शुक्रवार, 18 सितंबर 2009

48 करोड़ की हेरोइन जब्त

स्त्रोत : http://digitalimages.bhaskar.com/dainikrajasthan/EpaperPdf/18092009/17jod-pg1-0.pdf
पचास करोड की हेरोइन बरामद
18 सितम्बर 2009, जोधपुर। बाडमेर में हाल ही मिले आरडीएक्स व हथियारों के जखीरे के बाद स्पेशल ऑपरेशन ग्र्रुप (एसओजी) व बाडमेर-जैसलमेर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गुरूवार को जैसलमेर में दो स्थानों पर 48 किलोग्र्राम हेरोइन बरामद हुई। बाडमेर-जैसलमेर से सटी अन्तरराष्ट्रीय सीमा के निकट सम्भवत: अब तक की इस सबसे बडी बरामदगी में मिली हेरोइन की कीमत अन्तरराष्ट्रीय बाजार में करीब 50 करोड रूपए आंकी गई है।
पुलिस महानिरीक्षक (रेंज) भूपेन्द्र कुमार दक ने गुरूवार शाम यहां बताया कि बाडमेर में आरडीएक्स व हथियारों के साथ गिरफ्तार कुख्यात तस्कर सोढा खां उर्फ लूणिया व उसके सहयोगियों से पूछताछ में हेरोइन तस्करी का अहम सुराग मिला था। इस पर एसओजी व बाडमेर पुलिस ने गुरूवार को जैसलमेर पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने जैसलमेर के भागु का गांव निवासी तस्कर यारू उर्फ यार मोहम्मद पुत्र फतेह खां की निशानदेही पर मोहनगढ थानान्तर्गत सदराउ सरहद स्थित दीते खां के मुरब्बे में बने कमरे के पीछे छिपाकर रखी 16 किलो हेरोइन बरामद की। इसी तरह 3-लखा माइनर स्थित मुरब्बे से 32 किलो हेरोइन और बरामद हुई। पुलिस ने यारू खां को गिरफ्तार कर लिया है।
सूचना साठ किलो कीलूणिया व उसके सहयोगियों से पूछताछ में यारू खां का नाम सामने आया। पुलिस को पता लगा कि यारू खां वह बाडमेर से कुछ दिन पहले ही हेरोइन के साठ पैकेट लाल रंग की स्कोर्पियो (जीजे 12 जे 5195) में जैसलमेर की ओर ले गया है। यारू बाडमेर के रास्ते हेरोइन लाकर दिल्ली तक पहुंचाता रहा है। नई खेप वह अपनी मां की बीमारी की मौत के कारण दिल्ली नहीं ले जा सका।
चौबीस घंटे से मशक्कतहेरोइन बरामद करने के लिए पुलिस को चौबीस घंटे से मशक्कत करनी पडी। बाडमेर से पहुंची सूचना के आधार पर जैसलमेर पुलिस ने यारू खां को बुधवार शाम ही उठा लिया था, लेकिन उसने मुंह नहीं खोला। उसने पहले तो यही बताया कि वह काफी अरसा पहले जैसलमेर के सम थानान्तर्गत लक्ष्मणों की बस्ती व हाल जिला सांगड (पाकिस्तान) निवासी दादिया पुत्र हाजी खां के लिए चान्दी की तस्करी करता था। अरसा पहले वह कई बार दादिया के गुर्गो से देरासर फांटा तिरसिंगडी रोड बाडमेर से हेरोइन लाकर दिल्ली पहुंचा चुका है, लेकिन अभी उसके पास कोई हेरोइन नहीं है। पुलिस ने सख्ती की तो वह टूट गया और तीन माह पहले 58 थेली हेरोइन लाने की बात स्वीकार कर ली।
घबरा कर शिफ्ट किया मालदक के अनुसार लूणिया की गिरफ्तारी की खबर के बाद घबरा कर यारू खां हेरोइन की खेप स्कोर्पियों में डालकर मोहनगढ स्थित अपने जीजा दीते खां पुत्र धींगाणे खां के मुरब्बे व अपने खुद के मुरब्बे में छिपा आया। इस काम में दीते खां व यारू खां का भाई शाह मोहम्मद भी साथ थे। पुलिस इन दोनों की गिरफ्तारी व वाहन बरामद करने का प्रयास कर रही है।
स्त्रोत : http://www.rajasthanpatrika.com/jodhpur/detail/?nid=27398

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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित