सोमवार, 1 अक्तूबर 2012

कतरन समाचार पत्रों की ......

साभार: राजस्थान पत्रिका, जयपुर 

साभार: दैनिक भास्कर, जयपुर 
साभार : महानगर टाइम , जयपुर 


मोदी के नाम पर भाजपा ही करे निर्णय : भागवत
जयपुर
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने जाति आधारित आरक्षण को पूरी तरह राजनीतिक बताया। इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने सुझाव दिया कि बुद्धिजीवियों की एक गैर-राजनीतिक स्वतंत्र समिति बने। यह समिति उच्चाधिकार प्राप्त हो, जो पिछड़ी जातियों के लिए आरक्षण की व्यवस्था तो करे, लेकिन उसे समय सीमा में भी बांधे। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए आगे बढ़ाने के मुद्दे पर भागवत ने कहा कि यह काम भाजपा का है। संघ का इससे कोई संबंध नहीं है। उन्होंने एफडीआई, चीन विवाद, मुस्लिम तुष्टीकरण समेत कई सवालों के जवाब दिए।

भागवत रविवार को जामडोली में केशव विद्यापीठ परिसर में चल रहे चैतन्य शिविर के जिज्ञासा समाधान कार्यक्रम में सवालों के जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि देश में आरक्षण व्यवस्था पर राजनीति हावी हो गई है। आरक्षण केवल कमजोर लोगों के लिए होना चाहिए, परंतु उससे पहले इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने की जरूरत है। आरक्षण व्यवस्था ऐसी हो, जिसमें इसका लाभ ले चुके लोग क्रीमीलेयर तरीके से स्वत: ही बाहर हो जाएं और अन्य जरूरतमंद लोगों को लाभ मिल सके।


भाजपा तय करेगी पीएम- भागवत


जयपुर। एनडीए और भाजपा में प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी के लिए चल रहे कई नामों के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहनराव भागवत ने कहा कि यह निर्णय संघ नहीं लेगा। भाजपा की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि यह काम पार्टी का है और वही फैसला लेगी।

जयपुर में रविवार को जामडोली स्थित केशव विद्यापीठ में चैतन्य शिविर के समापन से पहले प्रश्नोत्तर सत्र में यह सवाल उठा कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री क्यों नहीं बन सकते? इसके जवाब में भागवत ने कहा कि पीएम के लिए नाम तय करना संघ का काम नहीं है। नरेन्द्र मोदी, लालकृष्ण आडवाणी, नितिन गडकरी सभी स्वयंसेवक हैं, पार्टी के नेता ही तय करेंगे कि प्रधानमंत्री कौन होना चाहिए।

मनमोहन को भी स्वयंसेवक दे देंगे.....
भागवत से जब पूछा गया कि संघ के कार्यकर्ताओं के लिए राजनीतिक क्षेत्र भारतीय जनता पार्टी ही क्यों है, दूसरी पार्टियां क्यों नहीं? तो उन्होंने कहा भाजपा हमसे कार्यकर्ता मांगती है इसलिए वहां काम के लिए स्वयंसेवक भेजे जाते हैं, यदि मनमोहन सिंह स्वयंसेवक मांगेंगे तो उन्हें भी दे देंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि संघ गैर राजनीतिक संगठन है, राजनीतिक क्षेत्र में काम करने वाले हमारे स्वयंसेवक आप जैसे कार्यकर्ताओं की तरह कई बार विचार करने या जिज्ञासा के लिए आते हैं तो उनसे बात हो जाती है।



साभार: दैनिक नवज्योति 
Source: http://www.patrika.com/news.aspx?id=910738
 

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