गुरुवार, 5 नवंबर 2009

पश्चिम बंगाल में विश्व मंगल गोऊ ग्राम यात्रा की खबरे






बूढी गाय के पालन का भी संकल्प करें हिन्दू : स्वामी राम विलास वेदान्ती

आसनसोल, नवंबर ४ – राम मंदिर जन्म भूमि न्यास के कार्यकारी अध्यक्ष अयोध्या के स्वामी डा. रामविलास वेदांती ने कहा है कि देश में दिन प्रतिदिन बढ रही गो हत्या को रोकने का सरल उपाय यह है कि देश में रहने वाला हिन्दू बढी गाय का भी पालन करें उसे वृद्ध अवस्था में न बेचें ।
उक्त बातें उन्होंने विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा के लिए आयोजित कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित करते हुए कहीं । उन्होंने कहा कि गोपालन करने वाला हिन्दू यदि गाय को नहीं विक्रय करेगा तो स्वाभाविक रूप से गोहत्या नहीं हो सकती ।
आज देश में किसान गाय का पालन तब तक करता है जब तक की वह दूध देती है लेकिन जब वह दूध देना बंद कर देती है तो किसान गो माता को कसाई के हाथों बेच देता हैं । उन्होंने कहा कि गोमाता तो वृद्धा अवस्था में भी आय का स्त्रोत है लेकिन फर्क सिर्फ इतना है कि हम गो माता की उपयोगिता नहीं समझते । वेदांती ने कहा कि देश का हिन्दू सो चुका है उसकी चेतना को जागाने हेतु ही विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा का आयोजन किया गया है । जिससे वह गोमाता को समझ गोपालन व गोसंवर्ध के लिए प्रेरित हो सके ।
वेदान्ती ने कहा कि भारत देश में आजादी के बाद मानव आबादी ने खूब वृद्धि की । लेकिन पशु धन की उतनी ही समाप्ति हुई आज का मानव भोग विलास की जिंदगी में खो अपनी सभ्यता संस्कृति को भूल चुका है । उन्होंने कहा कि आजादी के पहले देश में अनेक गोचर भूमि हुआ करती थी । लेकिन आज देश से गोचर भुमि गायब हो चुकी है । उन्होंने सरकार से गोहत्या के प्रतिबन्ध हेतु केन्द्रीय कानून बनाने की मांग करते हुए कहा कि यदि देश व समाज को बचाना है तो गोहत्या को बंद कर गोपालन की ओर बढना अत्यंत आवश्यक है ।
हृषीकेश के स्वामी ओंकारानंद ने कहा कि गाय को विश्व की माता माना जाता है क्योंकि वह सही मायनों में विश्व कल्याण करती है । लेकिन इसी विश्व में उनकी निर्मम हत्या अत्यंत दुखद है । उन्होंने कहा कि भारत देश में गो हत्या की निरंतर वृद्धि देश की सुख शांति के हरण का परिचायक है ।
ओंकारानंद ने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि गो हत्या बंद करने व प्रभावी कानून हेतु आवाज उठाने के लिए युवाओं को आगे आना चाहिए । उन्होंने कहा कि यदि युवा शक्ति सरकार से गोसंवर्धन कानून हेतु मांग करें तो सरकार इस पर आवश्य विचार करेगी ।
विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा कुरुक्षेत्र से प्रारंभ होकर विभिन्न राज्यों में भ्रमण करते हुए पिछले चार दिनों से पश्चिम बंगाल में है । विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा आज सुबह कोलकता से चलकर डंकुणि, बर्द्धमान, दुर्गापुर होते हुए आसनसोल पहुंची । यहाँ पर यात्रा का भव्य स्वागत कुछ अलग अंदाज में किया गया ।
विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा के लिए आयोजित कार्यक्रम में यात्रा के स्वागत में वनवासी समाज की महिलाओं ने सथाली नृत्य प्रस्तुत किया । जबकि आदिवासी समाज के लडको ने पारंपरिक ढोल बजाकर नृत्य कर समां बांध दिया । कार्यक्रम में केन्द्रीय यात्रा के साथ आए अनेक संतो के साथ हजारों की संख्या में गोभक्त मौजूद थे । कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी गो भक्तों ने गोसंवर्धन के लिए संकल्प लिया ।

गौ रक्षा के लिए निकाली रथ यात्रा


व‌र्द्धमान, रेलपार।विश्व मंगल गौ ग्राम यात्रा को लेकर स्थानीय स्वागत समिति ने बुधवार की सुबह रेलपार में भी रथ यात्रा निकाली। यह रथ यात्रा पूरे रेलपार में घूमी। मेटाडोर गाड़ी में विश्व मंगल गौर ग्राम यात्रा के बैनर और तस्वीर के साथ यह रथ यात्रा इस दिन रेलपार रूपकथा सिनेमा समीप साहा मोड़ से निकलकर रेलपार दक्षिण धधका क्षेत्र धधका रोड, राम किसुन डंगाल, शिव लाल डांगा आदि क्षेत्र घूमते हुए। चांदमारी,महुवा डांगा होते हुये बर्नपुर की ओर से प्रस्थान कर गयी। कुछ लोग मोटर साइकिल पर सवार यात्रा में शामिल थे। यात्रा में भाजपा नेता शंकर चौधरी , बीएचपी के रतीन विश्वास, ओम नारायण प्रसाद आदि लोग शामिल थे। गौ रक्षा एवं गौर माता की पूजा के प्रचार में निकले उप रथ का स्वागत बड़े धूमधाम से किया गया। पार्टी पदाधिकारी प्रशांत चक्रवर्ती ने बताया कि बीएचपी नेता ओम नारायण प्रसाद ने बताया कि विश्व भ्रमण करते हुए मुख्य रथ यात्रा मंडल संध्या आसनसोल पहुंचेगी। जो 110 दिनों का यात्रा 20,000 किलो मीटर चलकर यहां पहुंच रही है। जिसका उद्देश्य विश्व मंगल के लिए गौ रक्षा का संदेश देना है।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित