सोमवार, 15 अक्तूबर 2012

सरसंघचालक ने एफडीआइ को नकारा खतरे में है सीमाओं की सुरक्षा : भागवत


सरसंघचालक ने एफडीआइ को नकारा

फरीदाबाद : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने केंद्र सरकार की खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष पूंजी निवेश (एफडीआइ) की मंजूरी को सिरे से नकार दिया है। संघ के सरसंघचालक डा.मोहन भागवत ने रविवार सुबह फरीदाबाद के सेक्टर-16 ए स्थित दशहरा मैदान में संघ समागम को संबोधित किया। उन्होंने एफडीआइ को सामान्य व्यापारियों के प्रतिकूल बताया और कहा कि इससे देश में विदेशी कंपनियों का वर्चस्व बढ़ेगा। संघ प्रमुख ने देश की मौजूदा आंतरिक सुरक्षा को खतरा बताते हुए हिन्दू समाज से संगठित होने की अपील की। उन्होंने कहा कि अब हिन्दू समाज के संगठित होने पर ही समस्याओं का समाधान होगा। इसके बाद अपने उद्बोधन में संघ प्रमुख ने कहा कि चीन और पाकिस्तान की कारगुजारियों से जहां देश की सीमा को खतरा है, वहीं बांग्लादेशी घुसपैठिये देश की आंतरिक सुरक्षा में सेंध लगा रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की सेना व पुलिस आंतरिक व बाह्य सुरक्षा बंदोबस्त कर सकती है मगर कोई उनका मनोबल नहीं बढ़ाता। पत्रकारों ने अरविंद केजरीवाल द्वारा उठाए गए भ्रष्टाचार के मुद्दों पर जब संघ प्रमुख से प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री डा.मनमोहन सिंह के पास जाने की सलाह दी। इससे पूर्व सरसंघचालक ने स्वयंसेवकों का शारीरिक प्रदर्शन देखा। महानगर के सह संघचालक डा.अरविंद सूर ने संघ प्रमुख का परिचय दिया। भागवत के साथ मंच पर प्रांतीय संघचालक मेजर करतार सिंह भी मौजूद थे। इसके अलावा संघ समागम में प्रमुख रूप से संघ के उत्तर क्षेत्रीय प्रचारक रामेश्र्वर, क्षेत्रीय कार्यवाह सीताराम व्यास, क्षेत्रीय संपर्क प्रमुख श्रीकृष्ण सिंहल, सह प्रांत संघचालक पवन जिंदल,प्रांत कार्यवाह डा. श्रीपाल सिंह,विभाग संघ चालक जमुना प्रसाद, जिला संघ चालक अजीत जैन,विभाग कार्यवाह गंगाशंकर मिश्र मौजूद थे।source: http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=53&edition=2012-10-15&pageno=19#id=111752415272517800_53_2012-10-15


खतरे में है सीमाओं की सुरक्षा : भागवत

फरीदाबाद। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन राव भागवत ने कहा कि देश विकट परिस्थिति से गुजर रहा है। सीमाओं की सुरक्षा की बात हो या आम जन की, यह खतरे में है। सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक समस्याओं का अंबार लग रहा है। ऐसे में जनता को ही आत्ममंथन कर इनका हल निकालना होगा। तभी देश बचेगा। भागवत रविवार को सेक्टर-16ए स्थित दशहरा मैदान में आरएसएस के जिला स्तरीय एकत्रीकरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व की रक्षा करना है। हिंदू जगेगा, तो न केवल भारत बल्कि पूरा विश्व जगेगा। यह तभी संभव है, जब हम अपनी समस्याओं को पहचानें। फिर उसका निराकरण करें।

हिंदुत्व एकता सूत्र में पिरोने का मार्ग :  भागवत ने कहा कि हिंदुत्व ही एक मात्र सूत्र है, जिससे विश्व को एकता के सूत्र में पिरो सकते हैं। इसलिए हिंदू समाज को आगे आना होगा। देश में हर जाति व पंथ के लोग हैं। सबका एक ही कर्तव्य है कि वे देश को आगे बढ़ाने में आगे आएं।
सुरक्षा में अनदेखी की ओर इशारा : भागवत ने कहा कि भारत चारों दिशाओं से शत्रुओं से घिरा हुआ है। दोस्ती के लिए बातचीत होती लेकिन आतंकवाद रुकता नहीं है। चीन व पाकिस्तान भारत को अस्थिर करते रहने का प्रयास करते रहते हैं।  शेष पेज त्न 11
इतना ही नक्सलियों और अलगाववादी ताकतों को भी मदद करते हैं। इसे रोकने के लिए गंभीर होना पड़ेगा।

चीनी मानते हैं सांस्कृतिक गुरु:
भागवत ने कहा कि यह जानकर आश्चर्य होगा कि चीन की जनता भारत को सांस्कृतिक गुरु मानती है। हमारा ध्येय वसुधैव कुटुंबकम् का है। विश्वभर में हम भाई चारा व शांति चाहते हैं। परंतु चीन की नीयत साफ नहीं है।
 भ्रष्टाचार व एफडीआई पर गरजे
प्रतिदिन भ्रष्टाचार के मामले प्रकाश में आ रहे हैं। जो इनका पर्दाफाश कर रहे हैं, उन्हें ही सजा दिलाने के पीछे कुछ लोग पड़ जाते हैं। जो भ्रष्टाचार करता है, उसका कुछ नहीं बिगड़ता है। यह इस देश की विडंबना बन गई है। खुदरा बाजार में एफडीआई को हरी झंडी दे दी गई है। हर जगह यह नाकाम हुआ है। लेकिन भारत में इसे किसानों व व्यापरियों को बर्बाद करने के लिए लाया जा रहा है।

नेता पैदा करते हैं विकट स्थिति
भागवत ने कहा कि नेता जात-पात व पंथ के नाम पर समाज को बांटने का प्रयास करते हैं। सेना व पुलिस का मनोबल तोड़ते हैं। इस वजह से देश के बाहर व भीतर असुरक्षा का माहौल बन गया है। इसलिए सभी को एकजुट होकर देश को बचाने के लिए आगे आना होगा। इस मौके पर उत्तर क्षेत्रीय प्रचारक रामेश्वर, क्षेत्रीय कार्यवाह सीताराम व्यास, क्षेत्रीय संपर्क प्रमुख श्रीकृष्ण सिंघल, संघ प्रांत संचालक मेजर करतार सिंह, सह प्रांत संघचालक पवन जिंदल, प्रांत कार्यवाह डॉ. श्रीपाल सिंह, विभाग संघ चालक जमुना प्रसाद, जिला संघ चालक अजीत जैन, सह जिला संघ चालक डॉ. अरविंद सूद, विभाग कार्यवाह गंगाशंकर मिश्र उपस्थित थे।
स्वयंसेवकों के प्रदर्शन से मंत्रमुग्ध हुई जनता
फरीदाबाद त्न सेक्टर १६ए स्थित दशहरा मैदान रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवकों के शारीरिक प्रदर्शन का गवाह बना। उन्होंने अद्भुत व हैरतअंगेज करनामे दिखाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसमें ३६० स्वयंसेवकों ने भाग लिया। कार्यक्रम में ६ हजार से अधिक लोग उपस्थित थे। स्वयंसेवकों ने दंड, समता व घोष योग और  व्यायाम का प्रदर्शन किया। घोष का प्रदर्शन काफी आकर्षक था। इसे उपस्थित जनसमूह ने खूब पसंद किया। सरसंघ चालक मोहन राव भागवत ने कहा कि स्वयंसेवक देश के लिए जीना व मरना जानते हैं। हर आपदा में सबसे पहले पहुंच जाते हैं। उनकी वीरता, समाज के प्रति संवेदनशीलता के लिए उन्होंने हौसला अफजाई की।

झलकियां
> सुबह से कार्यक्रम में भाग लेने के लिए लोगों का जत्था सेक्टर-१६ए दशहरा मैदान में आना शुरू हो गया था।
> सरसंघ चालक ने किस्से और कहानियों के माध्यम से जनता को जाग्रत करने का प्रयास किया।
> किस्से व कहानी समाज और लोगों के मौजूदा हालात की ओर इशारा कर रहे थे।
> सरसंघ चालक ने कहा कि सारी कमजोरियों का भूत हमने अंदर पाल रखा है। इसे हटाने की आवश्यकता है, इस पर खूब तालियां बजीं।
source:http://www.bhaskar.com/article/HAR-OTH-border-security-in-danger-3927478-NOR.html

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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित