सोमवार, 5 अक्तूबर 2009

गूंजे देशभक्ति के तराने

पाली(rajasthan) . उठो जवान देश की वसुंधरा पुकारती, आंधी क्या तूफान क्या, सूरज बदले चंदा बदले, चाहे बदले ध्रूवतारा सरीखे गीतों की प्रस्तुति से रविवार को लोढ़ा स्कूल प्रांगण देश भक्ति के रंग में रंग सा गया।
भारत विकास परिषद के तत्वावधान में रविवार को लोढ़ा स्कूल में आयोजित राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता मंे जब स्कूली बच्चों ने गीत गाए तो हर कोई उनकी ताल पर खुद भी गुनगुनाने लगा।
मासूमों के मधुर कंठों से निकली हिन्दी, संस्कृत व लोकगीतों की स्वरलहरियों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत भैरचंद गोगड़, उम्मेद बलाई, पीयुष बालड़ ने भारत माता तथा स्वामी विवेकानंद की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलन कर की। इसके बाद शुरू गीतों का सिलसिला देर शाम तक चला।
परिषद सचिव सरोज चौरड़िया ने बताया कि समूह गान हिन्दी प्रतियोगिता में 15 टीमों ने सहभागिता निभाई। संस्कृत गीत प्रतियोगिता में 12 तथा लोक गीत प्रतियोगिता में 12 टीमों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उम्मेद बलाई व पीयूष बालड़ ने राष्ट्रीय भावना का विकास कराने वाले कार्यक्रमों की आवश्यकता जताई। संयोजक बजरंगलाल हुरकट ने आभार जताया। हरिगोपाल सोनी ने बताया कि कार्यक्रम में परिषद के सभी सदस्यों का सराहनीय सहयोग रहा।
strot :http://www.bhaskar.com/2009/10/05/091005012529_deshvakti.html

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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित