शनिवार, 14 नवंबर 2009

भोपालगढ़- विश्व मंगल गोऊ ग्राम यात्रा

भोपालगढ़ १४ नवम्बर . पुरे भारतवर्ष में चल रही विश्व मंगl गोऊ ग्राम यात्रा के तहत भोपालगढ़ के देवरी धाम रतकुडिया से प्रारंभ हुई उप यात्रा का भोपालगढ़ में भव्य स्वागत किया गया . इस यात्रा के जन जागरण कार्यक्रम के तहत प्रभात फेरी का आयोजन किया गया भजन कीर्तन के साथ ग्रामवासियों ने कार्यकर्ताओ के साथ मुख्य बाजार से गुजरे. विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा में आमंत्रित करने हेतु कार्यकर्ताओ ने ग्रामवासियों को पीले चावल बनते. उल्लेखनीय है कि पीले चावल देकर मंगल कार्यक्रम में आमंत्रण देना इक परंपरा हें.

प्रातः ग्यारह बजे आदर्श विद्या मंदिर के छात्रों द्वारा घोष संचलन भी किया गया. विश्व मंगल गोऊ ग्राम यात्रा के स्वागत हेतु चार अलग अलग इस्थानो से महिलाओ तथा युवतियों द्वारा मंगल कलश यात्रा निकाली गयी. इससे पूर्व इक वहां रैली का भी आयोजन किया गया.

विश्व मंगल गोऊ ग्राम यात्रा का भव्य स्वागत हीरादेसर चौराहे पर शंखनाद के साथ किया गया. इस यात्रा के साथ स्थानीय विद्यालयो = आदर्श विद्या मंदिर, सैनी उ. मा. विद्यालय , सूर्य पब्लिक माँ. विद्यालय तथा उज्जवल माँ. विधालय के विद्यार्थियों ने राम कृष्ण, राम लाक्स्मन, ऋषि मुनियों तथा गोऊ रक्षा के सुन्दर झांकियों का प्रदर्शन किया गया जिसे ग्रामवासियों ने खूब सराहा.

रथयात्रा के आगे बैलगाडी भव्य सजावट के साथ आगे चल रही थी. रथ के आगे कार्यकर्ताओ के संग ग्रामवासी भी गीत गाते गाते भावः विभोर हो कर नृत्य कर रहे थे. कार्यक्रम में ग्राम वासियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ के जोधपुर विभाग प्रचारक उल्लास जी ने कहा कि गोऊ कि सेवा हमारा कर्तव्य है हम इससे विमुख नहीं हो सकते. गोऊ कि सेवा समाज राष्ट्र की सेवा है. उल्लास जी ने गोऊ और ग्राम की महता को विस्तार से समजाया.

कार्यक्रम में संत रमैया दास ने गोऊ माता की महत्ता के बारे में बताते हुए कहा की समाज में आई विक्र्तियों का हमने अगर समय रहते निराकरण नहीं किया तो भोली गाय सींगो से वार करने वाली हें.
रामधाम खेडापा के संत गोविन्द राम शास्त्री ने कहा कि आधुनिकता की इस चकाचोंध में हमने अपनी संस्कृतिक विरासत को भुला दिया है . आज विश्व मंगल गोऊ ग्राम यात्रा की आवश्यकता क्यों हुई इसके कारणों को हमें सोचना चाहिए . संत ने यात्रा के आयोजको को साधुवाद दिया. साथ ही ग्रामवासियों को गोऊ रक्षा का संकल्प भी दिलवाया. कार्यक्रम के अंत में स्थानीय विधायिका कंस मेघवाल ने सभी का आभार प्रकट करते हुए गोऊ रक्षा के आव्हान के साथ साथ स्वदेशी विचारधारा को अपनाने का भी निवेदन किया.

यात्रा में यात्रा संयोजक हुकुम सिंह आसोप, सह संयोजक मालाराम बुदाकिया एवं सत्यनारायण पीपाड़ रोड , यात्रा प्रमुख भीख पूरी गोस्वामी , गोऊ सेवा पुजारी जगदीश तथा यात्रा सहयोगी गोविन्द राम सिरोही खारिया आदि कार्यकर्त्ता भी साथ में थे .

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित