नाम के लिए नहीं देश के लिए कार्य करता है । राष्ट्र के लिए संघ कि प्रार्थना में भारत माता को जय है संघ का नाम तक नहीं है। वयम हिन्दू राष्ट्रंग भूताः अर्थात हम हिन्दू राष्ट्र के अंग है। सम्पूर्ण देश को इस प्रकार संघठन करने का योगमार्ग सिखने के लिए आव्हान है। पूजनीय भागवत जी ने कहा कि RSS के स्वयंसेवक बने। मातृशक्ति को राष्ट्रीय सेविका समिति से जुड़ने का आव्हान किया। राष्ट्र को जोड़ कर सम्पूर्ण समाज को राष्ट्रोथान के कार्य में जुटाने वाले बने। स्वंय के लिए नहीं समाज राष्ट्र के लिए कार्य करने का आव्हान किया। तन मन धन , प्रमाणिकता से कार्यकर्त्ता बन कर अछे गुण सीखे निस्वार्थ बुधि से न आम के लिए न फोटो के लिए न चुनाव के लिए न टिकिट के लिए कार्य करे। देश के लिए कार्य करे। ऐसे से समाज में जो बल खड़ा होगा उसका सामना करने कि क्षमता न चीन में हैं न पाकिस्तान में न अमेरिका में हैं न रशिया में।
भारतवर्ष को विश्वगुरु बनना है , दुनिया रहे इसलिए आवुश्यक है। दुनिया को दूसरी गति नहीं भारत के सिवाय। और भारतवर्ष को बड़ा करना ही तो हम सबको इसकी तैय्यारी करनी पड़ेगी। दूरदृष्टि से इस बात को देखते हुए सरे समाज कि ऐसी तैयारी करने वाला यह आर एस एस का काम है। यह किसी के विरोध में नहीं चलता, यह किसी कि प्रतिक्रिया में नहीं चलता लेकिन यह डंके कि चोट पर स्पष्ट शब्दों में हिन्दू समाज के लिए चलता है। क्योंकि हिन्दू इस देश कि राष्ट्रीय पहचान है । हिन्दू समाज इस देश का राष्ट्रीय समाज है। हिन्दुस्त्व इस देश कि राष्ट्रीय संस्कृति है। सुप्रीम कोर्ट भी यही कहता है और इसलिए हिन्दू संघठन के महाभियान के अंग बनकर केवल दर्शक या हितेषी न बनकर इसके सहयोगी बनकर हम सब को चलना होगा तो सारी समस्याओं के उत्तर एक साथ मिलेंगे। एक नया उध्हम पुरुषार्थ शक्ति सम्पूर्ण देश में हम अनुभव करेंगे। सारी दुनिया भारतवर्ष से शिक्षा ग्रहण कर एक नयी सुखी सुंदर दुनिया जो शोषण रहित, समतायुक्त , पर्यावरण की प्रचुरता से भरपूर और विकास की बहुलता से पूर्ण तृप्त ऐसी दुनिया बनाने कि राह पर सारी दुनिया, दुनिया के लोग चल पड़े है उस दृश्य को हम देखेंगे जिस सम्यक क्रांति को भारतवर्ष में हम लाना चाहते है उस सम्यक क्रांति कि योग्यता प्राप्त करने के लिए यही एक बेहतर रास्ता है और इसके लिए सहभागी कार्यकर्ता होने का आव्हान करते हुए माननीय भागवत जी ने अपना उधबोधन समाप्त किया ।
सक्रांति महोत्सव में क्षेत्रीय प्रचारक माननीय दुर्गादास , जोधपुर प्रान्त प्रचारक माननीय मुरलीधर, चित्तोर्गढ़प्रान्त प्रचारक माननीय गजेन्द्र सिंह जी, क्षेत्रीय प्रचारक प्रमुख माननीय नन्द लाल ,जयपुर प्रान्त प्रचारक गोपाल जी, सह क्षेत्रीय संपर्क प्रमुख प्रकाश चन्द्र , सीमाजन कल्याण समिति के संघटन मंत्री माननीय निम्ब सिंह , बीकानेर विभाग प्रचारक निम्बा राम जी , प्रज्ञा प्रवाह के माननीय गंगाबिशन सहित जोधपुर प्रान्त के प्रचारक, अधिकारी भी उपस्थित थे।

सोमवार, 23 जनवरी 2012

बीकानेर में २२ जनवरी को आयोजित सक्रांति कार्यक्रम के मुख्य अंश - परम पूजनीय सर संघचालक मोहन जी भागवत का उधबोधन

खबरे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बीकानेर द्वारा आयोजित सक्रांति महोत्सव की


'नापाक इरादों से हमें अलग-थलग करने की फिराक में है चीन'

बीकानेर.राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन मधुकर राव भागवत ने कहा कि देश बाहरी और आंतरिक संकट में है और इसके लिए अब हिंसा मुक्त क्रांति की जरूरत है। चीन लगातार कब्जा करता जा रहा है। पाकिस्तान षड्यंत्र कर रहा है।

चीन भारत के सभी मित्र देशों से नजदीकियां बढ़ाकर हमें अलग-थलग करने की फिराक में है। देश के भीतर भी संकट है। भ्रष्टाचार, अलगाववाद, निहत्थे लोगों पर लाठियां चलाई जा रही हैं। इन सभी से जूझने के लिए अब आपसी बैर-भाव भुलाकर आमजन को एकजुट होना पड़ेगा।

रविवार को रेलवे स्टेडियम में संघ के मकर संक्रांति महोत्सव को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि चीन या पाक से डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि भारतवासियों ने 500 वर्ष की मुगलों की सुल्तानी को कुचला है।

अंग्रेजों को लंबे संघर्ष के बाद खदेड़ा है, लेकिन कुछ स्वार्थ से देश के भीतर आपसी मतभेद पनप रहा है। आपसी फूट का फायदा उन लोगों को मिल रहा है जो भारत के शुभचिंतक नहीं है। उन्होंने कहा कि राजनीति, नेता या सरकारों से देश में परिवर्तन नहीं होगा, अगर होता तो आजादी के बाद अब तक हो चुका होता।

अब इसके लिए समाज को एकजुट होना पड़ेगा। समाज जब जातीय या धर्म के आधार पर मतदान करना बंद कर देगा नेता स्वयं उनकी पैरवी करेंगे और जो समाज चाहेगा वह करेंगे। मकर संक्रांति का महत्त्व बताते हुए भागवत ने कहा कि सूर्य स्थिर रहता है। पृथ्वी जब सूर्य की तरफ मुंह करती है तो दिन और पीठ करने पर रात होती है। संक्रांति क्रांति का संदेश दे रही है।

इससे पूर्व काव्य गीत हुआ। मंच पर सह प्रांत संघचालक कैलाश भसीन, विभाग संघचालक नंदकिशोर, आदि मौजूद थे। समारोह में संघ गणवेश में सांसद अर्जुनराम मेघवाल, कोलायत विधायक देवी सिंह भाटी, बीकानेर पश्चिम क्षेत्र विधायक डॉ।गोपाल जोशी, देहात भाजपा अध्यक्ष रामगोपाल सुथार सहित तमाम नेता मौजूद थे।

साभार : दैनिक भास्कर , बीकानेर

साभार : राजस्थान पत्रिका, बीकानेर

शनिवार, 21 जनवरी 2012

संघ के कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे

साभार : राजस्थान पत्रिका
साभार : दैनिक भास्कर

संघ के कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे

बीकानेर २१ जनवरी २०१२ । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के २२ जनवरी को प्रस्तावित संक्रांति महोत्सव और त्रिवेणी संगम की तैयारियों के लिए कार्यकर्ता महानगर के विभिन्न स्थानों पर बैठकें और संपर्क कर रहे हैं. मार्केंडेय नगर में अभियांत्रिकी शाखा के स्वयंसेवकों ने छात्रावासों में संपर्क किया. मेडिकल कॉलेज की चरक शाखा के सभी कार्यकर्ताओं ने संपर्क कर स्वयंसेवकों की गणवेश पूर्ण करवाई. महानगर संघचालक ने बताया कि सरसंघचालक के आगमन से संघ के शिशु से लेकर प्रौढ़ स्वयंसेवकों में उत्साह का माहौल है. आठ से लेकर अस्सी पार के स्वयंसेवक उमंग के साथ संपर्क करते दिखाई दे रहें है. त्रिवेणी संगम में शामिल होने के लिए करीब ३००० स्वयंसेवक अपनी गणवेश पूर्ण कर चुके हैं. जिनमे से बड़ी संख्या ऐसे तरुण और नवयुवकों की होगी जो त्रिवेणी संगम में पहली बार शामिल होंगे. प्राध्यापकों, चिकित्सकों, अभियंताओं, समाज के प्रबुद्ध लोगों को कार्यक्रम में लाने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में दल बनाया गया है. संचलन मार्ग पर घरों में संपर्क कर संचलन का समय बताया जा रहा है. नगर की शाखाओं में दंड के पांच प्रयोग और नौ योगों का अभ्यास किया जा रहा है जिनका महोत्सव में सार्वजनिक प्रदर्शन होगा.

संपर्क तीन स्तरों पर किया जा रहा है- स्वयंसेवकों से, आम समाज को निमंत्रण देने और मातृशक्ति को कार्यक्रम में लाने के लिए.

ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले स्वयंसेवकों के लिए समाज के घर घर से भोजन पैकेट की व्यवस्था की जा रही है. शनिवार को सुबह ८ बजे रेलवे स्टेडियम में कार्यक्रम का अंतिम शारीरिक और घोष पूर्व अभ्यास होगा.


शुक्रवार, 20 जनवरी 2012

100 जगह होगा पथ संचलन का स्वागत , अंबेडकर सर्किल पर होगा त्रिवेणी बाल संगम

साभार: दैनिक भास्कर, बीकानेर

100 जगह होगा पथ संचलन का स्वागत

अंबेडकर सर्किल पर होगा त्रिवेणी बाल संगम
बीकानेर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघ चालक मोहन भागवत के आगमन पर 22 जनवरी को होने वाला विविध धारा पथ संचलन शहर की प्रत्येक गली को छूते हुए गुजरेगा। एक साथ शहर से पांच पथ संचलन रेलवे स्टेडियम के लिए कूच करेंगे। गंगा, जमुना व सरस्वती नाम के त्रिधारा पथ संचलन अंबेडकर सर्किल पर पहुंचेगा जबकि दो संचलन तोलियासर भैरु जी निर्वाण भवन में पहुंचेंगे। यहां से संयुक्त संचलन एक साथ रेलवे स्टेडियम पहुंचेगा जहां भागवत संघ के स्वयंसेवक व आमजन को संबोधित करेंगे। भागवत यहां 22 जनवरी को सुबह पहुंचेंगे और चार दिन तक यहीं रहेंगे। पथ संचलन के बाद संघ से जुड़े विभिन्न संगठनों के अधिकारियों की बैठक लेंगे। पथ संचलन का 100 जगह स्वागत होगा। जगह-जगह स्वागत द्वार, बैनर, पोस्टर लगाए जाएंगे। इसके अलावा जिस मार्ग से संचलन गुजरेगा वहां भगवा पताकाएं लगाई जाएगी। पताका लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। संचलन के प्रत्येक मार्ग पर रंगोली सजाई जाएगी। संघ के विभाग प्रचारक निंबाराम ने बताया कि प्रत्येक मार्ग पर संचलन का अभ्यास कर लिया गया है। तैयारियां पूरी हैं।

आमजन भी होंगे शामिल : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत के उद्बोधन को आमजन भी सुन सकेंगे। संघ ने स्वयंसेवकों के अलावा आमजनों को भी आमंत्रित किया गया है। संघ के गणवेश के अलावा अन्य लोगों के बैठने का भी इंतजाम किया गया है।

पथ संचलन मिनट-टू-मिनट

गंगा संचलन : जस्सोलाई व्यास पार्क से 22 जनवरी को दोपहर 12.51 मिनट पर संचलन रवाना होगा जो बारह गुवाड़, मोहता चौक, दाऊजी मंदिर, कोटगेट, रेलवे स्टेशन, रानीबाजार, रेलवे पुल व आदर्श कॉलोनी होते हुए एक बजकर 51 मिनट पर अंबेडकर सर्किल पहुंचेगा।

यमुना संचलन : गंगाशहर विद्या निकेतन से दोपहर 12 बजकर 51 मिनट पर रवाना होगा जो कुम्हारों का मोड़, गोपेश्वर मंदिर, गोगागेट चौराहा, बागीनाड़ा हनुमानजी मंदिर, चौपड़ा कटला, रानीबाजार रेलवे पुल व महाबली हनुमान मंदिर होते हुए एक बजकर 51 मिनट पर अंबेडकर सर्किल पहुंचेगा।

सरस्वती संचलन : आरएसवी से दोपहर एक बजे संचलन रवाना होगा जो ग्रामीण विकास बैंक, विवेकानंद विद्यालय, ग्रामीण हॉट, मूर्ति चौराहा, गौतम सर्किल, पंचशती सर्किल, मेजर पूर्ण सिंह सर्किल, पीबीएम अस्पताल से होते हुए दोपहर एक बजकर 51 मिनट पर अंबेडकर सर्किल पहुंचेगा।

लव पथक संचलन : दोपहर एक बजकर 14 मिनट पर रोशनी घर चौराहे से फड़बाजार, बी सेठिया गली, केईएम रोड, कोयला गली होते ही तौलिया सर भैरूंजी निर्वाण भवन एक बजकर 31 मिनट पर पहुंचेगा।

कुश संचलन : दोपहर एक बजकर 10 मिनट पर पुरानी गिन्नाणी माता जी मंदिर से रवाना होकर नगर निगम रोड, जूनागढ़, शार्दूल सिंह सर्किल, रतन बिहारी पार्क होते हुए एक बजकर 31 मिनट पर निर्वाण भवन पहुंचेगा।

एक बजकर 51 मिनट पर होगा महासंगम-तौलिया सर भैरूंजी निर्वाण भवन और अंबेडकर सर्किल से एक साथ दोनों संचलन रेलवे स्टेडियम के लिए रवाना होंगे।एक बजकर 53 मिनट पर यहां महासंगम होगा।
तैयारियों के लिए बनाए 500 समूह

22 जनवरी को आरएसएस के सरसंघ चालक के आगमन पर पथ संचलन निकाला जाएगा। संचलन की तैयारियों के लिए अलग-अलग 500 समूह बनाए गए हैं। इन समूहों को रेलवे स्टेडियम से लेकर अन्य जिम्मेवारियां सौंपी गई हैं। कार्यक्रम स्थल पर पेयजल मुहैया कराने से लेकर वाहन खड़े करने के लिए भी अलग से जिम्मेवारी दी गई है।


बुधवार, 18 जनवरी 2012

त्रिवेणी संगम का पूर्वाभ्यास सफलता से सम्पन्न

18 जनवरी 2012. बुधवार सुबह संघ के प्रमुख कार्यकर्ताओं ने 22 जनवरी को होने वाले त्रिवेणी संगम का पूर्वाभ्यास किया। व्यास पार्क से 7.51 को शुरू हुआ संचलन, विद्यानिकेतन से 7.51 को और आरएसवी से 8 बजे शुरू हुआ संचलन- ठीक 8.51 को अंबेडकर सर्कल पर आकर त्रिवेणी के रूप मे मिला। संगम के दौरान अंबेडकर सर्कल घोष के वाद्यों से गूंज उठा। संघ के प्रांत कार्यवाह जसवंत खत्री ने बताया कि 22 जनवरी को होने वाले संगम की पूर्वतैयारी के रूप मे यह संगम किया गया। संचलनों के लिए जो निश्चित समय मानक स्थान तय किए गए हैं, सभी संचलन उसी समय पर वहाँ पहुंचे। संगम के दौरान तीन तीन की पंक्तियाँ नौ की पंक्तियों मे बदल गई जिस से दर्शनीय दृश्य उत्पन्न हुआ। इन दिनों संघ के संक्रांति महोत्सव की तैयारियों के संदर्भ मे नगर की प्रमुख सड़कों पर संचलन अभ्यास किए जा रहे हैं।

कार्यक्रम मे आम समाज की उपस्थिती बढ़ाने के लिए निमंत्रण पत्र घर घर वितरित किए जा रहे हैं।

संक्रांति महोत्सव को लेकर आरएसएस का घर-घर संपर्क अभियान


संघ कार्यालय में हुआ यज्ञ-पूजन


संक्रांति महोत्सव को लेकर आरएसएस का घर-घर संपर्क अभियान

बीकानेर

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का 22 जनवरी को प्रस्तावित संक्रांति महोत्सव और त्रिवेणी संगम के उपलक्ष्य में मंगलवार को यज्ञ व पूजन का आयोजन किया गया। रानीबाजार स्थित संघ कार्यालय 'शकुंतला भवन' हुए यज्ञ में राजस्थान क्षेत्र के सह संपर्क प्रमुख प्रकाश चंद्र, नरोत्तम व्यास, ब्रह्मदत्त आचार्य, प्रांत प्रचारक मुरलीधर, नीम सिंह, विभाग प्रचारक निंबाराम, महानगर प्रचारक धर्मेंद्र आदि ने आहुतियां दी।

बीकानेर विभाग प्रचार निंबाराम ने बताया कि कार्यक्रम में संघ के सरसंघचालक मोहनराव भागवत सहित अखिल भारतीय सह शारीरिक प्रमुख जगदीश कुमार, क्षेत्र प्रचारक दुर्गादास, अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख सुहासराव, प्रांत प्रचारक मुरलीधर भी शामिल होंगे। कार्यक्रम के लिए बीकानेर शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में संपर्क दल बनाए गए हैं। कार्यक्रम में नए व पुराने प्रत्येक स्वयंसेवक को जोडऩे के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए एक दल का गठन किया गया है जो पुराने स्वयंसेवकों की सूची बनाकर संपर्क कर रही है। इसके अलावा शाखाओं पर नियमित शारीरिक अभ्यास भी किया जा रहा है। संप र्क विभाग ने जहां समाज के प्रतिष्ठित एवं प्रबुद्ध वर्ग को जोडऩे की जिम्मेवारी ली है वहीं प्रचार विभाग ने प्रसार के विभिन्न माध्यमों पर अपनी पकड़ बना रही है। एक दशक बाद बीकानेर में हो रहे त्रिवेणी संगम को देखने के लिए शहरवासी भी उत्साहित नजर आ रहे हैं। महिलाओं को कार्यक्रम से जोडऩे का प्रयास भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि संघ के नगर योजना के अनुसार गंगाशहर, नागनेचेजी और लक्ष्मीनाथ क्षेत्रों से तरुण संचलन तथा जूनागढ़ नगर से बाल संगम निकलेंगे। वहीं मार्कंडेय नगर को महाविद्यालय विद्यार्थियों को जोडऩे की जिम्मेवारी सौंपी गई है।

बाल संगम का अभ्यास

संक्रांति महोत्सव पर जूनागढ़ नगर से निकलने वाले बाल संगम के लिए मंगलवार को सुबह स्वयंसेवकों ने अभ्यास किया। विभाग प्रचार निंबाराम, शारीरिक प्रमुख कुंजीलाल, महानगर घोष प्रमुख अमरीश, जूनागढ़ नगर कार्यालय राजेन्द्र सिंह के निर्देशन में रतन बिहारी पार्क से निकले लव व कुश पथक का संचलन घोष के साथ अलग-अलग रास्तों से गुजरते हुए तोलियासर भैरु जी मंदिर के पास स्थित निर्वाण भवन के आगे मिला।

स्त्रोत: दैनिक भास्कर

मंगलवार, 17 जनवरी 2012

अरुणाचल प्रदेश भारत का अविभाज्य हिस्सा: डा. मोहन भागवत

अरुणाचल प्रदेश भारत का अविभाज्य हिस्सा: डा. मोहन भागवत
स्रोत: News Bharati तारीख: 1/16/2012 4:22:58 PM


इटानगर, जनवरी १६: राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डा. मोहन भागवत ने कहा की अरुणाचल प्रदेश भारत का अविभाज्य हिस्सा है और अरुणाचली लोगों को इस सच का समर्थन कर कर हमेशा अपने देश के प्रति सजग रहना चाहिये।

डा. मोहन भागवत ने कहा, “अरुणाचल प्रदेश के लोग सृष्टी के भक्त है। उन्होंने अपने संस्कृति और रिवाजों का खुलकर समर्थन करना चाहिये। इस विषय में राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ अरुणाचल प्रदेश के लोग के मदद के लिये तत्पर है”।

ईशान्य भारत की पत्रिका “नोर्थइस्ट टुडे” के अनुसार पसिघाट में ८ जनवरी को आयोजित अरुण चेतना संगम में डा. भागवत बोल रहे थे।

डा. भागवत ने इशान्य भारत के लोगो में राष्ट्रप्रेम की भावना जागृत करने में राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ द्वारा कार्यान्वित होने वाले परियोजनाओं के बारे में संक्षिप्त में जानकारी दी। डा. भागवत ने कहा की किसी भी समाज के नित्य और चिरस्थायी प्रगति के लिये उसके मूल पहचान का ढांचा मजबूत होना बहुत जरुरी है।

उन्होंने कहा की अपने समाज को आगे बढाना यह हर पिढी की जिम्मेदारी है और समाज के विशेष गुण, रीतिरीवाज और परंपराओं का अनुरक्षण करते हुए हि इसे मूर्तरुप दिया जा सकता है।

इस कार्यक्रम में उपस्थित अन्य मान्यवर सेवानिवृत्त आयएएस अफ़सर ओशोंग इरिंग ने यह स्पष्ट रुप से कहा की अरुणाचल प्रदेश वर्तमान में और पहले भी चीन के अधिकार क्षेत्र या चीन प्रशासन के अधिन नही था।

उन्होंने कहा की अरुणाचल प्रदेश हमेशा भारत का एक अविभाज्य हिस्सा रहेगा। अदी समाज के केबंग पद्धति को उजागर करते हुए उन्होंने कहा कि अरुणाचल समाज के रगों में प्रजातंत्र दौडता है।

डा. भागवत ने पसिघाट में ६ जनवरी को आयोजित किये गये तीन दिवसीय अरुण चेतना शिविर में भाग लिया। अरुणाचल प्रदेश के १६ जिल्हों से तररीबन ५०० स्वयंसेवकों ने इस शिविर मे हिस्सा लिया था।

RSS: Arunachal an Essential Part of India
Speaking at the Arun Chetana Sangam organized at the school field of Daying Ering Memorial Govt. Hr Sec School, Pasighat on January 8 last, Dr. Mohan Bhagwat, the Sarsangha-chalak of Rashtriya Sway-amsevak Sangh (RSS) said that Arunachal Pradesh is an integral part of India and does not belong to anybody else and added that Arunachalis too uphold this truth and always stand by the nation. While complementing the Arunachali communities for it, the Sarsanghachalak briefly explained the efforts and service projects of the RSS in the remote and border areas to upkeep the national spirit alive in the people. The RSS chief said that regular and perennial development of any society is possible only on a strong foundation of its own identity.

Every generation has the responsibility to lead the society forward and it has to be materialized by up-keeping the special feature, customs and traditions of the society, he said. The people of Arunachal Pradesh are the worshippers of nature and they should stand up upholding their values and virtues. The Rashtriya Swayam-sevak Sangh would always stand by the efforts of the Arunachalis in this regard, he said. While delivering the presidential address Oshong Ering IAS (Retd) president, Nagarik Swagat Samiti categorically stated that the people Arunachal Pradesh had been neither under the Chinese territory nor Chinese administration in its past. He added that Arunachal Pradesh would always remain to be an integral part of India. Highlighting the pivotal role of the Kebang system in the Adi society, Ering stated that the Arunachali society is democratic in its blood and veins. The RSS Chief also attended the 3 days Arun Chetana Shivir in Pasighat which started from January 6. Nearly 500 trained and active swayamsevaks from 77 places across all the 16 districts of Arunachal Pradesh participated in the Shivir and interacted with the RSS chief.
source: http://www.northeasttoday.in/our-states/arunachal-pradesh/rss-arunachal-an-essential-part-of-india/#more-18639

सोमवार, 16 जनवरी 2012

मकर सक्रांति पर्व पर जयघोष के साथ निकाला पथ संचलन

साभार : दैनिक नवज्योति


पथ संचलन में मिले कदम से कदम

सियाणा। भारत विश्वगुरू व सोने कि चिडिया थी। इस देश में राम, कृष्ण जैसे अवतार हुए है। ऎसे देश का वासी होना गर्व की बात है। यह बात राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत प्रचारक मुरलीधर ने रविवार को संघवी क्रीडा स्थल में आयोजित पथ संचलक कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि भारत में गंगा, यमुना, सरस्वती व कावेरी जैसी नदियां बहती है।

भारत वीरो की भूमि है। उन्होंनें भारत को पुन: विश्वगुरू बनाने का संकल्प करने को कहा। इससे पहले स्वयंसेवको ने क्रीडा स्थल से पथ संचलन किया। संचलन में स्वयं सेवक मुख्य बस स्टैण्ड, पटवार मार्ग, सरजावाव मार्ग, मुख्य डाकघर मार्ग, मुख्य बाजार व कोलरी मार्ग होते हुए वापस क्रीडा स्थल पहुंचे। स्वयंसेवकों का मार्ग में जगह-जगह ग्रामीणों ने फूल बरसाकर स्वागत किया। पथ संचलन में जिला कार्यवाह प्रहल्लाद गर्ग, शारीरिक प्रमुख चेताराम माली, कैलाश अग्रवाल, पूर्व विधायक शंकरसिंह राजपुरोहित, देवीसिंह चौहान, अनिल, महेन्द्रसिंह, सुखदेव राल, दिनेश भाटी, प्रमोद सुथार व सोहनलाल टेलर आदि शामिल हुए।
वंदे मातरम् से गूंजा शहर

पाली. पथ संचलन के दौरान विभिन्न संगठनों से जुड़े पदाधिकारी स्वागत के साथ-साथ 'वंदे मातरम्' व 'भारत माता की जय' के नारे लगाते रहे। जगह-जगह आतिशबाजी भी की गई। शहर के जिन-जिन मार्गों से यह पथ संचलन गुजरा वहां नागरिक उसके स्वागत को आतुर नजर आए। विभिन्न स्थानों पर पुष्पवर्षा के साथ संचलन का जोरदार स्वागत किया गया। पथ संचलन को देखने के लिए उत्सुक लोगों से सड़क के दोनों किनारे अटे हुए नजर आए। महाराणा प्रताप कमांडो फोर्स के जिलाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह कुंपावत के नेतृत्व में भी सूरजपोल पर कार्यकर्ताओं ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।

परिवर्तन से होगा समस्याओं का निराकरण : दवे :
पथ संचलन से पूर्व मालियों की बगीची में मकर संक्रांति पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर प्रांत प्रचार प्रमुख महेंद्र दवे ने सैकड़ों स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए मकर संक्रांति पर्व का पौराणिक महत्व बताया। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में राष्ट्र की समस्याओं का निराकरण कानून व प्रशासन के माध्यम से न होकर व्यक्ति निर्माण तथा समाज परिवर्तन से ही होगा। आरएसएस हमेशा से व्यक्ति निर्माण के माध्यम से समाज परिवर्तन कर रहा है। नगर प्रचार प्रमुख संजय पोरवाल ने बताया कि इस दौरान वक्ताओं ने राष्ट्र निर्माण के लिए एकजुट होने का आह्वान किया।
जयघोष के साथ निकाला पथ संचलन
सियाणा.(जालोर) कसबे के संघवी क्रीड़ा स्थल में राष्ट्रीय सेवक संघ की ओर से रविवार को सम्मेलन का आयोजन बतौर मुख्य वक्ता जोधपुर प्रांत प्रचारक मुरलीधर की मौजूदगी में हुआ। सम्मेलन में मुख्य वक्ता मुरलीधर ने कहा कि भारत सूरवीरों का देश रहा है। भारत की धरती पर महाराणा प्रताप, रानी लक्ष्मीबाई, पन्नाधाय, भगवान श्रीकृष्ण व राम समेत कई महापुरुषों ने जन्म लिया, देश के हालात दिनों दिन बदलते जा रहे हंै। युवा वर्ग पाश्चात्य संस्कृति अपनाकर अपनी मूल संस्कृति भूल रहा है। इसके बाद कस्बे के मुख्य मार्गों से पथ संचलन निकाला गया। पथ संचलन की शुरुआत संघवी क्रीड़ा स्थल से हुई जो बस स्टैंड, पटवार भवन, भट्टों का चौक, मैन बाजार, खेतलाजी रोड, रामदेव मंदिर होते हुए पुन: संघवी क्रीड़ा स्थल पहुंचा। पथ संचलन के दौरान जगह-जगह ग्रामीणों द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। इस मौके संघ के जिला कार्यवाहक प्रहलाद गर्ग, शारीरिक प्रमुख चेताराम माली, आहोर के पूर्व विधायक शंकरसिंह राजपुरोहित, महेंद्र सिंह, सुखदेव रावल, दिनेश भाटी, देवी सिंह, प्रमोद सुथार, भरत सिंह व रामसिंह दहिया समेत कई जने मौजूद थे।


रविवार, 15 जनवरी 2012

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जोधपुर प्रांत संघचालक भंवरलाल कोठारी का निधन माननीय सरकार्यवाह भय्या जी जोशी की श्रंदाजली


बीकानेर त्न राज्य गौ-सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघचालक भंवरलाल कोठारी का शुक्रवार को निधन हो गया। वे 75 वर्ष के थे। कोठारी शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे ही तीर्थ यात्रा कर बीकानेर पहुंचे थे। स्टेशन पर उतरते ही उन्हें चक्कर आने महसूस हुए। वहां से उन्हें सीधे पीबीएम अस्पताल के हार्ट हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शनिवार की सुबह साढ़े नौ बजे उनका अंतिम संस्कार गोगागेट स्थित श्मशान गृह में होगा। शव यात्रा उनके निवास ओसवाल कोठारी मोहल्ले से रवाना होगी। उनके पीछे उनके दो पुत्र व एक पुत्री हैं। कोठारी के निधन की सूचना मिलने पर बीकानेर व्यापार मंडल कार्यालय में तीन दिन का अवकाश घोषित किया गया। कोठारी व्यापार मंडल के संरक्षक सदस्य रहे हैं।

मंगलवार, 3 जनवरी 2012

सीमाजन छात्रावास में कम्प्यूटर कक्ष का उद्घाटन


सीमाजन छात्रावास में कम्प्यूटर कक्ष का उद्घाटन
जैसलमेर सीमा जन कल्याण समिति द्वारा संचालित सीमा जन छात्रावास में नवनिर्मित कम्प्यूटर केंद्र का उद्घाटन सोमवार को विधायक छोटू सिंह ने विधि विधान से किया। इस अवसर पर आरएसएस के जिला संघ चालक त्रिलोकचंद, जिला प्रचारक बाबूलाल, समिति के संरक्षक मुरलीधर खत्री, जिला मंत्री शरद व्यास एवं प्रांतीय संगठन मंत्री नीम्बसिंह उपस्थित थे। जिला मंत्री शरद व्यास ने बताया कि छात्रावास भवन में कम्प्यूटर केन्द्र का संचालन करने का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीक से अवगत करवाया है। विधायक भाटी ने छात्रावास परिसर का अवलोकन कर व्यवस्था का जायजा लिया। साथ ही हर संभव सहयोग देने की बात कही। वार्डन गणपतसिंह ने छात्रावास में संचालित होने वाली गतिविधियों पर प्रकाश डाला। विधायक भाटी ने छात्रावास भवन निर्माण के लिए 5 लाख रुपए की सहयोग राशि दी थी।

Made In India, Faked In China - $5 Billion Loss

Made In India, Faked In China - $5 Billion Loss

By IANS, Sunday, 01 January 2012, 18:56 Hrs


New Delhi : Chinese manufacturers are increasingly "faking" popular Indian products of consumer goods giants such as Dabur and ITC, undermining the legitimacy of brands and causing losses worth as much as $5 billion annually, officials said.

"A lot of counterfeit Dabur products are made in China. We have conducted at least 20 raids in China but no proper action has been taken by the Chinese," said Ashok Jain, general manager of finance at Dabur India, the country's fourth largest FMCG firm.

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He said such fake products manufactured in China with "Made-in-India" tag are supplied across the world, mostly in India and African countries.

"It causes huge damage to the brand. Those fake products are obviously not up to our standards and supplied at very low prices," Jain told IANS.

Dabur, which has nearly $4 billion market capitalisation, operates in key consumer product categories like healthcare, skin care, hair care and oral care. The company's revenue last fiscal was $910 million.

Pradeep Dixit, a senior official of ITC, a $33-billion conglomerate, said the popular FMCG brands of the company were counterfeited by unscrupulous firms and supplied in domestic as well as foreign markets.

"Our popular cigarette brand is faked and supplied widely in the states like Chhattisgarh, Bihar and Uttar Pradesh," he said.

"China is a big problem everybody is facing," said S.K. Goel, chairman of the Central Board of Excise and Customs, told IANS.

Goel said the big international brands like Nokia, Adidas, Reebok and Nivea were also widely counterfeited in China and supplied in India and other parts of the world.

Chinese manufacturers are also faking drugs, endangering lives of patients. Fake drugs, carrying "Made in India" tags, supplied from China were recently detained in Nigeria and other African countries.

K.K. Vyas, Delhi's deputy commissioner of police (crime), said the police have seized and confiscated a lot of fake and counterfeited products of popular brands in the national capital recently.

Vyas emphasised on the need for enhancing punishment for unscrupulous manufacturers and importers. "Punishment needs to be enhanced. Also there is need that judiciary addresses these issues quickly."

"Counterfeiting is a big menace. It is hurting everybody - consumers, industry and the exchequer," said Anil Rajput, chairman of the anti-smuggling and anti-counterfeiting committee of Federation of Indian Chambers of Commerce and Industry (FICCI).

Recently, FICCI formed a panel called "FICCI-Cascade" that expands into a committee on anti-smuggling and counterfeiting activities destroying the economy. Chaired by Rajput, the committee is working closely with the government to curb this menace.

According to a report by think tank Indiaforensic Research Foundation, the total loss to the economy annually due to crimes such as counterfeiting, commercial fraud, smuggling, drug trafficking, bank fraud, tax evasion and graft is estimated at 22,528 Crore।
स्त्रोत: http://www.siliconindia.com/shownews/Made_In_India_Faked_In_China__5_Billion_Loss-nid-101962-cid-3.html?utm_campaign=Newsletter&utm_medium=Email&utm_source=Subscriber

विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित