शुक्रवार, 7 अगस्त 2009

नाग का पोकरण में सफल परीक्षण

जोधपुर. जमीन से जमीन पर मार करने वाली मध्यम दूरी की एंटी टैंक गाइडेड ‘नाग’ मिसाइल का हाल ही पोकरण फायरिंग रेंज में सफल परीक्षण किया गया। इस 48 घंटे के क्लाइमेक्स ट्रायल में डीआरडीओ ने स्थायी व चलायमान काल्पनिक ठिकानों पर फायर कर इसकी मारक क्षमता का आकलन किया। अब नाग को सेना में शामिल करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।

डीआरडीओ सूत्रों के अनुसार तीसरी सदी की मीडियम रेंज की मिसाइल नाग से पोकरण के चांधण फायरिंग रेंज में तीन दिन पूर्व समाप्त हुए 48 घंटे के आखिरी ट्रायल के दौरान तेज धमाकों के बीच तीन बार फायर किया गया। 800 से 1400 मीटर दूरी के दो स्थाई और एक चलायमान काल्पनिक टैंकों को मिसाइल ने नष्ट कर अपनी क्षमता को साबित किया। इस परीक्षण से परीक्षणों की श्रंखला पूरी हो गई है। इससे पूर्व नाग का गत 3 जुलाई को और 26 दिसंबर व 6 अगस्त 2008 को पोकरण में परीक्षण किया गया था।

डीआरडीओ विशेषज्ञों ने उसके बाद सेना के सुझावों पर कुछ बदलाव कर आखिरी ट्रायल किया। रात-दिन तथा हर मौसम में टारगेट हिट करने वाली नाग मिसाइल को दिसंबर 2009 में सेना में शमिल करने की उम्मीद है।

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विश्व संवाद केन्द्र जोधपुर द्वारा प्रकाशित