शनिवार, 17 अप्रैल 2010

सीमापार से घुसपैठ की फिराक में हजारों आतंकी

जैसलमेर। राजस्थान के श्रीगंगानगर और पंजाब से लगती सीमा तथा जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हजारों आतंकी भारतीय सीमा में घुसपैठ की तैयारी में हैं। विश्वसनीय रक्षा सूत्रों के अनुसार मुंबई हमलों के बाद सीमा पार से बब्बर खालसा और खालिस्तान कमाण्डो फोर्स के आतंकियों को पंजाब में किसी आतंकी वारदात को अंजाम देने के प्रयास तेज हो गए हैं ।

खुफिया सूचनाओं के अनुसार आत्मघाती और आतंकी हमलों के लिए सीमा पार बैठे कुछ आतंकी गुट साजिश रचने में जुटे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार जम्मू कश्मीर से लगती अन्तरराष्ट्रीय सीमा के सामने पाकिस्तान की सीमा और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में विभिन्न ठिकानों पर करीब तीन हजार आतंकी भारतीय सीमा में घुसपैठ के इंतजार में हैं।

इसी तरह राजस्थान के श्रीगंगानगर से लगती सीमा के सामने बड़ी संख्या में बब्बर खालसा तथा खालिस्तान कमाण्डो फोर्स के आतंकी पंजाब में किसी आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। सूत्रों की माने तो तालिबान, जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तैयबा मिलकर इस पूरे चक्रव्यूह का ताना बाना बुनने में जुटे हुए हैं।

बताया जाता है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने तालिबान को भारत में हमले करने के लिए तैयार कर लिया है। सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठनों को भारत में आतंकी वारदातों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान की जमीन पर प्रशिक्षण शिविर चलाने के लिए इलाके चिन्हित किए गए हैं।

इसके तहत सिन्ध प्रान्त में सिपाह ए साहबा, लश्कर ए जहनवी और लश्करे तैयबा तथा पंजाब में हरकत उल मुजाहीदीन .हरकत उल जेहाद .जैश ए मोहम्मद एवं लश्करे तैयबा के आतंकवादियों को भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने का जिम्मा दिया गया है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 2500 से 3000 आतंकी नियंत्रण रेखा के आसपास ठिकानों पर घुसपैठ के लिए बर्फ पिघलने का इंतजार कर रहे हैं ।

इन्हें आधुनिकतम हथियार चलाने, विस्फोट करने, घात लगाकर हमला करने, पानी में चलने तथा अन्य गतिविधियों के लिए पाकिस्तानी सेना की देखरेख में प्रशिक्षित किया गया है। सूत्रों के अनुसार पंजाब में उग्रवाद को पुनर्जीवित करने के लिए राजस्थान के श्रीगंगानगर से लगती अन्तरराष्ट्रीय सीमा से आतंकियों को घुसपैठ कराने के लिए आईएसआई प्रयासरत है । इस तरह की सूचनाओं के मद्देनजर सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है।

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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित