शुक्रवार, 27 मई 2011

महारण प्रताप स्मारक पूर्व निर्धारित स्थान पर ही बनेगा




पाली में लंबे समय के संघर्ष के बाद महाराणा प्रताप स्‍मारक निर्माण की नींव 22 मई 2011 को पाली के धानमंडी क्षैत्र स्थित जुनी कचहरी में रखी गई, जिस पर काम भी उसी दिन से शुरू हो गया। लेकिन अगले ही दिन पाली नगर
परिषद की उपसभापति शमीम मोतीवाला समेत कांग्रेस के 6 मुस्‍लीम पार्षदों द्वारा इस स्‍मारक निर्माण का विरोध करते हुए अपने इस्‍तीफा दे दिया गया।
ये सभी पार्षद महाराणा प्रताप स्‍मारक के एक दरगाह के सामने बनाये जाने का विरोध कर रहे थे। इन पार्षदों द्वारा इस्‍तीफे दिये जाने के साथ साथ महाराणा प्रताप स्‍मारक का कार्य शुरू करवाने वाले जिला कलेक्‍टर श्री नीरज पवन को भी संघ व भाजपा से जुडा बता कर इन्‍हें अल्‍पसंख्‍यक विरोधी बताया एवं इन्‍हें हटाने की मांग की। राज्‍य सरकार द्वारा इन पार्षदों के दबाव में सोमवार को काम रूकवा दिया गया। जिसकी जानकारी पाली के नागरिकों
को मिलने के बाद मंगलवार को सभी ने जिला कलेक्‍टर कार्यालय पर प्रदर्शन कर स्‍मारक निर्माण का कार्य रूकवाये जाने के खिलाफ विरोध दर्ज करवाया।
जिसके पश्‍चात जिला कलेक्‍टर की अध्‍यक्षता में दोनों पक्षों की बैठक हुई जिसमें स्‍मारक का निर्माण पूर्व निर्धारित स्‍थान पर ही करवाये जाने संबंधी निर्देश जिला कलेक्‍टर ने दिये। इस निर्णय के बाद वहां उपस्थित सभी नागरिकों में हर्ष व्‍याप्‍त हो गया। इस अवसर पर स्‍मारक निर्माण समिति अध्‍यक्ष एडवोकेट शैतानसिंह सोनगरा, एडवोकेट सोहनराज मेहता, समाजसेवी मेघराज बंब, परमेश्‍वर जोशी, अनिल भंडारी, महावीर सालेचा, निखिल व्‍यास, निमित लश्‍करी, धनराज दैया समेत सैंकडों नागरिकों द्वारा महाराणा प्रताप स्‍मारक के लिये प्रदर्शन किया गया।

निखिल व्‍यास, पाली

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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित