शनिवार, 27 नवंबर 2010

पोकरण में आर्टिलरी गन सिस्टम एम 777 का परीक्षण शुरू - pokaran artilary gun system 777 trial started - www.bhaskar.com

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RSS-Ekatmata Stotra (Prayer to our Mother Land Bharat Mata)

भारत विरोधी बयान के लिए अरुंधती, गिलानी पर केस का आदेश - Arundhati, geelani issue to come up today - www.bhaskar.com

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राम जन्मभूमि व मंदिर की लड़ाई अलग-अलग :: Pressnote.in

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राहुल ने मोदी की तुलना माओ त्से-तुंग से की :: Pressnote.in

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शुक्रवार, 26 नवंबर 2010

संघ ने रोके माओवादियों के कदम

संघ ने रोके माओवादियों के कदम

Nov 23, 10:09 pm

खुर्जा, (बुलंदशहर)। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने गुवाहटी में माओवादियों की नापाकहरकतों पर अंकु श लगाने और उनके इरादों को विफल करने के लिए स्वयं सेवकों की प्रशंसा की। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मुखिया मोहन भागवत ने यहां सावित्रीदेवी लख्मीचंद सरस्वती विद्या मंदिर में चल रहे मेरठ और ब्रज प्रांत पदाधिकारियों की बैठक में कहा कि संघ के कामों में तेजी लाई जाए। उन्होंने अगले माह दिसंबर में धर्म सभाएं आयोजित करने को कहा। इसका दायित्व हिंदू जागरण मंच, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल समेत संघ के सभी आनुषांगिक संगठनों का होगा।

सूत्रों ने बताया कि मंथन बैठकों में संघ प्रमुख ने गुवाहाटी में माओवादियों के इरादों को विफल करने पर स्वयं सेवकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि कई कार्यकर्ताओं की माओवादियों द्वारा हत्या करने के बाद भी स्वयं सेवकों का काम नहीं रुका। नतीजा यह रहा कि माओवादी अपने बढ़ते कदम रोकने को विवश हुए।

संघ पर हो रहे चौतरफा हमलों और बदनाम करने की साजिशों पर उन्होंने कहा कि जमाना बढ़ते लोगों के कदम पीछे खींचने का प्रयास करता ही है। ऐसे हमलों के के बाद भी संघ शक्ति दिनों दिन बढ़ रही है। उन्होंने संघ पदाधिकारी इंद्रेश के खिलाफ एटीएस की कार्रवाई को बेबुनियाद बताया।

दोपहर सत्र के बाद प्रांत, जिला, विभाग और क्षेत्रीय प्रचारकों से संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मधुभाई जी रूबरू हुए। उन्होंने प्रचारकों को संघ कार्य प्रत्येक स्थिति में आगे बढ़ाने, शाखाओं का विस्तार करने और उनमें स्वयं सेवकों की संख्या बढ़ाने को कहा। शाम को संघ प्रमुख न्यू शिवपुरी स्थित संघ के नगर कार्यालय पर भी गए। वहां शाखाओं के कार्यो पर मंत्रणा की।

source: http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttarpradesh/4_1_6937531.html

मीरवाइजके खिलाफ दर्ज होगा देशद्रोह का मामला!

चंडीगढ़ [जासं]। कश्मीरी पंडितों के हल्ला बोल का शिकार हुए हुर्रियत कांफ्रेस के नेता मीरवाइज उमर फारूक पर चंडीगढ़ पुलिस अब देशद्रोह का मामला दर्ज करने की तैयारी में है।

एसएसपी नौनिहाल सिंह ने यूटी प्रशासन के गृह सचिव रामनिवास को भेजे पत्र में उमर के खिलाफ केस दर्ज करने की अनुमति मांगी है। हुर्रियत नेता पर आरोप है कि गुरुवार को किसान भवन में आयोजित सेमिनार में उन्होंने कश्मीर मुद्दे को लेकर राष्ट्रविरोधी भाषण दिया है। जिसके चलते माहौल अशांत हो गया है।

पत्र में कहा गया है कि मीरवाइज का भाषण देश की एकता और अखंडता के खिलाफ है। एसएसपी ने उमर के भाषण की वीडियो क्लिप्स भी गृह सचिव को भेजा है.

source : http://in.jagran.yahoo.com/news/national/general/5_1_6945872.html

गुरुवार, 25 नवंबर 2010

सेमिनार में मीरवाइज के साथ धक्कामुक्की

fullstory

चंडीगढ़ में मीरवाइज के साथ हाथापाई

चंडीगढ़। चंडीगढ़ में हुर्रियत कॉफ्रेंस के नरम धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूख के कार्यक्रम में जमकर हंगामा हुआ। देश विरोधी बयान देने के आरोप में कुछ युवकों ने हुर्रियत के कार्यकर्ताओं के खिलाफ नारेबाजी की, थोड़ी ही देर में हुर्रियत के कार्यकर्ता और युवक आपस में भिड़ गए और दोनों पक्षों के बीच जमकर हाथापाई हुई। पुलिस ने 40 युवकों को हिरासत में ले लिया है।

सूत्रों के अनुसार चंडीगढ़ में भारत - पाक रिश्तों और कश्मीर समस्या पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया था। सेमिनार में मीरवाइज जैसे ही बोलने के लिए आए उनके और हुर्रियत के खिलाफ युवकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। युवकों का आरोप था कि मीरवाइज देश के खिलाफ बोल रहे हैं। जबकि कश्मीरी पंडितों को सेमिनार में अपने विचार रखने का मौका तक नहीं दिया गया। देखते ही देखते नारेबाजी हाथापाई में बदल गई और युवकों ने हुर्रियत के कार्यकर्ताओं से जमकर मारपीट की। पुलिस के अनुसार आरोपी युवक विश्व हिंदू परिषद और कश्मीरी पंडित हो सकते हैं।

उधर पुलिस ने 40 युवकों को शांतिभंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। युवकों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस ने देशभक्ति का समर्थन करने वाले युवकों को गालियां दी और उन पर लाठियां बरसाई

परमाणु हथियार से सटीक वार के लिए भारत ने किया अग्नि-1 का एक और सफल परीक्षण - Nuclear-capable Agni I missile test-fired‎ - www.bhaskar.com

मेरा भारत महान
टकराने की मत करना भूल
वर्ना चटा देगा धुल

परमाणु हथियार से सटीक वार के लिए भारत ने किया अग्नि-1 का एक और सफल परीक्षण - Nuclear-capable Agni I missile test-fired‎ - www.bhaskar.com

गुरुवार, 18 नवंबर 2010

इन्द्रेश कुमार भारत माता का सपूत

इन्द्रेश कुमार भारत माता का सपूत



राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चतुर्थ सरसंघचालक राजेन्द्र सिंह उर्फ रज्जू भैया कहा करते थे कि मुंह में शक्कर, चक्कर तथा दिल में आग। यह प्रचारक का लक्षण होता है। यदि आप इंद्रेश कुमार को देखोगे तो उनके अंदर उपरोक्त सारे लक्षण विद्यमान हैं। 62 वर्षीय यह नौजवान निष्काम कर्मयोगी, भारतमाता का पुत्र, दुखियों का सेवक, पितृहीनों का पिता, बेसहारों का सहारा, राष्ट्रीय एकता का पुजारी, सामाजिक समरसता का अग॔दुत, प्रखर वक्ता, निश्छल भाव तथा ऐसे गुणों से युक्त हैं। जिसके संबंध में कहनालिखना संव नहीं हैं।

गवा आतंकवाद पर इन्द्रेश जी का मत है। भगवा भारत का अंतर्मन है। भगवा भारत का जीवनदर्शन है। भगवा भारत है। भारत की पहचान है। भगवा विश्वगुरू है। भगवा विश्व बंधुत्व है। यह जीवन पद्धति का प्रतीक है। ‘इस भगवा को पहनकर शिवा ने मां का बंधन खोला। मेरा रंग दे बसंती चोला’। यह भारत का राष्ट्राव है। भगवा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का प्रतीक है। यह शौर्य है। यह त्याग है, तप है, संयम है, सेवा है। सहनशीलता है, भगवा सत्य है। भगवा अंहिसा है। भगवा देशक्तों का चालक है। देशद्रोहियों के लिए मर्दन हैं। भगवा भारत का प्राण हैं। यह राम का ध्वज था। कृष्ण का ध्वज था । यह शिवाजी महाराणा प्रताप का ध्वज था। इसको जगद्गुरु शंकराचार्य, स्वामी दयानंद, समर्थगुरू रामदास, स्वामी विवेकानंद, स्वामी रामतीर्थ तथा स्वामी विरजानंद ने धारण किया। यह संपूर्ण सृष्टि का कल्याण करनेवाला है। इसको धारण करने वाला ‘काम्यानां कर्मणा न्यासं संन्यासं कवयो विदुः!’ इसको धारण करके मानव महामानव तथा पुरूष पुरुषोतम बन जाता है। भगवा भारत है। दिव्य ज्योति की अनुभूति है। भगवा भारत की प्रकृति तथा संस्कृति का द्योतक हैं, यह शांति हैं, यह विराट ईश्वरीय सता का प्रतीक हैं, ‘गवा अरूण यह मधुमय देश हमारा। जहां पहुंच अनजान क्षितिज को मिलता एक सहारा’ है। भगवा ‘निज प्रुमय देखहि जगत’ है। भगवा पांथिक भेदभाव से रहित जीवन का पर्यायवाची है।

यदि भगवा का अध्ययन करना है तो वाल्टर एंडरसन की ‘ब्रदरहुड आफ सेफ्रान’ को पढे। एक विदेशी द्वारा लिखित पुस्तक है। जिसने भगवा के संबंध में क्या कहा है? कब कहा है? तथा क्यों कहां है? भगवा को आतंकवाद से जोड़ना हिंदू धर्म, हिंदू संस्कृति तथा भारतमाता को अपशब्द कहने के समान है। इस ‘पकार के शब्दों का प्रयोग असंवैधानिक तथा अशिष्ट है। यह शुद्ध रूप से मानसिक दिवालियापन का द्योतक है ।

‘पतत्वेष कायो’ तथा ‘त्वदीयाय कार्याय बद्घा कटीयम्’ के संकल्प को लेकर चलने वाला यह नौजवान हिमालय परिवार, भारत तिब्बत सहयोग मंच, वेद मंदिर शोध संस्थान, राष्ट्रीय कवि संगम, राष्ट्रीय मुस्लिम मंच, नेपाली संस्कृति परिषद, नेपाल अफेयर्स, संजीवनी शारदा केंद्र, धर्मसंस्कृति संगम, जय करगिल जय भारत, जम्मू-कश्मीर सहायता समिति, रिवाइवल अॉफ कल्चर, सीमा जनकल्याण समिति, सिंधु दर्शन यात्रा, वैदिक बोध समन्वय, डायलॉग विथ बुद्धिस्ट, पूर्व सैनिक सेवा परिषद, परशुराम कुंड यात्रा जैसे दर्जनों संगठनों का मार्गदर्शक/संरक्षक हैं।

राजनीतिज्ञ तथा व्यवसायी परिवार के संस्कारों में पले-बढे इंद्रेश कुमार कैथल (हरियाणा) में 18 फरवरी, 1949 में पैदा हुए बाल स्वयंसेवक है। जब आज के युवा कॅरियर की तलाश में टकते रहते हैं। ऐसे समय में चंडीग़ से बी. ई. डिग्री लेने वाले इंद्रेश कुमार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का प्रचारक बनकर सेवा का जो व्रत लिया। वो अनथक और अविरल भाव से आज तक जारी है। वे कक्षा 67 में ही गटनायक, 1970 में दिल्ली में जिला प्रचारक, 197275 में दिल्ली में हीं विग प्रचारक, 1975 से 77 तक भूमिगत रहकर आपातकाल का विरोध, 1979 से 83 तक दिल्ली युवा, विद्यार्थी विग प्रचारक, 19832000 तक जम्मूकश्मीर तथा हिमाचल सांग के प्रचारक, 20002007 अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख तथा 2007 से अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं।

राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के राष्ट्रीय संयोजक अफजाल भाई का इंद्रेश कुमार के संबंध में कहना है कि भाई इंद्रेश जी एक सच्चे हिंदू है। उनके मार्गदर्शन में राष्ट्रीय मुस्लिम मंच 21 राज्यों के 141 जिलों में कार्य कर रहा है। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने अमरनाथ श्राइन बोर्ड के समर्थन में, गो हत्या निषेध हेतु, समान नागरिक संहिता बनाने तथा राष्ट्रद्रोही कसाब, अफजल गुरू तथा अब्दुल नासिर मदनी को फांसी देने के लिए मुस्लिम समाज में आंदोलन चलाया हैं। एक ऐसा समय आयेगा जब संपूर्ण मुस्लिम समाज राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के बैनर तले आ जाएगा। पैगंबर मुहम्मद साहब का पसंदीदा आहार खजूर तथा लौकी था। विश्व मंगल गौग्राम यात्रा में 8 लाख मुसलमान भाईयों ने गौहत्या के विरोध में स्वहस्ताक्षरित पत्रक माननीया राष्ट्रपति जी को सौपा। यह सब इंद्रेश भाई के हीं मार्गदर्शन तथा अथक प्रयासों से संव हुआ। प्रतिवर्ष अजमेर शरीफ के उर्स में एक चादर वे भेंट करते हैं। ऐसे व्यक्ति पर अजमेर शरीफ विस्फोट कांड में मास्टरमाइंड का आरोप लगाना वोट बैंक राजनीति से प्रेरित कुत्सित मानसिकता वाले हीं कर सकते हैं। इस देश में राष्ट्रद्रोही, देशद्रोही कसाब, अफजल गुरू, गिलानी, अरुंधति राय जैसे लोगों को तो सरकार संरक्षण देती है। पर देशक्तों के उपर किचड़ उछालती है। जम्मूकश्मीर विजन के सूत्रधार दिल्ली में आकर आजादी की मांग कर रहे हैं तथा उसी समय ‘कश्मीर की आवाज’ नाम से वहां के प्रतिनिधियों की आवाज बनने वाले इंद्रेश कुमार को विस्फोट में लपेटा जाता है। यह छद्म सेक्यूलर कांग्रेस की चाल है। इंद्रेश भाई जैसा हिंदू ला कैसे कह व कर सकता है। उसके लिए लिए तो हिंदू-मुस्लिम में कोई भेदभाव नहीं है। भारत के मुसलमान अब छद्म सेक्यूलरिष्टों को पहचान चुके हैं। वे देशक्त नहीं राष्ट्रद्रोही तथा वोट बैंक के सौदागर हैं। वे मुस्लिम वोट बैंक के नाम पर घ़डियाली आंसु बहाते आ रहे हैं।

इंद्रेश कुमार का कहना है कि गुर्जर, बक्कवाल तथा राष्ट्रवादी कश्मीरी मुसलमान जो ‘कश्मीरी आवाज’ है उससे सरकार को वार्ता करनी चाहिए। वे कश्मीर के वास्तविक प्रतिनिधि हैं। वे कश्मीर की आवाज हैं। उनमें कुटकुटकर भारत, भारत का मन तथा भारतीय संविधान के प्रति आस्था है। वे बहुसं’यक है। जबकि अलगाववाद के समर्थक मुट्ठीर है जैसेमौलाना मसूद, अजहर, यासिन मल्लिक, शब्बीर शाह, अब्दूल गनी लोन, सैय्यद सलाहुदीन इत्यादि। ये बंदूक की भाषा द्वारा कश्मीर को आजाद कराना चाहते है। पिछले चुनावों में जनता इन्हें नकार चुकी है। अब इनका एक सूत्री एजेंडा पत्थरबाजी कराना है। संपूर्ण कश्मीरी आवाम इनके नापाक इरादे को समझ रहा है।

श्री रामजन्मूमि के संबंध में इंद्रेश कुमार का कहना है कि श्रीराम, श्रीकृष्ण तथा भगवान विश्वनाथ में करोड़ों भारतीयों की आस्था है। वे भारतियों के आराध्य हैं। 30 सितंबर, 2010 को प्रयाग उच्च न्यायालय की विशेष पीठ द्वारा दिए गए निर्णय का पूरा समर्थन करते हैं। तोजो इंटरनेशनल की रिपोर्ट तथा मुस्लिम विद्वान मौलाना वहीदुदीन खां का यह स्पस्ट कहना है कि उक्त ढांचे का निर्माण मंदिर के अवशेषों से किया गया था।

देशक्तों को शुरू से ही सरकार का कोपाजन बनना पड़ा है। कांग्रेस से पहले अंग्रेजों की ‘बांटों तथा राज करो’ की नीतियां थी। कांग्रेस उन्हीं नीतियों की दत्तक पुत्र है। मुस्लिम समाज में उदारवाद का विकास होना छद्म धर्मनिरपेक्षतावादियों तथा तुष्टीकरणवादियों के लिए साक्षात चुनौती है। अतः इंद्रेश कुमार को इसी साजिस के तहत फंसाया गया। ताकि संघ एवं संघविचार परिवार के छवि को धुमिल किया जा सके ।

‘लेखक, पत्रकार, फिल्म समीक्षक, कॅरियर लेखक, मीडिया लेखक एवं हिन्दुस्थान समाचार में कार्यकारी फीचर संपादक तथा ‘आधुनिक सभ्यता और महात्मा गांधी’ पर डी. लिट कर रहे हैं।

– डॉ. मनोज चतुर्वेदी

(नवोत्थान लेख सेवा, हिन्दुस्थान समाचार)


मंगलवार, 16 नवंबर 2010

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कमजोर हिन्दू संगठन हैं देश की समस्या - पूजनीय सरसंघचालक मोहन भागवत

कमजोर हिन्दू संगठन हैं देश की समस्या ः मोहन भागवत
Story Update : Monday, November 15, 2010 1:33 AM

गोरखपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ चालक मोहन भागवत ने कहा कि जब देश का सामान्य व्यक्ति अनुशासित और चरित्रवान होगा तभी देश का कल्याण होगा। भारत की समस्या इस्लामिक आतंकवाद नहीं बल्कि कमजोर हिंदू संगठन हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारतीय संस्कृति और भारत को परम वैभव पर पहुंचाने को सक्रिय रहा है और आगे भी रहेगा।
भागवत रविवार को महाराणा प्रताप इण्टर कालेज के प्रांगण में एकत्रित स्वयंसेवकों के बीच विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हिन्दू समाज को संगठित करने के लिए हुई है। उस दिशा में आज भी कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि हम राष्ट्रीय है अर्थात राष्ट्र के हैं राष्ट्र के लिए हैं। स्वयं की प्रामाणिकता के बल पर ही संपूर्ण समाज को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बनाना हमारा कार्य है। चरित्र अनुशासन एवं राष्ट्र भक्ति संघ की विशेषता है। समस्याएं देश में बहुत हैं उससे भागने की नहीं उनके खिलाफ डट कर खड़ा होने की आवश्यकता है।
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि भारत की समस्या इस्लामिक आतंकवाद , देश के गद्दार और धर्मांतरण करने वाली ईसाई मिशनरियां नहीं बल्कि हिंदू समाज का कमजोर संगठन है। उन्होंने कहा कि जो इस्लाम ७० वर्षों में पूरी दुनिया में अपना झंडा बुलंद कर लिया, पांच सौ वर्ष तक शासन करने के बाद भी हम ८५ प्रतिशत बहुसंख्यक हिन्दू अपनी पहचान नहीं बना पाए। ईसाई मिशनरियों ने अमेरिका, फ्रांस, आस्ट्रेलिया जैसे विकसित क्षेत्र में अपना धर्म राज्य स्थापित कर लिया है लेकिन भारत में वह भी पराजित हुई हैं। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि आज हम असहाय असमर्थ बने हुए हैं। दुनिया में किसी की औकात नहीं है कि हिन्दू समाज को समाप्त कर दे। हमें अपनी कमियां से जूझते हुए उसे ठीक करना होगा। एक संगठित और सशक्त समाज ही देश की समस्याओं का स्थाई समाधान है। उन्होंने कहा कि गांव -गांव तक आरएसएस की शाखाएं जब संगठित हिन्दू समाज को लेकर खड़ी हो जाएंगी तब भारत माता के परम वैभव का सपना पूरा हो जाएगा।

source : http://www.amarujala.com/city/Gorakhpur/Gorakhpur-8099-67.html

सोमवार, 15 नवंबर 2010

यूएन की अनसुलझे विवादों की सूची से 'कश्‍मीर' बाहर, पाक बौखलाया

वाशिंगटन. संयुक्त राष्ट्र ने जम्मू कश्मीर को अनसुलझे विवादों की सूची से हटा दिया है, जिससे पाकिस्तान को करारा झटका लगा है।

पाकिस्तान शुरू से ही संयुक्त राष्ट्र को इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए कहता रहा है। लेकिन हस्‍तक्षेप करना तो दूर अब उसकी नजर में यह अनसुलझा मसला रह ही नहीं गया है।

इस पर तिलमिलाए पाकिस्तानी राजदूत ने इस बारे में अपना विरोध दर्ज कराया है। राजदूत अमजद हुसैन बी स्याल ने कहा कि ऐसा लगता है कि यह गलती से हुआ है। स्याल ने संयुक्त राष्ट्र की सामान्य सभा के एक सत्र में बोलते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर संयुक्त राष्ट्र के अनसुलझे विवादों की सूची में लंबे समय से शामिल है।

बैठक में बोलते हुए संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन के राजदूत मार्क ल्याल ग्रांट ने भी अपने संबोधन में विश्व के कई विवादों के नाम लिए, लेकिन उन्होंने कश्मीर को इसमें शामिल नहीं किया। उन्होंने कहा कि मध्य पूर्व, साइप्रस और पश्चिमी सहारा क्षेत्रों के विवाद लंबे समय से चल रहे हैं। इसके अलावा कई स्थानों पर संयुक्‍त राष्‍ट्र को हस्तक्षेप भी करना पड़ा है, जैसे नेपाल और गुयना बिसाऊ। उन्होंने कहा कि सूडान, सोमालिया और डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कोरिया अभी भी विश्व के लिए चुनौती बने हुए हैं। ब्रिटेन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए एक बार फिर भारत को समर्थन दोहराया। ब्रिटेन ने स्थायी सदस्यता के मामले में ब्राजील, जर्मनी, भारत और जापान को समर्थन दिया है।

संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन के उप राजदूत फिलिप परहम ने कहा कि अगले साल इन देशों में से कुछ अस्थायी सदस्यों के बतौर संयुक्त राष्ट्र से जुड़ेंगे और हमें उनके साथ काम करने का मौका मिलेगा। भारत और जर्मनी अगले साल यंसुक्त राष्ट्र में अस्थायी सदस्य की हैसियत से शामिल होंगे।

पाकिस्तान के लगातार किए जा रहे प्रयासों के बाद भी संयुक्त राष्ट्र ने जम्मू कश्मीर के मामले में हस्तक्षेप से इंकार किया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बेन की मून ने पिछले अक्टूबर में कहा कि संयुक्त राष्ट्र दोनों देशों की सहमति के बाद ही कोई हस्तक्षेप करेगा। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों एशिया के महत्वपूर्ण देश हैं और उनमें टकराव के व्यापक असर पड़ेंगे।

उधर, कश्‍मीर विवाद के हल के लिए भारत सरकार की ओर से नियुक्‍त वार्ताकारों में से एक, राधा कुमार ने दोहराया है कि मसले के समाधान के लिए की जाने वाली बातचीत में पाकिस्तान को भी शामिल किया जाना चाहिए। वार्ताकार नियु‍क्‍त किए जाने के बाद दूसरी बार लद्दाख और कश्मीर की यात्रा पर गईं कुमार ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि पहली यात्रा की रिपोर्ट प्रधानमंत्री को सौंप दी गई है।

रविवार, 14 नवंबर 2010


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गुरुवार, 11 नवंबर 2010

अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य का प्रेस वक्तव्य

अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य का प्रेस वक्तव्य

पू. सुदर्शन जी के नाम से समाचार पत्रों में श्रीमती सोनिया गांधी के विषय में जो समाचार प्रकाशित हुआ है वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मत नहीं है।

संघ में किसी भी स्तर पर इन बातों पर न चर्चा हुई है और न ही संघ के पास ऐसी कोई जानकारी है।

नयी दिल्ली

11 नवंबर 2010






खबरे समाचार पत्रों से जोधपुर प्रान्त की

पाली . केंद्र सरकार के कथित हिंदू दुष्प्रचार विरोधी अभियान की खिलाफत में पहली बार आरएसएस और संबंधित हिंदू संगठन सड़क पर उतरे और हिंदुत्व को चुनौती नहीं देने की चेतावनी दी। सूरजपोल पर सभा के बाद विशाल जनसमूह शहर के विभिन्न मार्गों से रैली निकालकर कलेक्ट्री पहुंचा और यहां एडीएम को राष्ट्रपति के नाम विरोध पत्र सौंपा। आरएसएस के देशव्यापी आह्वान के तहत बुधवार को शहर के सूरजपोल में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता आरएसएस के प्रांत संघचालक विजय कुमार ने केंद्र सरकार के हिंदू दुष्प्रचार अभियान की आलोचना करते हुए हिंदू की मर्यादा की परीक्षा नहीं लेने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने मर्यादा त्यागी थी तो रावण का नाश हो गया था।


केंद्र सरकार व उसके नेता आतंकवाद को हिंदुओं से जोडऩे का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। उन्हें पता नहीं कि देश के 85 करोड़ हिंंदू जब आतंकवादी बन गए तो कोई नेता नहीं बचेगा। आतंकवादी कौन है यह किसी बच्चे को भी पूछेंगे तो वह सीधा पाकिस्तान का नाम बताएगा। भारत की पहचान यहां का हिंदू धर्म,उसकी सहिष्णु संस्कृति है, जिसे देखने के लिए विदेशी आते हैं। देश में कहीं कोई घटना होती है तो किसी न किसी प्रकार से आरोपी को आरएसएस का कार्यकर्ता दर्शाया जा रहा है। इससे स्पष्ट है कि वोट बैंक के लिए हिंदू को बदनाम करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। हिंदू संत शंकराचार्य की दिवाली के दिन गिरफ्तारी, बाबा रामदेव, श्रीश्री रविशंकर के खिलाफ दुष्प्रचार, कंधमाल के स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती की जघन्य हत्या, संघ के वरिष्ठ अधिकारी इंद्रेश कुमार, भैय्या जोशी पर आरोप लगाना इसी षड्यंत्र का नतीजा है।


हिंदू दुष्प्रचार कांग्रेस का इतिहास


एडवोकेट संपतमल गांधी ने कहा कि आरएसएस व हिंदुओं का दुष्प्रचार करना कांग्रेस का इतिहास है। उन्होंने जवाहरलाल नेहरू व इंदिरा गांधी का उदाहरण देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री काल में बदनीयती से आरएसएस पर प्रतिबंध लगाए गए, किंतु अंत में इन्हें मुंह की खानी पड़ी और प्रतिबंध हटाना पड़ा। संघ और इसके कार्यकर्ता दुष्प्रचार के षड्यंत्र से बिल्कुल भयभीत नहीं है। संघ पहले भी ऐसी मुसीबतों का सामना कर चुका है।
मांग नहीं विरोध पत्र

सभा समाप्ति के पश्चात जनसमूह रैली में परिवर्तित हो गया। रैली में शामिल युवा बैनर, झंडियां व विभिन्न नारों की तख्तियां लिए हुए थे। रैली सूरजपोल, सोमनाथ मंदिर, सर्राफा बाजार, राणा प्रताप चौक, पुराना बस स्टैंड से बांगड़ स्कूल के सामने होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। मार्ग भर में कार्यकर्ता गगनभेदी उद्घोष लगाते हुए चल रहे थे। कलेक्ट्रेट पर परमेश्वर जोशी ने कहा कि सरकार से हमारी कोई मांग नहीं है, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा जो हिंदू दुष्प्रचार अभियान चलाया जा रहा है उसको लेकर हमारा विरोध है। परमेश्वर जोशी ने विरोध पत्र पढ़कर सुनाया। विजयकुमार के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने एडीएम अरूण पुरोहित को 23 बिंदुओं वाला विरोध पत्र राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के नाम सौंपा।

जनप्रतिनिधि भी हुए शामिल


आरएसएस के विरोध प्रदर्शन में विधायक ज्ञानचंद पारख, केसाराम चौधरी, पुष्पेंद्र सिंह राणावत, संजना आगरी, पूर्व विधायक मदन राठौड़, पूर्व मंत्री लक्ष्मीनारायण दवे, सुरेंद्र गोयल, पूर्व सांसद पुष्प जैन, भाजपा महामंत्री महेंद्र बोहरा, राकेश भाटी, मूलसिंह भाटी सहित विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, शिव सेना व अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित थे।


संविधान में भी राम

सभा में विजयकुमार ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने हिंदुत्व को नीचा दिखाने के लिए कोई कसर नहीं रखी। केंद्रीय मंत्री ने तो भगवान राम के अस्तित्व को ही नकार दिया था। उन्हें पता नहीं कि भारत में सर्वोच्च माने जाने वाले संविधान में भी भगवान श्रीराम व राम दरबार का उल्लेख है। यहां तक कि कांग्रेस जिस गांधी शब्द को पकड़ कर चल रही है वो महात्मा गांधी भी राम भक्त थे। देश का दुर्भाग्य है कि हिंदू नेता हिंदू धर्म को अपमानित करने का लगातार प्रयास कर रहे हैं।


भारत का मुसलमान राष्ट्रभक्त

विजयकुमार ने कहा कि भारत का मुसलमान राष्ट्रभक्त है किंतु तथाकथित संगठन राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए उन्हें देशद्रोही बना रहे हैं। अफजल गुरु को फांसी इसलिए नहीं दी जा रही है कि वह एक मुसलमान है और इससे मुसलमान नाराज हो जाएगा। हकीकत यह है कि देश के राष्ट्रभक्त मुसलमान से उसका कोई संबंध नहीं है।

जातिवाद से ऊपर उठो

ठेठ मारवाड़ी अंदाज में जनसभा को संबोधित करते हुए संत सूरजनदास महाराज ने जातिवाद से ऊपर उठकर संगठित होने का आह्वान किया। हिंदुओं को विखंडित करने के षड्यंत्र करने के प्रति सचेत होने की बात कही। संघ के डॉ. श्रीलाल, शंकर भासा, जिनेंद्र जैन, प्रेमंचद माथुर, एडवोकेट श्रवणकुमार गोयल, नेमीचंद ने हिंदु दुष्प्रचार की निंदा करते हुए संघर्ष के लिए तैयार रहने के लिए कहा। उन्होंने हिंदुत्व जागृति का आह्वान किया।

Source : http://www.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-961257-1535112.html?HT3=

पाली । हिन्दुओं की पहचान पर आघात हो रहा है। उन्हें आतंककारी बताया जा रहा है। हिन्दू किसी भी सूरत में आतंककारी नहीं हो सकता। ये विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जोधपुर प्रांत प्रचारक विजय कुमार ने व्यक्त किए। वे बुधवार को संघ के आह्वान पर राष्ट्रव्यापी धरना-प्रदर्शन के तहत सूरजपोल पर आयोजित जनसभा व रैली में जिले भर से शामिल हुए हिन्दूवादी संगठनों के हजारों कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि विश्व के किसी भी कोने में आतंकी घटना होती है तो उसमें पाकिस्तान का हाथ होता है। यह समूची दुनिया जानती है। हिन्दू कभी सोता नहीं है। जब-जब हिन्दुओं पर आघात हुआ वह जाग गया। रामसेतु, अमरनाथ की जमीन व राम के अस्तित्व सहित कई मामलों में आन्दोलन के बलबूते हिन्दू हितों की रक्षा की है। संघ प्रचारक इन्द्रेश का आतंककारी घटनाओं से कोई लेना देना नहीं है। संघ का संबंध तो आईएसआई तक से जोडा गया, जो बेबुनियाद आरोप है। जिला संघ चालक डॉ. श्रीलाल ने कहा कि प्रज्ञा साध्वी का तीन बार नारको टेस्ट हुआ। उसमें कुछ नहीं निकला। विदेशी समाचार पत्र व समाचार एजेंसियां तोड मरोडकर समाचार पेश कर रही हैं।

रामद्वारा के संत सुरजनदास महाराज ने कहा कि हिन्दू की अपेक्षा समुदाय व जाति के नाम पर काफी संख्या में लोग एकत्र हो जाते हैं। हिन्दुओं को जातियों में बांट दिया। इस कारण हिन्दुओं पर अत्याचार हो रहे हैं। संघ के बाली जिला संघ चालक प्रेमचंद माथुर ने कहा कि लार्ड मैकाले की शिक्षा पद्धति के कारण आज भारत आजाद होकर भी मानसिक रूप से पराधीन है।

शिक्षा पद्धति में भारत माता को भूमि का टुकडा बताया तो गौरवशाली इतिहास को हटा कर मनगढंत इतिहास रचा गया। श्रेष्ठ जीवन मूल्यों तक को हटा दिया गया। कार्यक्रम को एडवोकेट श्रवण कुमार गोयल, शंकर भासा, जिनेन्द्र जैन, गुलबागसिंह खेडा, संघ कार्यकर्ता सम्पतमल गांधी, गीता सत्संग भवन के शांतानंद ने भी सम्बोधित किया।

Source : http://www.rajasthanpatrika.com/news/Pali/11112010/pali/76844

जालोर . देश की मौजूदा सरकार ना केवल आतंवादियों को शरण देकर उनकी सेवा कर रही है, बल्कि वह राष्ट्रवादी संगठनों को षड्यंत्रपूर्वक ऐसी घटनाओं के साथ जोड़कर उन्हें बदनाम कर रही है, जिसे देश की जनता अब और अधिक सहन नहीं कर सकती।

यह बात बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से इन घटनाओं के विरोध में आयोजित धरना-प्रदर्शन के दौरान मुख्य वक्ता विद्या भारती के शारीरिक प्रमुख दुर्गसिंह राजपुरोहित ने कही। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक राष्ट्रवादी संगठन है और यह बात सभी लोग जानते हैं। इसके बढ़ते प्रभाव से घबराकर अब कांग्रेस ऐसा कुत्सित प्रयास कर रही है जिससे कि संगठन के प्रचारकों को बदनाम किया जा सके। इस धरना प्रदर्शन में जिलेभर से संघ के स्वयंसेवक, विद्यार्थी परिषद, भाजपा, विहिप और दुर्गावाहिनी की कार्यकर्ता शामिल हुई। ये सभी शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए कलेक्ट्रेट के समक्ष धरना स्थल पर पहुंचे। धरना के बाद एडीएम को राष्ट्रपति के नाम विरोध पत्र सौंपा गया। इससे पहले जिला प्रचार प्रमुख सुरेंद्र नाग ने विरोध पत्र का वाचन किया। दोपहर करीब साढ़े ग्यारह बजे शुरू हुए प्रदर्शन के दौरान कलेक्टे्रट परिसर के बाहर मुख्य मार्ग पर काफी संख्या में स्वयंसेवक व कार्यकर्ता इक_ा हो गए। इस दौरान देशभक्ति गीतों व नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा। धरने को संबोधित करते हुए पूर्व जिला कार्यवाह मोहन परमार ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस राष्ट्रवाद को खत्म कर देना चाहती है उससे लगता है कि इस पार्टी को अपने परिवारवाद की समाप्ति का अहसास हो रहा है। उन्होंने कहा कि केंंद्र में बैठे मंत्री लगातार भ्रष्टाचार कर रहे हैं और देश के प्रधानमंत्री उन्हें ऐसा करने से रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह देश के अपराधियों अफजल और कसाब को भी फांसी दिलाने से कतरा रहे हैं। इससे कांग्रेस को अपने वोट बैंक खिसकने का डर लगा रहता है। सह विभाग कार्यवाह खीमाराम ने कहा कि संघ और सीमी की तुलना करने वाले राहुल गांधी संघ के बारे में अल्प ज्ञान भी नहीं रखते हैं तो फिर बिना संघ को जाने वे कैसे इस प्रकार के आरोप लगा सकते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की सरकार एटीएस का दुरूपयोग कर संघ को बदनाम कर रही हैं। संघ के जिन प्रचारक इंद्रेश कुमार पर आतंकवाद के आरोप लगाए गए हैं वे पिछले कई सालों से मुस्लिम लोगों के बीच रहकर राष्ट्रवाद का प्रचार कर रहे हैं। जिला संघ चालक श्रवण कुमार मोदी ने कहा कि संघ हमेशा अनुशासन, शांति और संस्कारों के लिए जाना जाता रहा है। देश पर कोई भी संकट आया हो संघ ने हमेशा उसका सामना करने में पूरा सहयोग किया है जिसे पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने भी मानकर गणतंत्र दिवस की परेड में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था। उन्होंने कहा कि संघ का प्रत्येक स्वयंसेवक देशभक्ति की भावना रखता है। धरना प्रदर्शन को सह जिला संघ चालक कैलाश अग्रवाल ने भी संबोधित किया।


कविता ने भरा जोश

धरना-प्रदर्शन के दौरान एक नन्हे से बालक सचिन की काश्मीर पर कविता ने सभी में जोश भर दिया। इस बालक ने कविता के माध्यम से काश्मीर के मौजूदा हालातों से लेकर राजनेताओं की भूमिका के बारे में बताया। इसी प्रकार संघ के छगनलाल ने देश भक्ति गीत की प्रस्तुति दी। आदर्श विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य अजय गुप्ता ने कार्यक्रम का संचालन किया।

छाया रहा भ्रष्टाचार और परिवारवाद का मुद्दा



धरना प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने केंद्र सरकार के मंत्रियों द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार और कांग्रेस में परिवारवाद की भी जमकर आलोचना की। वक्ताओं ने कहा कि इस सरकार के मंत्री एक के बाद एक लगातार बड़े बड़े घोटाले कर रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो रही। वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस के नेता केवल एक परिवार को बढ़ावा दे रहे हैं और जिस प्रकार से संघ राष्ट्रवाद की बात करता है उससे कांग्रेस को परिवारवाद की समाप्ति का डर लग रहा है।


भाजपा भी हुई शामिल


धरना प्रदर्शन में भाजपा कार्यकर्ता भी शामिल हुए। कई बड़े नेताओं के नेतृत्व में ये कार्यकर्ता धरना स्थल पर पहुंचे। भाजपा की ओर से पूर्व मंत्री जोगेश्वर गर्ग, आहोर के पूर्व विधायक शंकरसिंह राजपुरोहित, पूर्व जिला प्रमुख नारायणसिंह देवल, भाजपा जिलाध्यक्ष अमीचंद जैन, चिरंजीलाल दवे, पूर्व जिलाध्यक्ष भभूतराम सोलंकी, भाजपा महामंत्री रविंद्रसिंह बालावत, पालिका में नेता प्रतिपक्ष मंजू सोलंकी, नगर अध्यक्ष ओटाराम सोलंकी समेत मदन सोलंकी, सुरेंद्र जांगिड़, सूरजमल सुथार, भंवर प्रजापत, धुकाराम गहलोत, कैलाश वैष्णव, सुरेश सुंदेशा, प्रकाश राव, अशोक गुर्जर, एबीवीपी के गजेंद्रसिंह सिसोदिया, संजय राठौड़, मुकेश राजपुरोहित, महिपालसिंह मंडलावत, प्रवीणसिंह राजपुरोहित, अशोक चौधरी, अमन मेहता व श्रवणसिंह राठौड़ समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे.

Source : http://www.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-960062-1536035.html

नागौर अजमेर बम काण्ड में आरएसएस का नाम जोडऩे से खफा राष्ट्रीय स्वयंसेवक ने बुधवार को यहां जिला कलेक्ट्रेट के समक्ष धरना देकर अपना विरोध प्रदर्शन किया। बाद में संघ पदाधिकारियों ने राष्ट्रपति के नाम का एक ज्ञापन जिला प्रशासन को दिया। इस धरने में जिलेभर के स्वयंसेवकों ने भाग लिया। धरना दोपहर से लेकर शाम तक जारी रहा।

इस अवसर पर धरनार्थियों को सम्बोधित करते हुए आरएसएस के बीकानेर विभाग के प्रचारक निम्बाराम ने कहा कि संघ अपनी नित्य प्रति लगने वाली शाखाओं के माध्यम में आमजन में एक ही भाव जगाता है कि धरती हमारी माता है। हम इसके पुत्र है जिसका ऋण चुकाना असंभव है। संघ की तुलना किसी भी अन्य संगठन व राजैनतिक दलों से नहीं की जा सकती। उन्होंने जोर देकर कहा कि समय समय पर देश की कांग्रेसी सरकारों ने संघ के बढ़ते प्रभाव से घबराकर कभी संघ को राष्ट्र विरोधी बताकर तो कभी इसकी तुलना सिमी एवं अन्य आतंकी संगठनों से करके इसके खिलाफ दुष्प्रचार किया है मगर हिन्दू समाज ने सदैव संघ पर लगने वाले आरोपों को नकारा है। निम्बाराम ने स्पष्ट किया कि संघ की शाखाओं में आतंकी नहीं बल्कि राष्ट भक्त पैदा किए जाते हैं। संघ कभी भी स्वयंसेवकों को तोड़-फोड़ की शिक्षा नहीं देता है बल्कि वह लोगों को राष्ट्र से पे्रेम करने की शिक्षा देता है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि संघ की बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर राजनेताओं द्वारा मुसलमानों को भय दिखाकर वोट बटोरने के लिए संघ पर आए दिन तरह तरह के आरोप लगाए जाते रहे हैं। अजमेर बम काण्ड में आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक इन्द्रेश कुमार का नाम घसीटा जा रहा है। उनकी राष्ट्रवादी मुस्लिम समाज में बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर कांग्रेस मीडिया के माध्यम से इन्हें बम कांड में घसीटा जा रहा है। निम्बाराम ने बताया कि पहले गांधी की हत्या के बाद नेहरू जी ने संघ पर प्रतिबंध लगाया मगर बाद में सच्चाई ज्ञात होने पर उन्होंने 1963 में संघ को दिल्ली की परेड़ में संघ के स्वयंसवेकों को पूर्ण गणवेश के साथ आमंत्रित किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि भगवा आतंकवाद कोई शब्द नहीं है सिर्फ हिन्दूओं को बदनाम करने की साजिश मात्र है। इस मौके पर संघ के प्रांत कार्यकारिणी सदस्य वासुदेव प्रजापत ने कहा कि भारत कहीं विश्व गुरु नहीं बन जाए इस कारण लोग हिन्दू समाज को बांटना चाहते हैं। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि वे इस दुष्प्रचार का विरोध करें और आमजन को सचेत करें। कार्यक्रम में संत जानकीदास ने कहा कि संतों ने सदैव त्याग, प्रेम और बलिदान का पाठ पढ़ाया है। संत दादूदयाल व कबीर ने मुस्लिम व हिन्दू समाज में एकता के लिए सहिष्णुता दिखाई लेकिन राजनेता कभी श्ंाकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती को गिरफ्तार करते हैं तो कभी बाबा रामदेव पर उनकी दवाओं में मानव खोपड़ी का चूरा मिलाने का आरोप लगाकर बदनाम करते हैं। कार्यक्रम में संघ के बीकानेर विभाग संघ संचालक श्रीगोपाल जोशी, विद्या भारती की बालिका शिक्षा राष्ट्रीय सह संयोजिका प्रमिला शर्मा, नारायण प्रसाद टाक ने भी विचार रखेें। जिला संघ चालक श्यामसुंदर रांदड ने सभी का आभार व्यक्त किया।

ये थे उपस्थित

कार्यक्रम में पूर्व सासंद भंवरसिंह डांगावास, जिला प्रमुख बिन्दू चौधरी, नागौर विधायक हबीबुरर्हमान, परबतसर विधायक मानसिंह किनसिरया, मेड़ता विधायक सुखाराम नेतडिय़ा, मकराना के पूर्व प्रधान श्रीराम भींचर, पूर्व विधायक हरीश कुमावत, डेगाना विधायक अजयसिह किलक, पालिकाध्यक्ष बिरदीचंद सांखला, मेड़ता पालिकाध्यक्ष अनिल थानवी, भाविप के शाखाध्यक्ष शिखरचंद सुराणा, अशोक चौधरी, मोहनराम चौधरी, रामाकिशन खींचड़, रूद्रकुमार शर्मा, राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के जहांगीर खान, इकबाल चौहान, नूर मोहम्मद गौरी, असलम सांई सहित अनेक लोग मौजूद थे।


हिन्दू कभी भी आतंकवादी नहीं हो सकता


आरएसएस की ओर से यहां जिला कलेक्ट्रेट के समक्ष दिए गए धरने में अधिकांश वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि हिन्दू कभी भी आतंकवादी नहीं हो सकता और जो आतंकवादी है वह कभी हिन्दू नहीं हो सकता। वक्ताओं ने कहा कि हिन्दू धर्म तो वसुधैव कुटुम्बकम् की शिक्षा देता है। हिन्दू सहिष्णु है। चीटियों को दाना डालने वाला, सांपों को दूध पिलाने वाला हिन्दू समाज कभी भी कत्लेआम नहीं करता है। यह तो जीव मात्र की हत्या का विरोधी है जबकि आतंकवादी तो मासूम बच्चों तक की हत्याएं कर रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस आरएसएस के बढ़ते प्रभाव से घबराकर हिन्दुत्व को आतंकी घोषित करने में तुली हुई है जो गलत है।

Source : http://www.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-961054-1535272.html?HT3=

जोधपुर. भगवा आतंकवाद के नाम पर राजनीतिक दुष्प्रचार के खिलाफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के देशव्यापी आह्वान के तहत बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दिया गया।

इसमें संघ व भाजपा की विचारधारा से जुड़े संगठनों सहित विभिन्न सामाजिक और व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। संघ के स्वयंसेवकों सहित सहयोगी संगठनों के कार्यकर्ता डेढ़ बजे से ही धरनास्थल पर एकत्रित होना शुरू हो गए थे। दोपहर दो बजे से शुरू हुआ धरना शाम चार बजे शांति पाठ के साथ संपन्न हुआ। इससे पहले संघ के विभाग संघ चालक डॉ. शांतिलाल चौपड़ा की अगुवाई में नौ सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन से मिला और उन्हें राष्ट्रपति के नाम विरोध पत्र (ज्ञापन) सौंपा।


विरोध पत्र देने वालों में महानगर संघ चालक कांतिलाल ठाकुर, जिला संघ चालक श्रीकृष्ण गहलोत,विहिप के प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष भवानीलाल माथुर, लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष घनश्याम ओझा, पूर्व महाधिवक्ता एनएम लोढ़ा, क्षेत्रीय प्रचारक प्रमुख नंदलाल व प्रांत प्रचार प्रमुख महेंद्र दवे शामिल थे। धरने का संचालन किशन गोपाल जोशी ने किया। धरनास्थल पर महानगर कार्यवाह शंभुसिंह, महानगर संपर्क प्रमुख पारसमल जैन, संस्कार भारती के ललितेश शर्मा व विद्या भारती के रमेशचंद्र शर्मा ने गीत प्रस्तुत किए।

जनता कांग्रेस को सबक सिखाएगी: धरनास्थल पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आरएसएस के प्रांत प्रचारक प्रमुख नंदलाल जोशी ने कहा कि हिंदू को आतंकवाद से जोड़ने की राजनीति करने वालों को देश की जनता ही सबक सिखाएगी। देश में अब हिंदू और मुस्लिम में अलगाव पैदा कर वोट की राजनीति करने वाले दलों की ज्यादा नहीं चलेगी। वोटों की राजनीति के चलते संघ जैसे राष्ट्रवादी संगठन को बदनाम करने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। भले ही किसी का इस संगठन से वैचारिक मतभेद हो, देश और समाज के लिए संघ द्वारा अब तक निभाई गई भूमिका को कोई भी नकार नहीं सकता।

भारतीय संस्कृति की गूंज पूरे विश्व में हैं, विश्व बंधुत्व का मंत्र केवल हिंदू ही दे सकता है। ऐसे में भला हिंदू आतंकवादी कैसे हो सकता है। प्रारंभ में प्रांत प्रचार प्रमुख महेंद्र दवे ने कहा कि केंद्र व राज्य की सरकार सिर्फ मुस्लिम वोट बैंक टूटने की आशंका से संघ व उसके कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही है।


महानगर संघ चालक कांतिलाल ठाकुर ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार एटीएस को हथियार के रूप में काम लेकर संघ को बदनाम करने में लगी है, लेकिन संघ की पद्धति व कार्यशैली को देश का हर व्यक्ति जानता है। इसके लिए हमें सफाई देने की आवश्यकता नहीं है। वीएचपी के प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष भवानीलाल माथुर ने भी संबोधित किया। संबोधन के बीच में संघ कार्यकर्ता ललितेश बोहरा व रमेशजी ने देशभक्ति गीत सुनाए।

इनकी भी रही भागीदारी: इतिहास में पहली बार इस तरह के विरोध प्रदर्शन में एबीवीपी, वीएचपी, बीएमएस, भकिस, शिक्षक संघ (राष्ट्रीय), स्वदेशी जागरण मंच, लघु उद्योग भारती, विद्या भारती, भाजपा, भारत विकास परिषद, प्रज्ञा प्रवाह, अधिवक्ता परिषद, संस्कार भारती, भारतीय सिंधु सभा, सिख संगत समेत कई संगठन शामिल हुए।

Source:http://www.bhaskar.com/article/RAJ-JOD-rss-umre-to-lay-workers-1537220.html

हिन्दुत्व पर चोट बर्दाश्त नहीं


बाड़मेर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आह्वान पर बुधवार को हजारों स्वयंसेवकों ने जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया और आर एस एस की आतंकवादी संगठनों से तुलना करने पर केन्द्र सरकार व कांग्रेस की जमकर निंदा की गई। वक्ताओं ने चेतावनी दी की कि आर एस एस व हिन्दुत्व पर चोट बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलक्ट्रेट के बाहर आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बाड़मेर के जिला संघ चालक पुखराज गुप्ता ने कहा कि अगर आर एस एस को साम्प्रदायिक कहते हैं तो आज छत्तीस कौम की उपस्थिति ने इस बात को निराधार साबित किया है। संघ पचासी वर्षाें से सामाजिक एकता व राष्ट्रसेवा में सक्रिय है।


सामाजिक ताने-बाने एवं लोकतंत्र के शत्रुओं के विरूद्ध सक्रिय एवं खुले अभियान में रत रहने वाला यही एकमात्र गैर-सरकारी संगठन है। गुप्ता ने कहा कि संघ नब्बे करोड़ लोगों का परिवार है, जहां सभी धर्माें का आदर सत्कार होता है। आज उस संघ को गाली दी जा रही है, जिसने भारत के अभिन्न अंग कश्मीर को पाकिस्तानी चंगुल से छुड़ाने के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया। कार्यक्रम में प्रदेश मजदूर संघ के उपाध्यक्ष दाऊलाल गौड़ ने कहा कि अजमेर स्थित ख्वाजा साहब मस्जिद विस्फोट में जिस व्यक्ति का नाम लिया जा रहा है, उसी के लिए वहां इमाम ने खुदा को जाहिर नाजिर मानते हुए कहा था कि अगर आज मुसलमान का कोई हितैषी है तो वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है।

विद्यार्थी परिषद के प्रदेश संगठन मंत्री विक्रान्त खण्डेलवाल ने कहा कि समझौतों पर समझौते कर देश के कई टुकड़े कर दिए गए और वही षड़यंत्र आर एस एस के साथ किया जा रहा है। ये षड़यंत्रकारी आज कश्मीर को देश से अलग कराने की साजिश कर रहे हैं। स्वामी प्रतापपुरी महाराज ने कहा कि आर एस एस वह संगठन है, जो राष्ट्र को समर्पित है। ऎसे संगठन को आतंकवाद से जोड़ना व इन्द्रेशकुमार जैसे समर्पित कार्यकर्ता को आतंकवादी गतिविधि से जोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण है। सभा को प्रान्त शारीरिक प्रमुख जोधपुर शहर गंगाविष्णु विश्नोई, जिला अध्यक्ष आदर्श शिक्षण समिति रिखबदास बोथरा, जिला प्रचारक श्यामसिंह, जिला संघ चालक बालोतरा सुरंगीलाल, विभाग संघ प्रचारक राजाराम ने भी सम्बोधित किया। विभाग संघ संचालक दुर्गेश सोनी ने आभार जताया। मंच संचालन पूनमचंद पालीवाल ने किया। सभा के बाद प्रतिनिधिमण्डल जिला कलक्टर से मिला, जिसने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया।

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बीकानेर। हिन्दू को आतंकवाद से जोड़ने के षड्यंत्र एवं दुष्प्रचार की राजनीति का आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मंगलवार को कलक्ट्रेट कार्यालय के आगे धरना दिया। बाद में विरोध प्रदर्शन करते हुए एक शिष्टमण्डल ने कलक्टर के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। धरने में संघ से जुड़े पदाधिकारियों, स्वयंसेवकों, भाजपा तथा अन्य संगठनों ने भी हिस्सा लिया। उनकी टोलियां भारत माता की जय के नारे लगाती हुई विभिन्न मार्गो से होते हुए दोपहर करीब एक बजे धरना स्थल पर पहुंची। संघ के पदाधिकारी हिन्दू आस्था केन्द्रों और राष्ट्रवादी संगठनों को अपमानित एवं प्रताडित करने का आरोप लगाते हुए केन्द्र सरकार पर जमकर बरसे।

धरनार्थियों को सम्बोधित करते हुए प्रज्ञा प्रवाह के राजस्थान सह संयोजक गंगा विशन ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ देश चिंतन व देश सेवा में लगा हुआ है। यह विश्व का सबसे बड़ा संगठन है। इसकी तुलना सिमी जैसे आतंकवादी संगठन से करना शर्मनाक है। महानगर संघचालक नरोत्तम व्यास ने कांग्रेस सरकार पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को चाहिए कि जिस प्रकार पंजाब में आतंकवादियों का खात्मा किया गया था उसी तर्ज पर कश्मीर व अन्य स्थानों पर छुपे बैठे आतंकवादियों को मार गिराने की आवश्यकता है।

राजनीति से दूर धरना

धरने में भारतीय जनता पार्टी के अधिकांश जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। लेकिन उन्होंने उद्बोधन नहीं दिया। संघ से जुड़े एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि धरने को राजनीति से दूर रखा गया था। धरने में कोलायत विधायक देवी सिंह भाटी, खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, विधायक सिद्धि कुमारी व डॉ. गोपाल जोशी, शहर भाजपा अध्यक्ष शशि शर्मा, भाजपा के युधिष्ठर सिंह भाटी, मोहन सुराणा, विजय उपाध्याय सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित हुए।

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श्रीगंगानगर। भगवा आतंकवाद के राजनीतिक दुष्प्रचार से आहत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने बुधवार को गांधी चौक पर धरना देकर विरोध जताया। भाजपा सहित कई संगठनों का समर्थन होने से संघ इस आयोजन को शक्ति प्रदर्शन का रूप देने में सफल रहा। धरनास्थल पर सभा को संघ व भाजपा नेताओं ने सम्बोधित किया। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि केन्द्र व राज्य सरकार राजनीतिक द्वेष भावना से राष्ट्रवादी संगठन की तुलना सिम्मी जैसे आतंककारी संगठन से कर रही है। संघ के नेता इन्द्रेश कुमार का नाम एक साजिश के तहत अजमेर दरगाह में बम विस्फोट की घटना के साथ जोड़ा गया है। लगभग दो घंटे तक चली सभा में वक्ताओं ने केन्द्र व राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए ओछी हरकतों से बाज आने की चेतावनी दी।

धरना समाप्त कर सभी लोग कलक्ट्रेट पहुंचे और वहां नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। बाद में संघ का शिष्टमंडल प्रो. कैलाश भसीन, गौरी शंकर गुप्ता व अमरचंद बोरड़ के नेतृत्व में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) से मिला और उन्हें राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन व विरोध पत्र सौंपा।

जिले भर से आए कार्यकर्ता

धरने में शामिल होने के लिए संघ व भाजपा के कार्यकर्ता जिले भर से आए। बड़ी संख्या में महिलाएं भी धरने पर बैठी। भाजपा व इसके प्रकोष्ठों के अलावा भारतीय मजदूर संघ, बजरंग दल, भारतीय किसान संघ, विश्व हिन्दू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, दुर्गा वाहिनी, सेवा भारती, वनवासी कल्याण परिषद व विद्या भारती सहित कई संगठनों का धरने को समर्थन था।
ये भी शामिल

संघ के धरने में विधायक राधेश्याम गंगानगर, पूर्व मंत्री कुंदनलाल मिगलानी, रायसिंहनगर पंचायत समिति प्रधान लालचंद, श्रीगंगानगर पंचायत समिति प्रधान बबलदीप कौर, सादुलशहर पंचायत समिति प्रधान मनदीप बराड़, पदमपुर नगर पालिका अध्यक्ष बहादरचंद नारंग, जिला परिषद सदस्य डॉ. बृजमोहन सहारण, महेश बुडानिया, विजेन्द्र पूनियां, भाजपा नेता रमेश राजपाल, हंसराज पूनिया, राजकुमार सोनी, दीप मेहता व रमजान अली चोपदार शामिल थे

हनुमानगढ़। आरएसएस व उसके संगठनों विश्व हिन्दू परिष्ाद, बजरंग दल व भाजपा कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार की कथित हिन्दू विरोधी नीतियों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आह्वान के तहत बुधवार को कलेक्टरी के समक्ष धरना लगाया। इसमें जिले के संघ स्वयंसेवक और सहयोगी संगठनों के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। धरना स्थल पर सभा में वक्ताओं एक स्वर में केन्द्र सरकार के नेताओं के हिन्दू व भगवा आतंकवाद जैसे बयानों की आलोचना की। इसे हिन्दू संस्कृति पर हमला बताते हुए प्रतिवाद किया गया।


संघ स्वयंसेवक सुबह ग्यारह बजे कलेक्टरी के समक्ष एकत्र होने लगे। दोपहर एक बजे बड़ी संख्या में स्वयंसेवक व कार्यकर्ता एकत्र हुए। इसके बाद धरना स्थल पर सभा शुरू हुई। इसमें संघ के विभाग प्रचारक विजयानंद, विभाग सह संघ चालक आत्माराम अग्रवाल, जिला संघ चालक मोमनचंद मित्तल, जिला सम्पर्क प्रमुख मनोज शर्मा, जिला शारीरिक प्रमुख रामस्वरूप व अन्य ने सम्बोघित किया। वक्ताओं ने कहा कि भारत को दुनिया ने विश्व गुरू माना है। यहां धर्म की हानि होने पर अवतार हुए हैं। सत्तासीन शासकों को ऋषि-महर्षियों का मार्गदर्शन मिला है लेकिन कांग्रेस शासन में संतों-राष्ट्रभक्तों पर अत्याचार हो रहे हैं। वक्ताओं का आरोप था कि कांग्रेस तुष्टिकरण की नीति के कारण संत-महात्माओं पर दोषारोपण कर रही है। उन्हें झूठे मामलों में फंसा कर अपमानित किया जा रहा है। जगद्गुरू शंकराचार्य व साध्वी प्रज्ञासिंह को जेल में डाला गया।

योग गुरू बाबा रामदेव पर आरोप लगाए जा रहे हैं। आसाराम बापू की जांच करवाई जा रही है। इसी कड़ी में राष्ट्र व संस्कृति के उत्थान में जुटे संघ प्रचारकों व स्वयंसेवकों पर आरोप लगा कर मामले बनाने का प्रयास हो रहा है। राष्ट्रवादी संगठन की तुलना आतंकवादी संगठन सिमी से की जा रही है। वर्ग विशेष को प्रसन्न करने के लिए न्यायालय के आदेश के बावजूद मंदिर निर्माण में बाधाएं खड़ी करने का प्रयास हो रहा है। संसद पर हमला करने वालों को फांसी टाली जा रही है। तुष्टिकरण के लिए पोटा कानून खत्म किया गया। गो हत्या व तस्करी रोकने के लिए बने कानून को हटा दिया गया। संघ ने देश में आपत्ति के दौरान बढ़-चढ़ कर कार्य किया।

धरने में संघ के प्रतिनिघि, पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रताप, विधायक अभिषेक मटोरिया, पूर्व विधायक डॉ. सुरेश चौधरी, विहिप जिलाध्यक्ष आशाराम शर्मा, भामसं जिलाध्यक्ष हरदेव जोशी, भाजपा जिलाध्यक्ष काशीराम गोदारा, भाजयुमो जिलाध्यक्ष विकास गुप्ता, भाजपा नेता जसपालसिंह, नगर परिषद के उप सभापति कालूराम शर्मा, डॉ. भारतभूषण शर्मा सहित साधु-संत भी शामिल हुए।

अनुशासन का परिचय

धरने में जिले के स्वयंसेवक व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। इसके बावजूद पूरा आंदोलन व्यवस्थित व अनुशासित रहा। कार्यक्रम की व्यवस्था को गणवेशधारी कार्यकर्ताओं ने संभाला। वाहनों को शिवमंदिर सिनेमा के पास रोका गया। लगभग तीन घंटा चले कार्यक्रम में पुलिस को हस्तक्षेप की जरूरत नहीं पड़ा।

देशभक्ति के नारे


धरना स्थल पर कार्यकर्ताओं ने ओजस्वी नारों से वातावरण को देशभक्तिमय बना दिया। उन्होंने 'संतों का अपमान, नहीं सहेगा हिन्दूस्तान' जैसे नारे लगाए।

ज्ञापन का मसौदा


राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को दिए ज्ञापन में कहा गया है कि केन्द्र सरकार हित साधने के लिए हिन्दू धर्माचार्यो, धर्मस्थलों, आस्था केन्द्रों व राष्ट्रवादी संगठनों का अपमान कर रही है। वोट की राजनीति के चलते आतंकवादियों को राहत के लिए कड़े कानून खत्म किए जा रहे हैं व सेना के अघिकारों में कटौती हो रही है। ज्ञापन के अनुसार टेलीफोन डायरी में मिले नंबरों के आधार पर राष्ट्रवादी संगठन के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाए जा रहे हैं।

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सिरोही। आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। आतंकवादी का कार्य सिर्फ आतंक फैलाना होता है। आज विश्व का कोई भी ऐसा देश अछूता नहीं है जो आंतकवादी गतिविधियों का हिस्सा न बना हो। यह कहना है राष्टÑीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक एवं सीमा जन कल्याण समिति के प्रांत प्रभारी नीमसिंह का। वे मंगलवार को आदर्श विद्या मंदिर सभागार में राष्टÑीय स्वयं सेवक संघ के देशव्यापी धरने प्रदर्शन कार्यक्रम को लेकर पत्रकारों से रूबरू हो रहे थे।
उन्होंने कहा कि राष्टÑीय स्वयं सेवक का कार्य लोगों को जोड़ने का रहा है। संघ कभी आंतक का हिमायती नहीं रहा है। लेकिन, देश की कांग्रेस सरकार 1948 से महात्मा गांधी की हत्या से लेकर अब तक कई बार संघ को बदनाम करने की साजिशे रच चुकी है। उन्होंने कहा कि हालांकि यह सर्वविदित है कि महात्मा गांधी की हत्या में न्यायालय ने राष्टÑीय स्वयं सेवक संघ की भूमिका को सिरे से नकार कर उन्हें इस दोष से मुक्त किया। किन्तु, न्यायालय के निर्णय के बावजूद भी कांग्रेस पार्टी समय-समय पर संघ पर इस तरह के लांछन लगाती रही है। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में केन्द्रीय गृहमंत्री के हिन्दु आतंकवाद व भगवा आतंकवाद के बयान से देश में आतंकवाद की धर्म एवं जाति के आधार पर परिभाषित कर मुस्लिम वोटों की तुष्टिकरण करने का खेल खेला जा रहा है। अभी हाल में ही कांग्रेस पार्टी के राष्टÑीय महासचिव राहुल गांधी द्वारा राष्टÑीय स्वयं सेवक संघ की तुलना सिमी से किए जाने पर देशभर का बहुसंख्यक हिन्दु समाज आहत हुआ है। सिमी को कांग्रेस पार्टी की ही केन्द्रीय सरकार ने आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त होने पर प्रतिबंधित किया हुआ है।


यदि आरएसएस की तुलना सिमी से राहुल गांधी करते है तो केन्द्र सरकार राष्टÑीय स्वयं सेवक संघ को प्रतिबंधित क्यों नहीं करती? उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी राष्टÑद्रोह गतिविधियों में लिप्त रहने वाले जम्मू-कश्मीर के गिलानी एवं समाज सेवी अरूधंती रॉय के खिलाफ कड़ी कार्यवाही न कर उनकी सभाओं को संरक्षित करने का कार्य करती है। जबकि वे लोग खुलेआम सभाओं में अपने उद्बोधन के दौरान जम्मू-कश्मीर का भारत में विलय होना मानते ही नहीं है। उन्होंने अभी हाल में ही अजमेर बम काण्ड में राष्टÑीय स्वयं सेवक संघ की भूमिका को लेकर संघ के प्रचारक देवेन्द्र कुमार गुप्ता को अभियुक्त बनाया है तथा संघ के केन्द्रीय समिति के सदस्य इन्द्रेश कुमार का नाम भी इसमें जोड़ा है। हालांकि, यह अभी तक सिद्ध नहीं हुआ।
संघ के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी ने देवेन्द्र कुमार गुप्ता को संघ की समस्त जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया है तथा जांच एजेंसियों को हरसंभवसहयोग देने का आश्वासन दिया है। किन्तु, कांग्रेस पार्टी के इशारे पर बार-बार संघ का नाम इन गतिविधियों में लिप्त कर संघ को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है, जिसे राष्टÑीय स्वयं सेवक संघ कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने बताया कि धरने के बाद जिला कलेक्टर के माध्यम से राष्टÑपति को विरोध पत्र भेजा जाएगा।
सिरोही जिले में जिला मुख्यालय पर स्थानीय रामझरोखा मैदान में दोपहर एक बजे करीब दस हजार से अधिक संघ के कार्यकर्त्ता, संघ से जुडेÞ हुए संगठन एवं संघ की विचारधारा रखने वाले लोग इसमें भाग लेंगे। इस अवसर पर राजस्थान प्रांत के सहसम्पर्क प्रमुख प्रकाशचन्द्र गुप्ता मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित करेंगे। साथ में रविधाम के संत सत्यानन्द महाराज एवं स्थानीय संत तीर्थगीरी महाराज भी उपस्थित रहेंगे।

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सिरोही । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाघिकारी इंद्रेशकुमार को अजमेर ब्लास्ट मामले में घसीटने, संघ को भगवा आतंकवाद की संज्ञा व सिमी के समान मानकर बदनाम करने के कथित षडयंत्र के विरोध में बुधवार को आरएसएस व समर्थित संगठनों ने धरना-प्रदर्शन किया। रामझरोखा मैदान में आयोजित सभा में जिलेभर से लोग उमडे।

हालांकि, सभा के आयोजन को लेकर संघ को कई संगठनों ने मंगलवार को ही समर्थन देने की घोषणा कर दी थी। उसमें व्यापार संगठन भी शामिल रहा। इसके बावजूद सवेरे संघ के कार्यकर्ताओं ने भोंपू प्रचार व दुपहिया वाहनों की रैली निकालकर प्रतिष्ठान बंद करवाए। इस दौरान सुरक्षा के तौर पर पुलिस जाब्ता तैनात किया गया।

केंद्र पर कुर्सी पसंद होने का आरोप

रामझरोखा मैदान में सभा को सम्बोघित करते हुए संघ के राजस्थान सह प्रमुख चन्द्रप्रकाश गुप्ता ने आरोप लगाया कि केन्द्र में कुछ लोगों को कुर्सी पसंद है, देश नहीं। भगवा आतंकवाद जैसे शब्दों का उपयोग कर संघ के लोगों को बदनाम किया जा रहा है। ऎसे लोगों को देश की युवा शक्ति सबक सिखाएगी। रविधाम के सत्यानंद महाराज ने कहा कि देश सम्प्रदाय निरपेक्ष हो सकता है, धर्मनिरपेक्ष नहीं। जहां धर्म नहीं है वह देश नहीं कहलाता। प्रचारक निंबसिंह ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की नीति अपनाकर आतंककारियोें को बचाने का आरोप लगाया। इसे देश के साथ धोखाधडी करार दिया। लहरभारती महाराज, तीर्थगिरी महाराज व संघ के जितेन्द्र रावल समेत कइयों ने सम्बोघित किया।

निकाली रैली

संबोधन कार्यक्रम के बाद राजमाता धर्मशाला से रैली निकाली गई। जो पुन: रामझरोखा मैदान में विसर्जित हुई। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए। एसडीएम प्रहलादसहाय नागा, डीएसपी केसरीचंद जांदू, कोतवाल लाभूराम विश्नोई, बरलूट एसएचओ देवीचंद ढाका, पिण्डवाडा थानाघिकारी देवाराम चौधरी व शिवगंज थानाघिकारी अचलसिंह देवडा आदि तैनात रहे। बाद में एक प्रतिनिघि मंडल ने अतिरिक्त जिला कलक्टर महिपालसिंह उ"ावल को राष्ट्रपति के नाम विरोध पत्र सौंपा।

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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित