शनिवार, 24 अक्तूबर 2009

गोऊ सेवा राष्ट्र सेवा - विश्व मंगल गोऊ ग्राम यात्रा







गो-ग्राम रक्षा के संकल्प में उठे हजारों हाथ

गोरखपुर : गोवंश और गांव भारतीय संस्कृति की बहुमूल्य धरोहर हैं। भारत के विकास में गो-ग्राम का योगदान अप्रतिम रहा है। अप संस्कृति के विस्तार से गो और ग्राम संस्कृति पर मंडरा रहे संकट को समाप्त करने के उद्देश्य से भारत भ्रमण पर निकली विश्र्व मंगल गो-ग्राम यात्रा शुक्रवार की शाम गोरखपुर पहुंची। शहर की सीमा में प्रवेश करते ही हिंदू व राष्ट्रभक्त जनता ने यात्रा का अभूतपूर्व स्वागत किया। टाउनहाल स्थित गांधी प्रतिमा के पास आयोजित सभा में हजारों की भीड़ ने गो ग्राम संस्कृति की रक्षा के संकल्प में हाथ उठाकर यात्रा के उद्देश्य को सार्थकता प्रदान की। टाउनहाल पर विश्र्व मंगल गो ग्राम यात्रा का आगमन करीब शाम 6।30 बजे हुआ वहां आयोजित विशाल जनसभा में

तमाम संत, बुद्धिजीवी, गोरक्षा आंदोलन से जुड़े लोगों ने अपने विचारों द्वारा गोवंश, ग्राम संस्कृति तथा राष्ट्र पर मंडरा रहे आतकंवाद, अलगाववाद तथा नक्सलवाद जैसे ज्वलंत मुद्दों पर जनजमानस का जनजागरण किया। सभा को संबोधित करते हुये गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी सदर सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहाकि आजादी से पूर्व इस देश में आजादी का जो मंत्र था उसे आज सत्तालोलुपों ने भुला दिया है। यही कारण है कि गोवंश और ग्राम संस्कृति अपने अस्तित्व के लिए जूझ रही है। आतंकवाद और अलगाववाद जैसे गंभीर समस्याओं से राष्ट्र बुरी तरह से ग्रसित है। योगी ने कहाकि गोमाता सर्व देव हैं। उनकी महत्ता प्राचीन काल से है। देवासुर संग्राम के दौरान हुये समुद्र मंथन में से प्राप्त एक रत्‍‌न कामधेनु भी थी। धरती का भी एक नाम गो है। वहीं 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का कारण भी गोमाता थी जिसकी चर्बी से बने कारतूस का प्रयोग करने से भारतीयों ने ब्रिटिश हुकूमत का विरोध किया था। योगी ने यात्रा की सफलता की मंगलकामना के साथ आए सभी जनों का स्वागत करते हुये विश्र्वास जताया कि यह यात्रा भारतीय संस्कृति की रक्षा तथा राष्ट्र की ज्वलंत समस्याओं का खात्मा करने में सहायक सिद्ध होगी। इससे पूर्व आरएसएस के अखिल भारतीय सेवा प्रमुख सीताराम केदियाल ने अपने संबोधन में कहाकि कुरुक्षेत्र की भूमि महाभारत के संग्राम की याद दिलाती है। महाभारत मात्र 18 दिनों का युद्ध था जिसमें धर्म की विजय हुयी। आज उसी पवित्र भूमि से 108 दिनों की विश्र्व मंगल यात्रा विजयादशमी से प्रारंभ की गयी है इसमें भी गोमाता की कृपा से हम विजयी होंगे। गोरक्षा कार्य में समर्पित कुरुक्षेत्र के संत स्वामी श्रद्धानंद ने कहाकि यह मात्र यात्रा नहीं बल्कि सही मायने में स्वतंत्रता संग्राम है। कार्यक्रम में यात्रा से जुड़े स्वामी आत्मानंद, पतंजलि योग पीठ की डा। रागिनी सिंह, पूर्व कुलपति प्रो. यू.पी. सिंह, आरएसएस के श्रीराम खेमका, यात्रा प्रमुख शंकर लाल, सहयात्रा प्रमुख डा. दिनेश, क्षेत्रीय प्रमुख नवल किशोर सहित अनेक लोगों ने भी विचार रखे। अंत में अमरकंटक तीर्थ के पीठाधीश्र्वर स्वामी परमात्मानंद महाराज ने उपस्थित जनों से हाथ उठवाकर गो और ग्राम संस्कृति की रक्षा का संकल्प दिलाया। संचालन विजय जालान ने किया। कार्यक्रम में नगर विधायक डा. राधामोहन दास अग्रवाल, व्यापारी नेता सीताराम जायसवाल, डा. विमल कुमार मोदी, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी आशुतोष , डा. तेजप्रताप सिंह, रामकेवल यादव, प्रचार प्रमुख डा. दिनेश मणि त्रिपाठी, शिवजी सिंह, डा. महेन्द्र अग्रवाल, विजय मातनहेलिया, मनमोहन गजोदिया, आनंद समेत तमाम जनों का सक्रिय योगदान रहा।

विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा में उमड़े श्रद्धालु

दोहरीघाट (मऊ)। बहुत पहले संसद के बाहर गाय को बचाने के लिये आगे आये साधू, संयासियों के जमावड़े के बाद शुक्रवार को एक बार फिर वही दृश्य सामने आ गया। उत्तर वाहिनी पवित्र सरयू तट के किनारे कुरुक्षेत्र से निकली विश्व मंगल गो-ग्राम यात्रा ने जब दो हरियों के मिलन स्थल पर पड़ाव डाला तो संतों ने उद्घोष कर दिया। संत बोले गाय हमारी माता है और उसे राष्ट्रीय पशु घोषित करने में जितना विलम्ब होगा उतना ही जबर्दस्त संघर्ष होगा। गो माता का अपमान अब साधू संत बर्दास्त नहीं करेंगे।
आजमगढ़ से निकलकर यात्रा शुक्रवार की सायं 4.15 बजे के करीब पहुंची जहां पहले से ही अन्य जनपदों से आयी पूरक रथों ने उनका स्वागत किया। इससे पहले कार्यक्रम स्थल पर हजारों की भीड़ चिलचिलाती धूप के बाद भी जमी रही। भारत माता जय के बीच आत्मानंद महाराज ने कहा कि गो माता की महत्ता की पुकार महामहिम राष्ट्रपति तक पहुंचायी जायेगी। गायों के कटने से इस देश की आत्मा भी घायल हो रही है। हालांकि रथ के रामलीला मैदान में न पहुंचने से सैकड़ों लोग मायूस हुए। ये लोग उसी स्थान पर रथ का इंतजार करते नजर आये। स्वामी महाराज ने कहा कि जहां गाय का निवास वहीं देवताओं का वास है। गाय कट रही हैं और सरकार मूकदर्शक है। इस दौरान बाल योगेश्वर, स्वामी रामभद्र करपात्री महाराज, बाल मुकुंद, राजेन्द्र सिंह, संजय गुप्ता, अरिजीत सिंह, भरत लाल राही, नर्वदेश्वर राय, रामचरन, रामविलास चौबे ने भी अपने विचार रखे।
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महायात्रा के स्वागत के लिये रवाना हुए कार्यकर्ता
मऊ : विश्व मंगल गो ग्राम महायात्रा रथ के स्वागत में शुक्रवार को भाजपा युवा मोर्चा के गोरखपुर क्षेत्र के सह प्रभारी सुनील कुमार गुप्त के नेतृत्व में दो पहिया एवं चार पहिया वाहन जुलूस के साथ दर्जनों कार्यकर्ता रवाना हुए। वाहन जुलूस में प्रमुख रूप से नागेन्द्र सिंह, कृपाशंकर सिंह, रामप्यारे प्रजापति, डा.बृजेश यादव, भानू प्रताप सिंह, अजय गुप्त, सरोज चौरसिया, मनोज सिंह आदि शामिल रहे।




विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा आजमगढ़ गई




वाराणसी। गुरुवार की रात महानगर पहुंची विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा शुक्रवार की सुबह आजमगढ़ के लिए रवाना हो गई। यात्रा के लिए विदाई समारोह महमूरगंज स्थित माहेश्वरी भवन में आयोजित किया गया। यहां यात्रा में शामिल रथ की आरती उतारने के साथ पाणिनी कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने वेद मंत्रों का सस्वर पाठ किया।
इस मौके पर महाविद्यालय की संचालिका मेधा ने पंचगव्य का महत्व बताया। कहा कि पंचगव्य की उपयोगिता व महत्व को भूलना किसी दृष्टि से उचित नहीं है। भारतीय किसान संघ के प्रांत संगठन मंत्री रामचेला ने कहा कि भारत के उज्जवल भाविष्य की परिकल्पना तभी साकार होगी जब हम गोवंश की रक्षा के लिए तत्पर रहेंगे। फैशन की गिरफ्त में आकर चमड़े से बने सामानों का उपयोग करने से बचने की भी उन्होंने सलाह दी। संघ के विभाग प्रचारक मनोज कुमार ने कहा कि जहां गौ माता होती हैं वह स्थान तीर्थ स्थल होता है। कार्यक्रम में जानेमाने चिंतक व विचारक केएन गोविंदाचार्य, विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री हुकुम चंद्र, भाजपा के वरिष्ठ नेता हरिश्चंद्र श्रीवास्तव हरीश जी, महानगर अध्यक्ष प्रेमप्रकाश कपूर, सूर्यकांत जालान, मधुसूदन, सौरभ श्रीवास्तव, सीताराम केदिलाय आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे। कार्यक्रम संचालन पवन उपाध्याय ने किया।




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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित